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Nov 26 2024, 16:09

केजीएमयू के लारी कार्डियोलॉजी में मरीज हाथ जोड़कर डॉक्टर से अपनी जान बचाने की मांगता रहा भीख, नहीं पसीजा दिल, मिली मौत


लखनऊ ।  यूपी के सबसे बड़ा चिकित्सा प्रतिष्ठानकेजीएमयू के लारी कार्डियोलॉजी में इलाज को आने वाले मरीजों का सिस्टम की लापरवाही का शिकार होने कोई नई बात नहीं है। यहां हृदय रोग विभाग (लारी कार्डियोलॉजी) में सोमवार को दुबग्गा के छंदोइया निवासी अबरार अहमद (60) को वेंटिलेटर नहीं मिल पाया। अबरार हाथ जोड़कर वेंटिलेटर के लिए मिन्नतें करते रहे। इस पर भी डॉक्टर नहीं पसीजे। उन्हें डॉ. राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान रेफर कर दिया गया। रास्ते में ही अबरार की सांसें थम गईं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। 

अबरार अहमद की वर्ष 2018 में लारी में ही एंजियोप्लास्टी हुई थी। हालत खराब होने पर रविवार रात करीब 12:30 बजे उनको उनको लारी की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। यहां पर डॉक्टरों ने उनकी हालत गंभीर होने की बात कहते हुए वेंटिलेटर की जरूरत बताई। साथ ही वेंटिलेटर खाली नहीं होने की बात कहते हुए उनको लोहिया संस्थान या फिर पीजीआई जाने के लिए कहा। 

परिवारवालों ने इतना समय नहीं होने की बात कहते हुए डॉक्टरों से मिन्नतें कीं। अबरार के बेटे सैफ के मुताबिक पिता भी हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन डॉक्टर नहीं पसीजे। मायूस होकर हम पिता को लेकर लोहिया संस्थान गए। रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।सैफ के मुताबिक इमरजेंसी में उनके पिता को तीन-चार इंजेक्शन लगाए गए। इसके बाद उनकी नाक और मुंह से खून आने लगा। पिता के गिड़गिड़ाने पर डॉक्टर बोले ज्यादा शोर कर रहे हो, इसलिए नहीं देखेंगे। मरीज की मौत के बाद वजीरगंज थाने में कार्रवाई के लिए तहरीर भी दी गई है।

केजीएमयू के प्रवक्ता प्रो. सुधीर सिंह के मुताबिक अबरार अहमद को दिल की गंभीर बीमारी थी। वर्ष 2018 में कोरोनरी आर्टरी डिजीज की पुष्टि होने के बाद उनकी एंजियोप्लास्टी की गई थी। एंजियोप्लास्टी के बाद डॉक्टर ने समय-समय पर उन्हें जांच के लिए बुलाया था, लेकिन वे फॉलोअप के लिए ओपीडी में नहीं आए।रविवार देर रात तबीयत बिगड़ने पर मरीज को हार्ट फेल्योर की गंभीर अवस्था में इमरजेंसी में लाया गया। जहां डॉक्टरों ने तुरंत भर्ती कर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा। जरूरी जांचें कराई गईं। हालत गंभीर होने की वजह से डॉक्टरों ने वेंटिलेटर की जरूरत बताई। लारी कार्डियोलॉजी के सभी आईसीयू-वेंटिलेटर बेड फुल थे। इसलिए उन्हें पीजीआई और लोहिया संस्थान के लिए रेफर किया गया। मरीज को ले जाने के लिए संस्थान ने एंबुलेंस भी उपलब्ध कराई, लेकिन दुर्भाग्य से उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।

अकसर फुल रहते हैं बेड

लारी में राजधानी समेत प्रदेश के अन्य शहरों से भी मरीज रेफर होकर आते हैं। यहां पर 80 बेडों की क्षमता है, जबकि करीब 9 वेंटीलेटर हैं। वहीं, 12 फैकल्टी और करीब 22 रेजिडेंट्स हैं। इमरजेंसी में रोजाना 100 से अधिक मरीज आते हैं। इसमें 20 के करीब एक्यूट हार्ट अटैक और 5-6 मरीज पेसमेकर वाले होते हैं बाकि अन्य इमरजेंसी वाले होते हैं, जिसके चलते यहां की इमरजेंसी समेत सभी बेड अकसर फुल ही रहते है।

डॉक्टर्स पर रहता है काफी लोड

डॉक्टर्स के मुताबिक, वेंटीलेटर के लिए हमेशा मारा-मारी रहती है। लोग ऊपर तक जुगाड़ लगाते हैं, जिसके चलते सभी डॉक्टर्स हमेशा ओवरलोड रहते हैं। उनके ऊपर मरीजों का बेहद दबाव रहता है। छोटे सेंटर्स को अपग्रेड किया जाये और सही रेफरल पॉलिसी बने तो मरीजों के साथ डॉक्टर्स को भी राहत मिलेगी। बेडों की संख्या सीमित होती है। हर मरीज को भर्ती करना आसान नहीं है, पर इसके बावजूद मरीजों को देखा जाता है।

पहले भी सामने आ चुके हैं मामले

केस 1 -सितंबर माह में डालीगंज निवासी खर्शीदा बानो की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा काटा। परिजनों का आरोप था हालत गंभीर गंभीर होने के बावजूद डॉक्टर देखने तक नहीं आए।

केस 2 -नवंबर 2022 में मरीज की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया।

केस 3 -अप्रैल 2020 में मरीज की मौत के बाद तीमारदार भड़क गये और उन्होंने तोड़फोड़ की। इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप

मरीज गंभीर अवस्था में आया था। वेंटीलेटर की जरूरत थी, पर सभी बेड फुल थे। मरीज को रेफर कर दिया गया था, पर दुर्भाग्य से उसे बचाया नहीं जा सका।

-डॉ। सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू 

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Nov 26 2024, 16:08

कांग्रेस ने सेक्युलर और समाजवादी शब्द संविधान में चोरी से जोड़ा : योगी आदित्यनाथ



लखनऊ। संविधान दिवस' के अवसर पर लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाबा साहब आम्बेडकर ने भारत के संविधान को भारत के अनुरूप बनाकर एक भारत श्रेष्ठ भारत की आधारशिला को पुख्ता किया था। संविधान सभा में अलग—अलग सत्रों के माध्यम से न्याय समता व बंधुता प्राप्त करने के लिए जो निचोड़ आया आज वह संविधान के रूप में हमारे सामने है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता के कारण आज हम संविधान दिवस मना रहे हैं।

मुख्यमंत्री याेगी ने कहा कि भारत का मूल संविधान जिसे बाबा साहब आम्बेडकर ने अंगीकार किया था, उस संविधान में सेक्युलर और समाजवादी शब्द नहीं था। कांग्रेस ने चोरी छिपे इन शब्दों को संविधान में डालने का काम किया। जिन लोगों ने संविधान का गला घोंटने का काम किया था, जनता ने उनको सबक सिखाने का काम किया। 1975 में आपातकाल रहा हो या भारत के बाहर जाकर ​दलित व पिछड़ी जाति के लोगों को मिले अधिकारों पर टिप्पणी करना।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत के संविधान ने समान मतदान का अधिकार दिया है। दुनिया के अनेक देशों ने अपने सभी नागरिकों को मतदान का अधिकार नहीं दिया। भारत के संविधान ने प्रथम आम चुनाव में ही सबको समान मताधिकार दिया था। दुनिया के अनेक देशों ने महिलाओं को मतदान का अधिकार प्रदान नहीं किया था। भारत का संविधान भारत के नागरिकों का संरक्षण, सम्मान व अधिकार प्रदान करता है। बाबा साहब की धरोहर जो भारत का संविधान है, उसका संरक्षण करना हम सबका दायित्व है।

हर घर में संविधान की प्रति होनी चाहिए : केशव प्रसाद मौर्य

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि आज का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। आजादी के अमृतकाल में हर घर तिरंगा अभियान चलाया था। इस दौरान हर घर में तिरंगा फहराया गया। अब समय आ गया है कि हर घर में संविधान की प्रति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज केशव प्रसाद मौर्य यहां खड़ा है तो संविधान के कारण खड़ा है। अगर आज ओबीसी आयोग को संवैधानिक अधिकार मिला है तो संविधान के कारण मिला है। अगर आज द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति हैं तो बाबा साहब के संविधान के कारण बनी हैं। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि संविधान की मूल प्रति में भगवान श्रीराम, भगवान श्रीकृष्ण, भगवान बुद्ध और सम्राट अशोक सबका चित्र है।

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि हमारा संविधान दुनिया का सर्वश्रेष्ठ संविधान है। 2014 को मोदी सरकार आने के बाद पिछड़ों, दलितों व वंचितों को उनका अधिकार मिला। आज हम कह सकते हैं डाॅ. भीमराव आम्बेडकर के पंचतीर्थों को विकसित करने का काम मोदी सरकार ने किया है। ब्रजेश पाठक ने कहा कि आज कुछ लोग संविधान की प्रति लेकर घूम रहे हैं। लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। कांग्रेस ने बाबा साहब को धोखा दिया। कांग्रेस ने डाॅ. आम्बेडकर को चुनाव में हराने का काम किया था।

बाबा साहब ने समरसता की बात की थी। आम्बेडकर की सोच के मुताबिक हर नागरिक को उसका अधिकार मिलना चाहिए। हर नागरिक के जीवनस्तर को उठाने का काम भाजपा सरकार कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बाबा साहब की सोच के मुताबिक आज देश प्रगति कर रहा है।

संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि दूसरों के अधिकारों की रक्षा हम तभी कर पायेंगे जब हम अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे। अगर हम कानून का शासन देंगे तभी लोगों को न्याय मिल पायेगा। हमारे शासन में न्यायपालिका को स्वतंत्र रखा गया है। बहुत सी बातें कही गयीं कि आरक्षण को खत्म किया जा रहा है। दुष्प्रचार की बातें नहीं होनी चाहिए। संविधान में संशोधन करते हुए आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के लोगों को भी 10 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है।

इस अवसर पर लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल, एमएलसी लालजी प्रसाद निर्मल, विधायक डाॅ. नीरज बोरा, विधायक ओपी श्रीवास्तव व अनुसूचित जन जाति आयोग के अध्यक्ष वैजनाथ रावत उपस्थित रहे। 

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Nov 26 2024, 16:07

संविधान दिखावटी चीज नहीं बल्कि अंगीकरण करना जरूरी: मायावती



लखनऊ। संविधान दिवस के अवसर पर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सत्ता में रहने वाली खासकर कांग्रेस व भाजपा ने संविधान को इसकी असली जनकल्याणकारी मंशा के हिसाब से लागू नहीं किया जो अति-दुखद।

मायावती ने मंगलवार को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि देश का संविधान कोई दिखावटी चीज नहीं बल्कि इसको दिल से अंगीकार करके उसके अनुरूप व्यवहार करना भी बहुत जरूरी है। ख़ासकर भारतीय संविधान 'सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’ के मानवतावादी व कल्याणकारी उद्देश्यों को लेकर है ताकि यहां जात-पात मुक्त समतामूलक समाज की स्थापना हो व देश महान बने।

उन्होंने कहा कि देश में संविधान लागू होने के इतने दशकों के बाद भी जमीनी स्तर पर सही व सच्चे सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक लोकतंत्र का अभाव यह साबित करता है कि यहां सत्ता में रहने वाली खासकर कांग्रेस व भाजपा ने संविधान को इसकी असली जनकल्याणकारी मंशा के हिसाब से लागू नहीं किया जो अति-दुखद।

मायावती ने कहा कि 'संविधान दिवस' पर बसपा संविधान की भूरि-भूरि प्रशंसा करती हैं, किन्तु इसके मुख्य शिल्पी परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि तभी संभव होगी जब उनके करोड़ों शोषित-उपेक्षित अनुयाइयों के जीवन में आरक्षण आदि के जरिए बेहतरी आएगी। इसके लिए बसपा ही समर्पित।

दरिद्रता झेल रहे लगभग 140 करोड़ लोगों के भारत देश की पूंजी में विकास के जरिए जनता की गरीबी, बेरोजगारी एवं पिछड़ापन दूर करने का अपार जनहित व जनकल्याण का कार्य नहीं होना। बल्कि कुछ मुट्ठीभर लोगों का विकास होना यहाँ हर संतुलन को बिगाड़ने वाला, जिससे बहु-अपेक्षित जनविकास कैसे संभव? 

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Nov 26 2024, 16:07

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बोले, हार के बाद बौखला गए अखिलेश यादव

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य आज मंगलवार को प्रयागराज पहुंचे। यहां पर उन्होंने बीते दिनों हुए उप चुनाव में बीजेपी की जीत पर सभी को बधाई दी। यहां उन्होंने समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। केशव प्रसाद ने कहा कि उपचुनाव में सिर्फ़ सपा की हार नहीं बल्कि गुंडे और दंगाइयों की हार हुई है। हार के बाद से अखिलेश यादव बौखला गये हैं। 

लूट का ठेका अखिलेश यादव के पास है

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि लूट का ठेका अखिलेश यादव जी के पास है। 2027 में अखिलेश यादव सरकार बनाने का जो सपना देख रहे हैं वह सिर्फ सपना ही रह जाएगा। उन्होंने कहा कि गुंडे, माफिया और भ्र्ष्टाचारी यही सब सपा का दिल और किडनी हैं। समाजवादी पार्टी अब समाप्तवादी पार्टी बनने के कगार पर हैं। अखिलेश यादव झूठ बोलने की आटोमेटिक मशीन हैं। 

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Nov 24 2024, 18:08

इमरान का ‘‘गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने’’ का ऐलान, पाकिस्तान में तूफान, इस्लामाबाद में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा




डेस्क: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (पीटीआई) ने एक बार फिर से देश में बड़े आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। इससे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। इमरान खान की ओर से यह संदेश दिया गया है कि अब गुलामी की बेड़ियों को नहीं सहन करेंगे और इसे उखाड़ फेकेंगे। इससे इस्लामाबद में प्रस्तावित प्रदर्शन के मद्देनजर सरकार ने रविवार को सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।

इमरान खान ने जनता से ‘‘गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने’’ के लिए एकजुट होने का आह्वान किया है। पाकिस्तान सरकार ने ‘पीटीआई’ द्वारा इस्लामाबाद में रविवार को किए जाने वाले प्रदर्शन को रोकने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की ओर जाने वाले राजमार्गों को शनिवार को ही बंद कर दिया, इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं को आंशिक रूप से निलंबित कर दिया, सार्वजनिक परिवहन पर रोक लगा दी तथा महत्वपूर्ण सड़कों को कंटेनर खड़े कर अवरुद्ध कर दिया। इसके साथ ही भारी संख्या में सुरक्षाबलों को भी तैनात किया गया है। ‘

पीटीआई’ के नेतृत्व ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि योजनानुसार रविवार को प्रदर्शन किया जाएगा तथा इसे न तो स्थगित किया जाएगा और न ही लक्ष्य हासिल होने से पहले इसे समाप्त किया जाएगा। जियो न्यूज की खबर के मुताबिक, ‘पीटीआई’ के नेताओं ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री आवास पर रविवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें प्रदर्शन करने के लिए रणनीति को अंतिम रूप दिया गया। खबर में बताया गया कि खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने कहा कि वह प्रस्तावित प्रदर्शन की तैयारियों का निरीक्षण करने और इस्लामाबाद तक पार्टी के मार्च का नेतृत्व करने के लिए अपराह्न तीन बजे स्वाबी पहुंचेंगे।

मुख्यमंत्री ने मार्च में शामिल होने के इच्छुक पार्टी कार्यकर्ताओं को अपराह्न तीन बजे तक स्वाबी पहुंचने का भी निर्देश दिया है। पीटीआई दो महीने में दूसरी बार प्रदर्शन करने जा रही है। प्रदर्शन स्थगित करने के सरकार के आह्वान को नजरअंदाज करते हुए पार्टी ने इस्लामाबाद की ओर बढ़ने की घोषणा की है। वहीं, अधिकारियों ने इस प्रदर्शन के दौरान संभावित खतरे की चेतावनी जारी की है। 

इमरान खान की पार्टी ने अपनी तीन मांगों को लेकर इस्लामाबाद तक एक लंबा मार्च करने की पिछले सप्ताह घोषणा की थी। पार्टी जेल में बंद खान और अन्य नेताओं को रिहा करने, आठ फरवरी के चुनावों में पीटीआई की जीत को मान्यता देने के अलावा 26वें संविधान संशोधन को निरस्त करने की मांग कर रही है। 26वें संविधान संशोधन ने न्यायाधीशों और मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति की प्रक्रिया को बदल दिया था।

पाकिस्तानी न्यूज चैनल ‘एक्सप्रेस न्यूज टीवी’ की खबर के अनुसार, राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक प्राधिकरण (एनएसीटीए) ने इस्लामाबाद में पीटीआई के प्रदर्शन के दौरान संभावित आतंकवादी हमले की चेतावनी देते हुए सुरक्षा अलर्ट जारी किया है। इसने चेतावनी दी कि पीटीआई की सार्वजनिक सभा को आतंकवादी निशाना बना सकते हैं। 

इस्लामाबाद में 18 नवंबर से धारा-144 लागू है, जिसके तहत लोग एकत्र नहीं हो सकते। दूसरी ओर, पंजाब सरकार ने भी 23 नवंबर से 25 नवंबर तक पूरे प्रांत में धारा 144 लागू कर दी है, जिसके तहत विरोध प्रदर्शन, सार्वजनिक सभाएं, रैलियां और धरने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। कड़ी सुरक्षा और प्रतिबंधों के बावजूद, पीटीआई अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने पर अड़ी हुई है। 

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Nov 24 2024, 15:32

सपा का पीडीए फार्मूला फेल, मुस्लिम बाहुल्य विधानसभा कुंदरकी में चली भगवा लहर

लखनऊ/मुरादाबाद। बीते लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के पिछड़ा, दलित व अल्पसंख्यक (पीडीए) फार्मूले ने अपना रंग दिखाया। मगर उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में सपा का पीडीए फार्मूला फेल हो गया। मुरादाबाद जनपद की मुस्लिम बाहुल्य सीट कुंदरकी विधानसभा में 31 साल बाद प्रचंड जीत के साथ कमल खिलना यह साबित करता हैं कि यहां के मुस्लिम मतदाताओं ने पीडीए को दरकिनार करके मोदी-योगी शासन को पसंद किया और भाजपा उम्मीदवार रामवीर सिंह ठाकुर को दिल खोलकर वोट दिया। चुनावी विश्लेषकों का कहना हैं कि कुंदरकी के चुनाव परिणाम ने पूरे देश को संदेश दे दिया हैं कि मुस्लिम वोट किसी के हाथों की कठपुतली नहीं है, वो जिसे चाहे उसे जिताएगा।

कुंदरकी विधानसभा उप निर्वाचन में भाजपा के उम्मीदवार रामवीर सिंह ने दो बार लगातार कुंदरकी से विधायक रहे सपा के प्रत्याशी मोहम्मद रिजवान को 144742 वोटों से करारी शिकस्त दी। भाजपा को 170303 वोट जबकि रिजवान को 25,561 वोट मिले। कुंदरकी में कई मायनों में ऐतिहासिक है। कुंदरकी विधानसभा में मुस्लिम-हिंदू मतदाताओं का 65:35 है। ऐसे में यहां से भाजपा का कमल खिलना आसान नहीं था। तीन दशक के बाद मुस्लिम मतदाताओं के समर्थन के कारण भाजपा की असम्भव जीत संभव हुई। जहां रामवीर सिंह ठाकुर के लिए एक अहम राजनीतिक मील का पत्थर साबित होगी वहीं भाजपा भी इस हिंदू-मुस्लिम गठजोड़ फार्मूले को अन्य चुनावों में अजमाकर देखेगी।

एक राजनीतिक जानकार ने कहा कि मुस्लिम वोटों को कठपुतली मानकर इस्तेमाल किया जाता था। इसको कुंदरकी विधानसभा उपचुनाव ने खारिज कर दिया। यहां के मुस्लिम मतदाताओं ने चुनाव परिणाम से पूरे देश को संदेश दे दिया वह जिसे चाहे उसे जिताएगा। शिक्षाविद् डा. एके सिंह ने कहा कि कुंदरकी विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की जीत के पीछे सबसे बड़ा कारण यह भी हो सकता हैं कि यहां हुई चुनावी जनसभाओं में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक आदि की कई नेताओं व मंत्रियों की जनसभाएं हुई। किसी ने भी बटोगे तो कटोगे, राम मंदिर, काशी-मथुरा विवाद, एनआरसी, जनसंख्या नियंत्रण कानून, तीन तलाक जैसे मुस्लिम नाराजगी के मुद्दों का कोई जिक्र नहीं किया। इससे चुनाव के प्रारंभ से मुस्लिम मतदाताओं की पंसद बने भाजपा उम्मीदवार ईवीएम का बटन दबाने तक पसंद बने रहे। 

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Nov 24 2024, 15:31

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: राज ठाकरे के बेटे अमित ने पहली बार लड़ा था विधानसभा चुनाव, जीत मिली या हार? 




डेस्क: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं। इस चुनाव में बीजेपी नीत महायुति को बंपर जीत हासिल हुई है, वहीं महाविकास अघाड़ी की करारी हार हुई है। इस चुनाव में कई सीटों पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला, उसी में से एक सीट माहिम भी है।

माहिम सीट से राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे MNS से मैदान में थे। ये उनके जीवन का पहला चुनाव था। ऐसे में सभी की नजरें इस सीट पर टिकी हुई थीं। लेकिन माहिम की जनता ने अमित ठाकरे पर भरोसा नहीं जताया और अमित ये चुनाव हार गए। माहिम सीट पर शिवसेना(यूबीटी) के महेश बलिराम सावंत को जीत हासिल हुई है। 

महेश बलिराम सावंत को कुल 50,213 वोट मिले। दूसरे नंबर पर शिवसेना के सदा सरवणकर रहे। उन्हें कुल 48,897 वोट मिले। तीसरे नंबर पर एमएनएस के अमित ठाकरे रहे। उन्हें महज 33,062 वोट मिले। 

इस सीट पर सबसे बड़ा झटका तो सदा सरवणकर को है क्योंकि वह इस सीट से 2014 और 2019 में अविभाजित शिवसेना के टिकट पर जीत हासिल कर चुके थे। यह उनके लिए हैट्रिक का मौका था लेकिन वह चुनाव हार गए। शिवसेना में जब विभाजन हुआ तो सरवणकर ने एकनाथ शिंदे का साथ दिया था। शिंदे ने उनपर इस चुनाव में भी भरोसा जताया लेकिन वह चुनाव हार गए।

यहां एक बार गौर करने वाली है कि एकनाथ शिंदे ने माहिम से अपना प्रत्याशी जरूर उतारा था लेकिन बीजेपी ने अमित ठाकरे को समर्थन देने का वादा किया था। यानी बीजेपी का सपोर्ट अमित ठाकरे के साथ था। फिर भी वह चुनाव नहीं जीत सके।

माहिम विधानसभा सीट पर किसी एक नेता का वर्चस्व नहीं रहा है। 1962 से लेकर अब तक कई बड़े नेताओं ने यहां से चुनाव जीता है। 1990 के दशक में इस सीट पर शिवेसना का दबदबा था। सुरेश गंभीर ने 1990,1995 और 1999 में यहां से लगातार जीत हासिल की थी। 2004 में भी गंभीर ही जीते। 

लेकिन 2009 में इस सीट से शिवसेना को झटका लगा और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के उम्मीदवार नितिन सरदेसाई चुनाव जीत गए। 2014 में शिवसेना ने फिर वापसी की और सदा सरवणकर जीत गए। 2019 के चुनाव में सदा सरवणकर फिर जीत गए। 

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Nov 24 2024, 15:30

यूपी के संभल में बवाल, उग्र भीड़ ने वाहनों में लगाई आग, SP-CO और इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी घायल




डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल में आज फिर एक बार शाही जामा मस्जिद का सर्वे हुआ। सर्वे करने टीम सुबह 6 बजे पहुंच गई है। मौके पर डीएम-एसपी के अलावा एसडीएम-सीओ और पीएसी-आरआरएफ को तैनात कर दिया गया। हालांकि इस दौरान मस्जिद के बाहर बवाल भी देखने को मिला और अचानक से पुलिस की टीम पर पथराव किया गया। वहीं हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और कुछ लोगों पर लाठीचार्ज भी करना पड़ा। बता दें कि आज सुबह से ही इलाके में भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया है। वहीं शाही जामा मस्जिद से सर्वे की टीम निकल चुकी है। पुलिस प्रशासन ने सुरक्षित रास्ते से सर्वे टीम को बाहर निकाला है।

दरअसल, आज एक बार फिर संभल की जामा मस्जिद में सर्वे का काम किया गया। इसी बीत सर्वे को लेकर भीड़ आक्रोशित हो गई और इसके बाद संभल में तनाव का माहौल है। इस बीच पुलिस और भीड़ के बीच जमकर धक्का मुक्की हुई। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई और डीएम डॉ राजेंद्र पेंसिया ने मोर्चा संभाला। वहीं आक्रोशित भीड़ को भगाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए। डीएम और एसपी आक्रोशित भीड़ को समझाने के लिए पहुंचे तो आक्रोशित भीड़ ने नारेबाजी की। वहीं हंगामा कर रही आक्रोशित भीड़ पर बमुश्किल काबू पाने में एसपी और डीएम जुटे हुए हैं। वहीं पत्थरबाजी की घटना के बाद हर गली में ड्रोन कैमरे से की जा रही निगरानी। घरों की छतों पर भी पुलिस बल तैनात किया गया है। फिलहाल जो गाड़ियां आग की चपेट में आई हैं, उनकी आग बुझाई जा रही है। वहीं इलाके में घरों के दरवाजे बंद हैं।

संभल के एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा, "कोर्ट के आदेश के अनुसार, संभल जिले में जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। सर्वेक्षण के विरोध में कुछ लोग एकत्र हुए और सर्वेक्षण के समय पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने इस पर जवाबी कार्रवाई की और जामा मस्जिद के परिसर के पास खड़ी उप-निरीक्षकों की कुछ गाड़ियों को आग लगा दी गई। कानून-व्यवस्था नियंत्रण में है। हर जगह शांति और व्यवस्था कायम है। फिर से ड्यूटी लगाई जा रही है और सर्वेक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। ड्रोन से वीडियोग्राफी की गई है और सीसीटीवी कैमरों की मदद से इन सभी लोगों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।"

वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने बताया कि "19 नवंबर को पारित न्यायालय के आदेश के अनुपालन में आज एडवोकेट कमिश्नर द्वारा दूसरे दिन का सर्वेक्षण सुबह 7:30 बजे से 10:00 बजे तक किया गया। इस सर्वेक्षण के दौरान सभी विशेषताओं का अध्ययन किया गया। न्यायालय द्वारा निर्देशित वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी का अनुपालन किया गया है और अब यह सर्वेक्षण पूरा हो गया है। रिपोर्ट 29 नवंबर से पहले या 29 नवंबर को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी।"

वहीं संभल में हुई पत्थरबाजी की घटना पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, "न्यायालय के निर्देश का पालन करना सरकार और पुलिस का कर्तव्य है और जो भी इसमें बाधा डालेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।' इसके अलावा राज्य मंत्री जयवीर सिंह का कहना है, "धर्म विशेष के लोग खुद को संविधान, कानून और न्यायपालिका से ऊपर समझ रहे हैं। पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार सभी से कानून का पालन कराएगी। इस तरह की गुंडागर्दी और कोर्ट के आदेश का अनादर नहीं चलेगा। किसी को भी अपने धर्म के नाम पर इस तरह की हरकत करने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।" 

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Oct 25 2024, 10:09

लखनऊ सुपर जायंट्स ने केएल राहुल को रिटेन नहीं करने का फैसला किया, जानें क्यों?


टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज केएल राहुल के लिए इन दोनों मैदान के अंदर या बाहर का वक्त अच्छा नहीं चल रहा है. टीम इंडिया में उनके सेलेक्शन पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में वो फेल हुए थे जबकि दूसरे टेस्ट मैच से उन्हें ड्रॉप कर दिया गया. इन सबसे अलग लगातार खबरें आ रही हैं कि आईपीएल फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपर जायंट्स उन्हें रिटेन नहीं करेगी, जिसके वो 3 साल तक कप्तान थे. ये बात अब लगभग तय मानी जा रही है कि राहुल इस बार मेगा ऑक्शन में उतरेंगे लेकिन उससे पहले एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फ्रेंचाइजी के फैसले से पहले ही राहुल ने LSG मैनेजमेंट से रिटेंशन को लेकर किसी तरह के कमिटमेंट से इनकार कर दिया था.

राहुल ने नहीं किया रिटेंशन को लेकर वादा


ईएसपीएन-क्रिकइंफो की रिपोर्ट में बताया गया है कि राहुल का LSG से अलग होना अब लगभग तय है. इसी रिपोर्ट में बताया गया है कि कुछ वक्त पहले राहुल की फ्रेंचाइजी के मालिक संजीव गोयनका से मुलाकात हुई थी, जिसमें रिटेंशन को लेकर चर्चा हुई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, इस मीटिंग के दौरान राहुल से पूछा गया कि अगर उन्हें रिटेन करने का फैसला किया जाता है तो क्या वो इसे स्वीकार करेंगे तो स्टार बल्लेबाज ने इस पर किसी भी तरह का वादा नहीं किया. यानि राहुल ने भी संकेत दे दिए थे कि वो फ्रेंचाइजी छोड़ने को तैयार हैं.

राहुल 2022 में लखनऊ सुपर जायंट्स के डेब्यू सीजन से ही टीम के कप्तान थे. इस दौरान टीम के पहले और दूसरे सीजन में लखनऊ ने प्लेऑफ में जगह बनाई थी लेकिन पिछले सीजन में वो ऐसा नहीं कर सकी. हालांकि इस दौरान लगातार राहुल की कप्तानी और खास तौर पर उनकी धीमी बल्लेबाजी आलोचना के केंद्र में रही. पिछले सीजन में ही एक बार टीम की करारी हार के बाद फ्रेंचाइजी मालिक गोयनका ने खुले आम मैदान पर राहुल को जमकर फटकार लगाई थी, जिसके बाद से ही दोनों के अलग होने की अटकलें तेज हो गई थीं. हालांकि, अगस्त में ही गोयनका और राहुल की कोलकाता में एक मीटिंग हुई थी.

कोच-मेंटॉर ने तैयार की रिपोर्ट


इन सबके अलावा बताया जा रहा है कि टीम के हेड कोच जस्टिन लेंगर और नए मेंटॉर जहीर खान ने हाल ही में राहुल के प्रदर्शन की एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमें उनकी धीमी बल्लेबाजी के कारण कई मैचों में टीम के प्रदर्शन पर असर को हाईलाइट किया गया था. इस रिपोर्ट के आधार पर ही राहुल को फ्रेंचाइजी से रिलीज करने की बातें सामने आने लगी थीं. पिछले 2 सीजन के प्रदर्शन को देखते हुए साफ हो गया है कि लखनऊ का पहला रिटेंशन वेस्टइंडीज के स्टार निकोलस पूरन होंगे. रिटेंशन घोषित करने की आखिरी तारीख 31 अक्टूबर है. 

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Oct 22 2024, 19:18

मध्य प्रदेश के छतरपुर में मस्जिद के अंदर बम होने की सूचना से मचा हड़कंप, फिर सामने आई ये बात





डेस्क: मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक मस्जिद के अंदर बम होने की सूचना से हड़कंप मच गया है। किसी अज्ञात शख्स ने मस्जिद में बम होने का एक पत्र छोड़ा था। इस मामले के सामने आने के बाद मौके पर भारी पुलिस बल, बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वायड की टीम पहुंची थी। लेकिन जो बात सामने आई, वो हैरान करने वाली है।

छतरपुर में मस्जिद में बम होने की सूचना से हड़कंप मच गया है। अज्ञात शख्स ने मस्जिद में बम होने की सूचना भरा पत्र छोड़ा था। जिसके बाद बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड की टीम मस्जिद परिसर में बम की तलाश में जुट गई। 

सीएसपी सहित भारी पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा था। हालांकि जांच में बम की सूचना की बात अफवाह निकली। बम होने का पत्र सिविल लाइन थाना के सुल्तानुल हिन्द मस्जिद में बम होने का खत मिला था।

मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक ऑर्डिनेंस फैक्ट्री (हथियार बनाने वाली कंपनी) में हालही में जबरदस्त धमाका हुआ था। जिले के खमरिया में स्थित ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में ब्लास्ट से दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी जबकि 9 कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हुए थे। जानकारी के अनुसार, कंपनी के एफ 6 सेक्शन में यह धमाका हुआ था। धमाका इतना तेज था कि बिल्डिंग का एक हिस्सा धराशायी हो गया था। मलबे में कई कर्मचारियों के दबे होने की खबर भी आई थी।

जानकारी के अनुसार, धमाके में इमारत का एक हिस्सा ढह गया और खबर है कि कई मजदूर अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं। प्रशासन प्रभावित लोगों की पहचान करने और उनकी मदद के लिए बचाव अभियान चला रहा है। इस दुखद दुर्घटना में दो श्रमिकों की मौत की पुष्टि की गई है और गंभीर रूप से घायल नौ अन्य का इलाज किया जा रहा है। आपातकालीन टीमें मौके पर पहुंची हैं। विस्फोट की वजह अभी सामने नहीं आई है।