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Nov 27 2024, 18:35

लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पर डिवाइडर से टकराकर ट्रक से टकराई स्कॉर्पियो कार, सैफई मेडिकल कॉलेज के पांच पीजी छात्र की मौत

पंकज कुमार श्रीवास्तव

कन्नौज में लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पर एक सड़क हादसा हुआ । जिसमें सैफई मेडिकल कॉलेज के 5 पीजी स्टूडेंट की मौत हो गई तो वही एक गंभीर रूप से घायल हो गया । बताया जा रहा है कि सभी कार सवार लखनऊ से एक शादी समारोह से वापस सैफई जा रहे थे, कि रात 3:00 बजे तिर्वा एरिया पर इनोवा कार डिवाइडर से टकराकर दूसरे लेन पर आ गई और एक ट्रक से टकरा  गई ।

बताते चलें कि सैफई मेडिकल कॉलेज के पांच पीजी स्टूडेंट लखनऊ एक शादी समारोह में गए हुए थे जहां से वह वापस सफाई आ रहे थे की इसी बीच रात 3:00 बजे के आसपास कन्नौज के तिरवा एरिया पर इनोवा कर डिवाइडर से टकराकर दूसरे लेने पर आ गई और सामने से आ रहे ट्रक से टकरा गई जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया जिसको सैफई के मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया। 

हादसे में बोले डॉक्टर

मामले में तिर्वा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर सीपी पाल ने बताया कि यूपीडा की गाड़ी से 6 लोग यहां ले गए थे जिनमें पांच की मौत हो चुकी थी एक गंभीर रूप से घायल था यह सभी सैफई मेडिकल कॉलेज के पीजी के स्टूडेंट थे ।

यूपीडा ने दी यह जानकारी

जानकारी के अनुसार  सुबह 3:43 पर कन्ट्रोल रुम से सूचना मिली की लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे के किलोमीटर संख्या 196 आगरा से लखनऊ पर एक्सीडेंट कॉर्पोरेट हुआ है। सूचना पर मौके पर पहुंचकर पाया कि स्कार्पियो यूपी 80 HB 0703 का एक्सीडेंट हुआ  है जो कि से आगरा जा रही थी नींद आ जाने के कारण डिवाइडर तोड़ कर आगरा से लखनऊ साइड में आ गई आगरा की तरफ से आ रहे ट्रक नंबर RJ 09 CD 3455  से टकराकर  दुर्घटनाग्रस्त हो गयी जिसमे अनिरुद्ध वर्मा पुत्र पवन कुमार वर्मा निवासी A5 राधा विहार एक्सटेंशन कमला नगर आगरा सहित पांच लोगों की मृत्यु हो गई है एक व्यक्ति गंभीर घायल है उनके पारिवारीजन को सूचना कर दी गई है। घायल को मेडिकल कालेज मे भर्ती करा दिया गया है। शवों को मोर्चरी पर रखा गया है। ज्ञात हुआ है कि सभी 5 मृतक डाक्टर हैं।उपरोक्त घायलों में जयवीर का इलाज चल रहा है शेष मृतक घोषित किया गया।  

यह हुए हादसे के शिकार

1.जयवीर सिंह पुत्र करण सिंह निवासी 9B 568 फेस टू मझोला योजना नंबर चार बुद्ध विहार मुरादाबाद । (गम्भीर घायल इलाज चल रहा है।)

2 अनिरुद्ध वर्मा पुत्र पवन कुमार वर्मा उम्र 29 वर्ष निवासी A 5 राधा विहार एक्सटेंशन कमला नगर आगरा । (मृतक)
3.संतोष कुमार मोर्य पुत्र जीत नारायण मौर्य निवासी राजपुरा भाग 3 भदोही संत रविदास नगर हाल पता टाइप 2 ब्लॉक 306 न्यू कैंपस रिम्स सैफई । (मृतक)
4.अरुण कुमार पुत्र अंगद लाल तेरा मल मोतीपुर कन्नौज (मृतक )
5.नरदेव पुत्र राम लखन गंगवार निवासी बायपास रोड नजदीक श्याम चरण स्कूल नवाबगंज बरेली (मृतक)
6- एक व्यक्ति अज्ञात (मृतक) 

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Nov 27 2024, 18:34

काशी में रोजगार का कुंभ लगाने जा रही प्रदेश सरकार



लखनऊ/वाराणसी। महाकुंभ-2025 से पहले प्रदेश सरकार धर्म नगरी काशी में रोजगार का कुंभ लगाने जा रही है। काशी में तीन दिन (30 नवंबर, दो और तीन दिसंबर) तक रोजगार मेला लगेगा। इसमें उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के साथ ही अनेक राष्ट्रीय-बहुराष्ट्रीय कंपनियां भी हिस्सा लेंगी। क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय वाराणसी भी 4,500 से अधिक युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए 30 नवंबर को महारोजगार मेले का आयोजन करने जा रहा है। इसमें करीब 55 से 60 राष्ट्रीय और मल्टीनेशनल कंपनियां भाग लेंगी। दिव्यांगजनों और महिलाओं को नौकरी देने के लिए ख़ास कंपनियां प्रतिभाग करेगी। युवाओं को विदेश में भी नौकरी करने का अवसर मिलेगा।

2 व तीन दिसंबर को रोडवेज बसों में चालकों के लिए होगी भर्ती

प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार वाराणसी में तीन दिनों तक रोजगार मेले का महायोजन करने जा रही है। क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय वाराणसी और उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम युवाओं के लिए बंपर नौकरियों के अवसर लेकर आया है। दोनों विभागों को मिलाकर 4860 से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य है। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक परशुराम पांडेय ने बताया कि प्रयागराज के महाकुम्भ को देखते हुए अनुबंध पर 360 चालकों की भर्ती 2 और 3 दिसंबर को काशी डिपो प्रांगण, गोलगड्डा में होगी।

अनुबंध चालकों के लिए देय भुगतान

-रुपये 1.89 प्रति किमी की दर से भुगतान / प्रति माह 22 दिन ड्यूटी व 5,000 किमी करने पर रुपये 3,000 प्रोत्साहन, फिक्सेशन की व्यवस्था, दो वर्ष की सेवा पर उत्कृष्ट श्रेणी हेतु कुल रूपये 19593.00 एवं उत्तम श्रेणी हेतु रूपये 16593,पीएफ, यात्रा पास, नाइट भत्ता एवं रुपये 5.00 लाख का दुर्घटना बीमा की सुविधा, दुर्घटना रहित बस संचालन करने पर अतिरिक्त वार्षिक प्रोत्साहन। संविदा चालक के लिए न्यूनतम योग्यता, -उम्र 23 वर्ष 6 माह,योग्यता- 8वीं पास है। साथ ही लम्बाई 5 फुट 3 इंच, -लाइसेंस -2 साल पुराना (हैवी) होना चाहिए।

30 नवंबर को डॉ. घनश्याम सिंह पीजी कॉलेज सोयेपुर में लगेगा वृहद रोजगार मेला

काशी में एक और रोजगार का महाकुम्भ लगने जा रहा है। क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय ,वाराणसी के मेला प्रभारी ने दीप सिंह ने बताया कि इस वृहद रोजगार मेले में लगभग दस से बारह हज़ार से अधिक बेरोजगार युवाओं के प्रतिभाग करने की संभावना है। रोजगार मेले में करीब 4500 युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य है। योग्यता अनुसार अधिकतम सालाना पैकेज लगभग 4,20,000 प्रस्तावित है। बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए लगभग 55 -60 से अधिक राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियां भाग लेंगी। 30 नवंबर को महारोजगार मेले का आयोजन डॉ घनश्याम सिंह पीजी कॉलेज ,सोयेपुर वाराणसी में होने जा रहा है। इसके लिए प्रतिभागी (rojgaarsangam.up.gov.in )पोर्टल पर भी पंजीयन करा सकते हैं।

प्रतिभाग करने वाली मुख्य राष्ट्रीय व बहुराष्ट्रीय कंपनियां

रोजगार मेले में कई प्रमुख कंपनियां प्रतिभाग करेंगी। भारत सरकार की उपक्रम स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर युवाओं को विदेश में नौकरी पाने का अवसर देगी। प्रदेश सरकार रोजगार मेले के माध्यम से दिव्यांगजनों को भी नौकरी उपलब्ध कराएगी। अनुदीप फाउंडेशन, सार्थक एजुकेशन ट्रस्ट दिव्यांगों को रोजगार देने के लिए प्रतिभाग करेगी। ख़ास टेलीकम्युनिकेशन से जुडी विस्ट्रॉन कंपनी 50 से अधिक महिलाओं को नौकरी देंगी। इसके अलावा एल एंड टी कंपनी, इफको, एसबीआई , होटल ताज, टाटा मोटर्स, उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक, डिक्सन इंटरनेशनल नोएडा ,एसआईएस सिक्योरिटी ,राष्ट्रीयकृत बैंक,ऑटोमोबाइल कंपनी, सिक्योरिटी सल्यूशन कंपनी ,टेक्सटाइल, फुटवियर, सर्विस सेक्टर, रियल एस्टेट, सेल्स एंड मार्केटिंग,आईटी सॉफ्टवेयर, एजुकेशन, जैसे कई सेक्टर से जुड़ी प्रतिष्ठित कंपनियां भाग लेंगी। 

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Nov 27 2024, 18:33

संभल हिंसा में संलिप्त लोगों के चौराहों पर लगेंगे पोस्टर

लखनऊ। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा के बाद कड़ा रुख अपनाया है। हिंसा में शामिल पत्थरबाजों और अन्य आरोपितों पर कार्रवाई तेज कर दी गई है। सरकार ने ऐलान किया है कि सार्वजनिक स्थानों पर पत्थरबाजों और हिंसा में शामिल आरोपितों के पोस्टर लगाए जाएंगे ताकि उनकी पहचान जनता के बीच उजागर हो और उन्हें पकड़ने में मदद मिले। संभल में 24 नवंबर को मस्जिद का सर्वे करने गई टीम पर एक समुदाय विशेष से जुड़े उपद्रवियों की भीड़ एकत्र हो गयी थी। सर्वे करने वाली टीम, अधिवक्ता और पुलिस बल पर पत्थरबाजी शुरू कर दी थी। पत्थरबाजों ने इतना तांडव किया कि पुलिस को आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े। इस घटनाक्रम में चार लोगों की मौत हो गयी। हालांकि पुलिस प्रशासन स्पष्ट कर चुका है कि किसी की भी मौत पुलिस की गोली से नहीं हुई है। अब योगी सरकार ऐसे सभी चिह्नित लोगों के चौराहों पर पोस्टर लगाकर उनके चेहरे को सार्वजनिक करने जा रही है। सरकार इन उपद्रवियों पर इनाम भी घोषित कर सकती है। इनके उपद्रव से हुई क्षति की भरपाई आरोपितों से वसूल की जाएगी। आदित्यनाथ सरकार पहले ही उपद्रवियों और अपराधियों के खिलाफ नुकसान की वसूली और पोस्टर लगाने का अध्यादेश जारी कर चुकी है।







संभल हिंसा में संलिप्त लोगों के चौराहों पर लगेंगे पोस्टर

लखनऊ। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा के बाद कड़ा रुख अपनाया है। हिंसा में शामिल पत्थरबाजों और अन्य आरोपितों पर कार्रवाई तेज कर दी गई है। सरकार ने ऐलान किया है कि सार्वजनिक स्थानों पर पत्थरबाजों और हिंसा में शामिल आरोपितों के पोस्टर लगाए जाएंगे ताकि उनकी पहचान जनता के बीच उजागर हो और उन्हें पकड़ने में मदद मिले। संभल में 24 नवंबर को मस्जिद का सर्वे करने गई टीम पर एक समुदाय विशेष से जुड़े उपद्रवियों की भीड़ एकत्र हो गयी थी। सर्वे करने वाली टीम, अधिवक्ता और पुलिस बल पर पत्थरबाजी शुरू कर दी थी। पत्थरबाजों ने इतना तांडव किया कि पुलिस को आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े। इस घटनाक्रम में चार लोगों की मौत हो गयी। हालांकि पुलिस प्रशासन स्पष्ट कर चुका है कि किसी की भी मौत पुलिस की गोली से नहीं हुई है। अब योगी सरकार ऐसे सभी चिह्नित लोगों के चौराहों पर पोस्टर लगाकर उनके चेहरे को सार्वजनिक करने जा रही है। सरकार इन उपद्रवियों पर इनाम भी घोषित कर सकती है। इनके उपद्रव से हुई क्षति की भरपाई आरोपितों से वसूल की जाएगी। आदित्यनाथ सरकार पहले ही उपद्रवियों और अपराधियों के खिलाफ नुकसान की वसूली और पोस्टर लगाने का अध्यादेश जारी कर चुकी है।




संभल हिंसा में संलिप्त लोगों के चौराहों पर लगेंगे पोस्टर

लखनऊ। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा के बाद कड़ा रुख अपनाया है। हिंसा में शामिल पत्थरबाजों और अन्य आरोपितों पर कार्रवाई तेज कर दी गई है। सरकार ने ऐलान किया है कि सार्वजनिक स्थानों पर पत्थरबाजों और हिंसा में शामिल आरोपितों के पोस्टर लगाए जाएंगे ताकि उनकी पहचान जनता के बीच उजागर हो और उन्हें पकड़ने में मदद मिले। संभल में 24 नवंबर को मस्जिद का सर्वे करने गई टीम पर एक समुदाय विशेष से जुड़े उपद्रवियों की भीड़ एकत्र हो गयी थी। सर्वे करने वाली टीम, अधिवक्ता और पुलिस बल पर पत्थरबाजी शुरू कर दी थी। पत्थरबाजों ने इतना तांडव किया कि पुलिस को आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े। इस घटनाक्रम में चार लोगों की मौत हो गयी। हालांकि पुलिस प्रशासन स्पष्ट कर चुका है कि किसी की भी मौत पुलिस की गोली से नहीं हुई है। अब योगी सरकार ऐसे सभी चिह्नित लोगों के चौराहों पर पोस्टर लगाकर उनके चेहरे को सार्वजनिक करने जा रही है। सरकार इन उपद्रवियों पर इनाम भी घोषित कर सकती है। इनके उपद्रव से हुई क्षति की भरपाई आरोपितों से वसूल की जाएगी। आदित्यनाथ सरकार पहले ही उपद्रवियों और अपराधियों के खिलाफ नुकसान की वसूली और पोस्टर लगाने का अध्यादेश जारी कर चुकी है।






संभल हिंसा में संलिप्त लोगों के चौराहों पर लगेंगे पोस्टर

लखनऊ। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा के बाद कड़ा रुख अपनाया है। हिंसा में शामिल पत्थरबाजों और अन्य आरोपितों पर कार्रवाई तेज कर दी गई है। सरकार ने ऐलान किया है कि सार्वजनिक स्थानों पर पत्थरबाजों और हिंसा में शामिल आरोपितों के पोस्टर लगाए जाएंगे ताकि उनकी पहचान जनता के बीच उजागर हो और उन्हें पकड़ने में मदद मिले। संभल में 24 नवंबर को मस्जिद का सर्वे करने गई टीम पर एक समुदाय विशेष से जुड़े उपद्रवियों की भीड़ एकत्र हो गयी थी। सर्वे करने वाली टीम, अधिवक्ता और पुलिस बल पर पत्थरबाजी शुरू कर दी थी। पत्थरबाजों ने इतना तांडव किया कि पुलिस को आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े।

 इस घटनाक्रम में चार लोगों की मौत हो गयी। हालांकि पुलिस प्रशासन स्पष्ट कर चुका है कि किसी की भी मौत पुलिस की गोली से नहीं हुई है। अब योगी सरकार ऐसे सभी चिह्नित लोगों के चौराहों पर पोस्टर लगाकर उनके चेहरे को सार्वजनिक करने जा रही है। सरकार इन उपद्रवियों पर इनाम भी घोषित कर सकती है। इनके उपद्रव से हुई क्षति की भरपाई आरोपितों से वसूल की जाएगी। आदित्यनाथ सरकार पहले ही उपद्रवियों और अपराधियों के खिलाफ नुकसान की वसूली और पोस्टर लगाने का अध्यादेश जारी कर चुकी है। 

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Nov 27 2024, 18:33

आजादी के आंदोलन से जुड़ी हैं बच्चन की कविताएं: प्रोफेसर सत्यकाम 

प्रयाराज। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में हिंदी साहित्य के महान कवि एवं लेखक हरिवंश राय बच्चन की जयंती के अवसर पर बुधवार को हरिवंश राय बच्चन के काव्य यात्रा एवं जीवन दर्शन पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। 

संगोष्ठी के मुख्य वक्ता सरस्वती के संपादक तथा हिंदी के प्रतिष्ठित विचारक रवि नंदन सिंह ने कहा कि हरिवंश राय बच्चन संतुलन के कवि तथा व्यवस्थित रचनाकार थे। उनकी रचनाएं जन सरोकारों तथा राष्ट्र से जुड़ी हैं। उन्होंने अपनी रचनाओं में समाज और व्यक्ति के बीच होने वाली क्रिया और प्रतिक्रिया को प्रतिबिंबित किया है। उन्होंने कहा कि साहित्यकार शब्दों की व्यंजनों को पकड़ता है। तब रचनाएं प्रस्फुटित होती हैं।


अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि हरिवंश राय बच्चन की कविताएं सीधे-सीधे आजादी के आंदोलन से जुड़ी हैं।बच्चन जी विशिष्ट धारा के कवि थे। आजादी से पूर्व वे मस्ती की कविताएं क्रांतिकारियों के लिए लिख रहे थे जबकि दिनकर, माखनलाल चतुवेर्दी तथा सुभद्रा कुमारी चौहान वीर रस की कविताएं लिख रही थीं। बच्चन जी की कविताओं में सामाजिक सौहार्द और राष्ट्रीयता का भाव प्रदर्शित होता है।

प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि प्रयागराज में जो साहित्यकार रहे हैं मुक्त विश्वविद्यालय उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व को आगे बढ़ाने में अपनी रचनात्मक भूमिका का निर्वाह करेगा। इसी कड़ी में महाकवि निराला की कविताओं का मंचन, प्रमुख रूप से राम की शक्ति पूजा का मंचन कराने के लिए उन्होंने मानविकी विद्या शाखा के निदेशक  को निर्देशित किया।  इसके पूर्व कार्यक्रम समन्वयक प्रोफेसर सत्यपाल तिवारी ने अतिथियों का स्वागत किया। आयोजन सचिव अनुपम ने संचालन तथा प्रोफेसर रुचि बाजपेई ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर विद्या शाखा के निदेशक, शिक्षक, शोधार्थी एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे। 

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Nov 26 2024, 20:22

भाजपा के लोग मन विधान से चलना चाहते हैं  देश : अखिलेश यादव

लखनऊ/दिल्ली। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि देश संविधान से चलना चाहिए, ह्यमन-विधानह्ण से नहीं। भाजपा के लोग मन विधान से देश चलाना चाहते हैं संविधान से नहीं।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि संविधान हमारा कर्म ग्रंथ है। संविधान को मानना और उसके दिखाए रास्ते पर चलना ही सबसे बड़ा उत्सव है। ये हर दिन सच्चे मन से निभाने वाला फर्ज़ है, कोई दिखावटी सालाना जलसा नहीं। एक तरफ भाजपा संविधान को ताक पर रखकर मनमानी करना चाहती है, तो दूसरी तरफ दिखावा करना चाहती है। भाजपा का ये राजनीतिक दोहरापन देश और देशवासियों के लिए घातक है। जब संविधान के मान-सम्मान और उसे व्यवहार में लाने के संबंध में हालात बद से बदतर हो रहे हैं, संविधान का हर दिन तिरस्कार-अपमान हो रहा है, ऐसे में उत्सव मनाना हमारे सिद्धांतों के खिलाफ है।

अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान ही संजीवनी है। संविधान हमारी रक्षा करता है। समाजवादी सच्चे संविधानवादी हैं। संविधान ही ढाल है। संविधान है तो सुरक्षा है। संविधान है तो शक्ति है। संविधान ही पीडीए का प्रकाश स्तंभ है।

अखिलेश यादव ने कहा कि संभल में हजारों लोगों को झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है। वहां के सांसद,विधायक व उनके पुत्र पर मुकदमे लगाये जा रहे हैं। पूरी गलती सरकार की है। सर्वे के खिलाफ नहीं थे। लेकिन सर्वे टीम के पीछे जो नारे लगा रहे थे। क्या उनके खिलाफ कोई कार्यवाई हुई। विपक्ष न जाये वहां पर। वहां पर लोग परेशानी में हैं। वहां इंटरनेट बंद है। कोई जा नहीं सकता। हमारे सभी सांसद संभल जाना चाहते हैं। दोनों को जाने की अनुमति नहीं हैं। अगर हम भी जाना चाहें तो नहीं जा सकते। 

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Nov 26 2024, 16:32

dent
बीजेपी ने राहुल गांधी पर लगाया राष्ट्रपति के अनादर का आरोप, जानें पूरा मामला

भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने संविधान दिवस के मौके पर संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते समय राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू का अभिवादन नहीं किया। संविधान दिवस के 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित समारोह के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिवादन नहीं करने को लेकर बीजेपी ने राहुल गांधी पर अहंकार का आरोप लगाया है।

बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कथित वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि कांग्रेस नेता ने उनका अभिवादन इसलिए नहीं किया क्योंकि वह आदिवासी समुदाय से आती हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "राहुल गांधी इतने अहंकारी हैं कि उन्होंने राष्ट्रपति का अभिवादन भी नहीं किया। सिर्फ इसलिए कि वह आदिवासी समुदाय से आती हैं, एक महिला हैं और राहुल गांधी कांग्रेस के राजकुमार हैं? यह कैसी ओछी मानसिकता है?"

यह पहली बार नहीं है जब बीजेपी ने कांग्रेस पर राष्ट्रपति की आदिवासी पहचान के कारण उनका 'अपमान' करने का आरोप लगाया है। इस साल की शुरुआत में, पीएम मोदी ने टिप्पणी की थी कि राष्ट्रपति के राम मंदिर जाने और देश की भलाई के लिए प्रार्थना करने के दो दिन बाद, कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने घोषणा की थी कि मंदिर को गंगाजल से शुद्ध किया जाएगा। मोदी ने कहा था, क्या यह देश, आदिवासियों, माताओं और बहनों का अपमान नहीं है। 

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Nov 26 2024, 16:11

यूपी की चर्चित सीट मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव का रास्ता साफ,हाईकोर्ट ने याचिका वापसी की मंजूरी दी 

अयोध्या। मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव का रास्ता साफ हो गया है। लखनऊ हाई कोर्ट में भाजपा के पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ की दाखिल याचिका वापस हो गई है। 2022 में विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे शिव मूर्ति की भी याचिका वापस हो गई हैं।हाईकोर्ट ने याचिका वापसी की मंजूरी दे दी है। याचिका की बजह से उत्तर प्रदेश में हुए उप चुनाव में मिल्कीपुर में उप चुनाव रोक दिया गया था।सोमवार को लखनऊ हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान विपक्ष ने विरोध नहीं किया। 2022 के विधानसभा चुनाव में बाबा गोरखनाथ ने अवधेश प्रसाद के निर्वाचन को चुनौती दी थी, जिसके बाद चुनाव आयोग ने मिल्कीपुर में विधानसभा उप चुनाव को रोक दिया था। आज याचिका वापस होने से मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव का रास्ता साफ हो गया। मिल्कीपुर सीट जून से खाली है जब यहां के विधायक अवधेश प्रसाद सांसद बने थे। विधानसभा की किसी भी सीट को छह महीने तक रिक्त रखा जा सकता है।

भाजपा के पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ की दाखिल याचिका वापस

बाबा गोरखनाथ ने कहा कि उन्होंने और एक अन्य निर्दलीय उम्मीदवार ने चुनाव याचिका वापस ले ली है। हमारा उद्देश्य है कि मिल्कीपुर की जनता को जल्द से जल्द प्रतिनिधित्व मिल सके। हमें विश्वास है कि हमारी पार्टी इस सीट पर बड़े अंतर से जीत दर्ज करेगी। इस दौरान उन्होंने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग याचिका वापसी का विरोध कर रहे थे, उनका सच सामने आ गया है।अधिवक्ता ने बताया कि सपा की ओर से मांग की गई थी कि याचिका वापसी से पहले सभी संबंधित पक्षों को नोटिस दिया जाए। अदालत ने इस पर ध्यान देते हुए नोटिस जारी किए और नियमानुसार इसका विज्ञापन भी प्रकाशित किया गया। इसके बाद हाईकोर्ट ने याचिका वापसी की मंजूरी दे दी। 

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Nov 26 2024, 16:10

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चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी पर भारत की बांग्लादेश को दो टूक, कहा- हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करो

बांग्लादेश में सोमवार को इस्कॉन ट्रस्ट के सचिव रहे चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को अरेस्‍ट कर लिया था। अब इस मामले में भारत सरकार की तरफ से कड़ा स्‍टैंड लिया गया है। विदेश मंत्रलाय ने बांग्‍लादेश की मोहम्‍मद यूनुस की अंतरिम सरकार को इस मामले में दो टूक बात कही है। भारत के विदेश मंत्रालय ने आज एक बयान जारी कर चिन्मय दास की गिरफ्तारी और ज़मानत न दिए जाने पर गहरी चिंता जताई है और बांग्लादेश से सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को हाल ही में बांग्लादेश में गिरफ्तार कर लिया गया था

विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में गिरफ्तारी पर विरोध जताते हुए उन्हें तत्काल रिहा करने की मांग की गई है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और जमानत न दिए जाने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हें। विदेश मंत्रालय ने कहा, यह घटना बांग्लादेश में चरमपंथी तत्वों की ओर से हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर कई हमलों के बाद हुई है। अल्पसंख्यकों के घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में आगजनी और लूटपाट के साथ-साथ चोरी, तोड़फोड़ और देवताओं और मंदिरों को अपवित्र करने के कई मामले दर्ज हैं।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन घटनाओं के अपराधी अभी भी फरार हैं, जबकि उन धार्मिक नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, जो शांतिपूर्ण सभाओं के माध्यम से अपनी मांगे पेश कर रहे हैं। मंत्रालय ने कहा, हम बांग्लादेश के अधिकारियों से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं, जिसमें शांतिपूर्ण तरीके से एकत्र होने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार भी शामिल है।

बांग्लादेश की एक कोर्ट ने हिंदू संगठन 'सम्मिलित सनातनी जोत' के नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया। इससे पहले बांग्लादेश पर हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में प्रदर्शन करने पर इस्कॉन के चिन्मय कृष्ण दास प्रभु पर कार्रवाई की गई थी। उनको देशद्रोह और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में बांग्लादेश पुलिस ने ढाका एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया था। इसके खिलाफ हिंदू समुदाय के लोग ढाका की सड़कों पर उतर पड़े थे और जाम लगा दिया था। कई जगह से हिंसा की खबरें भी आई थीं।

इससे पहले 30 अक्तूबर को बांग्लादेश में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने के आरोप में देशद्रोह अधिनियम के तहत चिन्मय कृष्ण दास प्रभु समेत 19 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। आरोप है कि 25 अक्तूबर को चटगांव के लालदीघी मैदान में सनातन जागरण मंच ने आठ सूत्री मांगों को लेकर एक रैली की थी। इस दौरान एक चौक पर स्थित आजादी स्तंभ पर कुछ लोगों ने भगवा ध्वज फहराया था। इस ध्वज पर आमी सनातनी लिखा हुआ था। इसे लेकर चिन्मय कृष्ण दास पर राष्ट्रीय झंडे की अवमानना व अपमान करने का आरोप लगाया गया है। 

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Nov 26 2024, 16:09

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अब कांग्रेस के कार्यक्रम में अचानक बंद हुआ राहुल गांधी का माइक, संविधान रक्षा पर बोल रहे थे नेता प्रतिपक्ष

संविधान दिवस के मौके पर राहुल गांधी ने तालकटोरा स्टेडियम में एक कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन कांग्रेस पार्टी द्वारा किया गया था।इस कार्यक्रम को राहुल गांधी संबोधित कर रहे थे। लेकिन संबोधन के बीच में ही उनका माइक बंद हो गया। उनका माइक काफी देर तक बंद रहा। लेकिन जब उनका माइक ठीक हुआ तो उन्होंने कहा कि जितना माइक बंद करना है कर लो मैं फिर भी बोलूंगा। बता दें कि राहुल गांधी कई बार संसद में उनका माइक बंद करने का आरोप लगा चुके हैं। अब खुद उनकी ही पार्टी के कार्यक्रम में माइक बंद होने पर राहुल गांधी भी मुस्कुराते दिखाई दिए। 

तालकटोरा स्टेडियम में संविधान दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी दलितों और जाति जनगणना की बात कर रहे थे, तभी वहां लाइट चली गई। कुछ देर इंतजार करने के बाद लाइट आने पर राहुल गांधी ने कहा कि ये कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन हमें चुप नहीं करा सकते हैं, मुझे जो बोलना है वो बोलूंगा।उन्होंने कहा कि इस देश में जो भी दलितों और पिछड़ों की बात करता है, उसका माइक इसी तरह से बंद हो जाता है।

मोदी जी ने संविधान की इस किताब को पढ़ा होता तो...-राहुल गांधी
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि अगर नरेंद्र मोदी जी ने संविधान की इस किताब को पढ़ा होता तो वो रोज जो करते हैं उसे वैसा नहीं करते। इसको किताब का फॉर्म दे रखा है, मगर ये महज किताब नहीं है। हिंदुस्तान की 21 वीं सदी में सोशल एंपावरमेंट की सोच इसी संविधान के अंदर है। इसमें अंबेडकर, फुले, विवेकानंद, बुद्ध आदि जैसे महान विचारकों की सोच आपको मिलेगी। उन्होंने कहा कि क्या इसमें लिखा है क्या कि किसी के साथ हिंसा करनी चाहिए? क्या किसी को डराने ये हिंदुस्तान का सत्य है और अहिंसा का रास्ता दिखाती है।

जातीय जनगणना की मांग दोहराई
कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने जातीय जनगणना की मांग फिर दोहराई। कुछ दिनो पहले तेलंगाना में कास्ट सेंसेस का काम शुरू किया. पहली बार कास्ट सेंसेस को जनता की एक्सरसाइज बना दिया. इसमें लाखों दलित पिछड़े सभी वर्गों के लोग शामिल हुए। आने वाले समय में जहां भी हमारी सरकार आएगी वहां पर हम जाति जनगणना कराएंगे। अगर हिंदुस्तान में 15 प्रतिशत दलित, 8 प्रतिशत आदिवासी, 10 प्रतिशत अल्पसंख्यक से जुड़ी जनसंख्या है। लेकिन पिछड़े वर्ग के कितने लोग इसमें शामिल हैं इसकी कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग 50 प्रतिशत तक हो सकता है। उन्होंने कहा कि सभी को जोड़ लें तो 90 प्रतिशत जनसंख्या इन्हीं वर्गों से आती है। 

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Nov 26 2024, 16:09

केजीएमयू के लारी कार्डियोलॉजी में मरीज हाथ जोड़कर डॉक्टर से अपनी जान बचाने की मांगता रहा भीख, नहीं पसीजा दिल, मिली मौत


लखनऊ ।  यूपी के सबसे बड़ा चिकित्सा प्रतिष्ठानकेजीएमयू के लारी कार्डियोलॉजी में इलाज को आने वाले मरीजों का सिस्टम की लापरवाही का शिकार होने कोई नई बात नहीं है। यहां हृदय रोग विभाग (लारी कार्डियोलॉजी) में सोमवार को दुबग्गा के छंदोइया निवासी अबरार अहमद (60) को वेंटिलेटर नहीं मिल पाया। अबरार हाथ जोड़कर वेंटिलेटर के लिए मिन्नतें करते रहे। इस पर भी डॉक्टर नहीं पसीजे। उन्हें डॉ. राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान रेफर कर दिया गया। रास्ते में ही अबरार की सांसें थम गईं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। 

अबरार अहमद की वर्ष 2018 में लारी में ही एंजियोप्लास्टी हुई थी। हालत खराब होने पर रविवार रात करीब 12:30 बजे उनको उनको लारी की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। यहां पर डॉक्टरों ने उनकी हालत गंभीर होने की बात कहते हुए वेंटिलेटर की जरूरत बताई। साथ ही वेंटिलेटर खाली नहीं होने की बात कहते हुए उनको लोहिया संस्थान या फिर पीजीआई जाने के लिए कहा। 

परिवारवालों ने इतना समय नहीं होने की बात कहते हुए डॉक्टरों से मिन्नतें कीं। अबरार के बेटे सैफ के मुताबिक पिता भी हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन डॉक्टर नहीं पसीजे। मायूस होकर हम पिता को लेकर लोहिया संस्थान गए। रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।सैफ के मुताबिक इमरजेंसी में उनके पिता को तीन-चार इंजेक्शन लगाए गए। इसके बाद उनकी नाक और मुंह से खून आने लगा। पिता के गिड़गिड़ाने पर डॉक्टर बोले ज्यादा शोर कर रहे हो, इसलिए नहीं देखेंगे। मरीज की मौत के बाद वजीरगंज थाने में कार्रवाई के लिए तहरीर भी दी गई है।

केजीएमयू के प्रवक्ता प्रो. सुधीर सिंह के मुताबिक अबरार अहमद को दिल की गंभीर बीमारी थी। वर्ष 2018 में कोरोनरी आर्टरी डिजीज की पुष्टि होने के बाद उनकी एंजियोप्लास्टी की गई थी। एंजियोप्लास्टी के बाद डॉक्टर ने समय-समय पर उन्हें जांच के लिए बुलाया था, लेकिन वे फॉलोअप के लिए ओपीडी में नहीं आए।रविवार देर रात तबीयत बिगड़ने पर मरीज को हार्ट फेल्योर की गंभीर अवस्था में इमरजेंसी में लाया गया। जहां डॉक्टरों ने तुरंत भर्ती कर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा। जरूरी जांचें कराई गईं। हालत गंभीर होने की वजह से डॉक्टरों ने वेंटिलेटर की जरूरत बताई। लारी कार्डियोलॉजी के सभी आईसीयू-वेंटिलेटर बेड फुल थे। इसलिए उन्हें पीजीआई और लोहिया संस्थान के लिए रेफर किया गया। मरीज को ले जाने के लिए संस्थान ने एंबुलेंस भी उपलब्ध कराई, लेकिन दुर्भाग्य से उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।

अकसर फुल रहते हैं बेड

लारी में राजधानी समेत प्रदेश के अन्य शहरों से भी मरीज रेफर होकर आते हैं। यहां पर 80 बेडों की क्षमता है, जबकि करीब 9 वेंटीलेटर हैं। वहीं, 12 फैकल्टी और करीब 22 रेजिडेंट्स हैं। इमरजेंसी में रोजाना 100 से अधिक मरीज आते हैं। इसमें 20 के करीब एक्यूट हार्ट अटैक और 5-6 मरीज पेसमेकर वाले होते हैं बाकि अन्य इमरजेंसी वाले होते हैं, जिसके चलते यहां की इमरजेंसी समेत सभी बेड अकसर फुल ही रहते है।

डॉक्टर्स पर रहता है काफी लोड

डॉक्टर्स के मुताबिक, वेंटीलेटर के लिए हमेशा मारा-मारी रहती है। लोग ऊपर तक जुगाड़ लगाते हैं, जिसके चलते सभी डॉक्टर्स हमेशा ओवरलोड रहते हैं। उनके ऊपर मरीजों का बेहद दबाव रहता है। छोटे सेंटर्स को अपग्रेड किया जाये और सही रेफरल पॉलिसी बने तो मरीजों के साथ डॉक्टर्स को भी राहत मिलेगी। बेडों की संख्या सीमित होती है। हर मरीज को भर्ती करना आसान नहीं है, पर इसके बावजूद मरीजों को देखा जाता है।

पहले भी सामने आ चुके हैं मामले

केस 1 -सितंबर माह में डालीगंज निवासी खर्शीदा बानो की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा काटा। परिजनों का आरोप था हालत गंभीर गंभीर होने के बावजूद डॉक्टर देखने तक नहीं आए।

केस 2 -नवंबर 2022 में मरीज की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया।

केस 3 -अप्रैल 2020 में मरीज की मौत के बाद तीमारदार भड़क गये और उन्होंने तोड़फोड़ की। इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप

मरीज गंभीर अवस्था में आया था। वेंटीलेटर की जरूरत थी, पर सभी बेड फुल थे। मरीज को रेफर कर दिया गया था, पर दुर्भाग्य से उसे बचाया नहीं जा सका।

-डॉ। सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू