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Oct 25 2024, 10:09

लखनऊ सुपर जायंट्स ने केएल राहुल को रिटेन नहीं करने का फैसला किया, जानें क्यों?


टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज केएल राहुल के लिए इन दोनों मैदान के अंदर या बाहर का वक्त अच्छा नहीं चल रहा है. टीम इंडिया में उनके सेलेक्शन पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में वो फेल हुए थे जबकि दूसरे टेस्ट मैच से उन्हें ड्रॉप कर दिया गया. इन सबसे अलग लगातार खबरें आ रही हैं कि आईपीएल फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपर जायंट्स उन्हें रिटेन नहीं करेगी, जिसके वो 3 साल तक कप्तान थे. ये बात अब लगभग तय मानी जा रही है कि राहुल इस बार मेगा ऑक्शन में उतरेंगे लेकिन उससे पहले एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फ्रेंचाइजी के फैसले से पहले ही राहुल ने LSG मैनेजमेंट से रिटेंशन को लेकर किसी तरह के कमिटमेंट से इनकार कर दिया था.

राहुल ने नहीं किया रिटेंशन को लेकर वादा


ईएसपीएन-क्रिकइंफो की रिपोर्ट में बताया गया है कि राहुल का LSG से अलग होना अब लगभग तय है. इसी रिपोर्ट में बताया गया है कि कुछ वक्त पहले राहुल की फ्रेंचाइजी के मालिक संजीव गोयनका से मुलाकात हुई थी, जिसमें रिटेंशन को लेकर चर्चा हुई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, इस मीटिंग के दौरान राहुल से पूछा गया कि अगर उन्हें रिटेन करने का फैसला किया जाता है तो क्या वो इसे स्वीकार करेंगे तो स्टार बल्लेबाज ने इस पर किसी भी तरह का वादा नहीं किया. यानि राहुल ने भी संकेत दे दिए थे कि वो फ्रेंचाइजी छोड़ने को तैयार हैं.

राहुल 2022 में लखनऊ सुपर जायंट्स के डेब्यू सीजन से ही टीम के कप्तान थे. इस दौरान टीम के पहले और दूसरे सीजन में लखनऊ ने प्लेऑफ में जगह बनाई थी लेकिन पिछले सीजन में वो ऐसा नहीं कर सकी. हालांकि इस दौरान लगातार राहुल की कप्तानी और खास तौर पर उनकी धीमी बल्लेबाजी आलोचना के केंद्र में रही. पिछले सीजन में ही एक बार टीम की करारी हार के बाद फ्रेंचाइजी मालिक गोयनका ने खुले आम मैदान पर राहुल को जमकर फटकार लगाई थी, जिसके बाद से ही दोनों के अलग होने की अटकलें तेज हो गई थीं. हालांकि, अगस्त में ही गोयनका और राहुल की कोलकाता में एक मीटिंग हुई थी.

कोच-मेंटॉर ने तैयार की रिपोर्ट


इन सबके अलावा बताया जा रहा है कि टीम के हेड कोच जस्टिन लेंगर और नए मेंटॉर जहीर खान ने हाल ही में राहुल के प्रदर्शन की एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमें उनकी धीमी बल्लेबाजी के कारण कई मैचों में टीम के प्रदर्शन पर असर को हाईलाइट किया गया था. इस रिपोर्ट के आधार पर ही राहुल को फ्रेंचाइजी से रिलीज करने की बातें सामने आने लगी थीं. पिछले 2 सीजन के प्रदर्शन को देखते हुए साफ हो गया है कि लखनऊ का पहला रिटेंशन वेस्टइंडीज के स्टार निकोलस पूरन होंगे. रिटेंशन घोषित करने की आखिरी तारीख 31 अक्टूबर है. 

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Oct 22 2024, 19:18

मध्य प्रदेश के छतरपुर में मस्जिद के अंदर बम होने की सूचना से मचा हड़कंप, फिर सामने आई ये बात





डेस्क: मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक मस्जिद के अंदर बम होने की सूचना से हड़कंप मच गया है। किसी अज्ञात शख्स ने मस्जिद में बम होने का एक पत्र छोड़ा था। इस मामले के सामने आने के बाद मौके पर भारी पुलिस बल, बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वायड की टीम पहुंची थी। लेकिन जो बात सामने आई, वो हैरान करने वाली है।

छतरपुर में मस्जिद में बम होने की सूचना से हड़कंप मच गया है। अज्ञात शख्स ने मस्जिद में बम होने की सूचना भरा पत्र छोड़ा था। जिसके बाद बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड की टीम मस्जिद परिसर में बम की तलाश में जुट गई। 

सीएसपी सहित भारी पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा था। हालांकि जांच में बम की सूचना की बात अफवाह निकली। बम होने का पत्र सिविल लाइन थाना के सुल्तानुल हिन्द मस्जिद में बम होने का खत मिला था।

मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक ऑर्डिनेंस फैक्ट्री (हथियार बनाने वाली कंपनी) में हालही में जबरदस्त धमाका हुआ था। जिले के खमरिया में स्थित ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में ब्लास्ट से दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी जबकि 9 कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हुए थे। जानकारी के अनुसार, कंपनी के एफ 6 सेक्शन में यह धमाका हुआ था। धमाका इतना तेज था कि बिल्डिंग का एक हिस्सा धराशायी हो गया था। मलबे में कई कर्मचारियों के दबे होने की खबर भी आई थी।

जानकारी के अनुसार, धमाके में इमारत का एक हिस्सा ढह गया और खबर है कि कई मजदूर अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं। प्रशासन प्रभावित लोगों की पहचान करने और उनकी मदद के लिए बचाव अभियान चला रहा है। इस दुखद दुर्घटना में दो श्रमिकों की मौत की पुष्टि की गई है और गंभीर रूप से घायल नौ अन्य का इलाज किया जा रहा है। आपातकालीन टीमें मौके पर पहुंची हैं। विस्फोट की वजह अभी सामने नहीं आई है। 

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Oct 22 2024, 18:29

'बंटेंगे तो कटेंगे...', महाराष्ट्र की सड़कों पर सीएम योगी की फोटो के साथ लगे बैनर, जानें क्या बोले मुख्तार अब्बास नकवी


  
डेस्क: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। यहां 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को चुनाव होना है। चुनाव से पहले सभी दलों के नेता और कार्यकर्ता प्रचार अभियान में जुट गए हैं। इस बीच मुंबई की सड़कों पर सीएम योगी के बैनर देखें गए हैं। इन बैनर्स पर सीएम योगी की तस्वीर के साथ स्लोगन भी लिखा हुआ है। स्लोगन में लिखा हुआ है, 'बंटेंगे तो कटेंगे'। वहीं मुंबई में लगे इन बैनर्स को लेकर बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि इसका संबंध आजादी के समय हुए बंटवारे से है।
  

  
बताया जा रहा है कि मुंबई की सड़कों पर ये बैनर बीजेपी कार्यकर्ता के द्वारा लगवाए गए हैं। बीजेपी के एक कार्यकर्ता विश्वबंधु राय ने ये बैनर्स लगवाए हैं। इसे महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। इस बैनर पर सीएम योगी की तस्वीर भी लगी हुई है। इसके अलावा इसपर स्लोगन लिखा हुआ है, 'बंटेंगे तो कटेंगे'। बैनर पर आगे लिखा है, 'योगी संदेश... एक रहेंगे तो नेक रहेंगे, सुरक्षित रहेंगे'। वहीं इस यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ स्लोगन लिखे ये बैनर सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहे हैं।
  

  
मुंबई की सड़कों पर लगे इन बैनर्स के लेकर बीजेपी के नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के 'बटेंगे तो कटेंगे' वाले बैनर को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा, 'जब भारत को आजादी मिली, तो विभाजन हुआ। उसके बाद, लोगों ने विभाजन की भयावहता देखी। यह ('बटेंगे तो कटेंगे') के पीछे का निष्कर्ष और मूल भाव यह है कि इसकी पुनरावृत्ति न हो।' 
  

  
बता दें कि महाराष्ट्र में इस बार एक ही चरण में वोटिंग होनी है। वोटिंग से पहले चुनाव प्रचार पूरे जोर-शोर से किया जा रहा है। इस बीच कार्यकर्ता भी पूरी ताकत के साथ चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। वहीं अब सीएम योगी की तस्वीर के साथ स्लोगन लिखे बैनर सामने आने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में इसपर बहस छिड़ गई है। 

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Oct 18 2024, 13:40


ड्रोन में कैद हुए याह्या सिनवार के आखिरी पल, मौत के ठीक पहले ऐसी दिखी 'खान यूनिस के कसाई' की हालत

इजराइल ने 7 अक्तूबर के हमले के मास्टरमाइंड और गाजा का लादेन कहे जाने वाले हमास चीफ याह्या सिनवार को मार गिराया है। इजरायली सैन्य बलों के प्रवक्ता ने गुरुवार एक अभियान में सिनवार के मारे जाने की पुष्टि की। याह्या सिनवार उस समय मारा गया जब इजरायली सेना ने उस इमारत को गिरा दिया, जिसमें हमास चीफ सैनिकों से बचने के लिए जाकर छिप गया था। इजरायली सेना ने हत्या से ठीक कुछ समय पहले ही सिनवार को कैमरे में कैद किया था, जिसमें उसके आखिरी पल की हालत के बारे में पता चलता है। इजराइली सेना ने याह्या सिनवार के आखिरी पलों का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है।

इजरायली सेना ने ड्रोन फुटेज जारी कर दावा किया है कि इसमें दिखने वाला शख्स याह्या सिनवार है। मौत के सोफो पर बैठा याह्या सिनवार मरते-मरते नेतन्याहू को तेवर दिखाते दिख रहा है। इसमें हमास नेता याह्या सिनवार का मरने से पहले का आखिरी पल  दिख रहा है।

इजरायल की 450वीं बटालियन के एक सैनिक ने संदिग्ध व्यक्ति को एक इमारत में घुसते और बाहर निकलते देखा। सैनिक ने अपने कमांडर को सूचना दी जिसके बाद गोली चलाने का आदेश दिया गया। दोपहर 3 बजे आईडीएफ ने ड्रोन के जरिए देखा कि तीन लोग एक घर से दूसरे घर में जाने की कोशिश कर रहे थे। दो व्यक्ति खुद को कंबल से ढंके हुए आगे चल रहे थे, जबकि तीसरा व्यक्ति पीछे था।

450वीं बटालियन के कमांडर ने तीनों पर गोलियां चलाईं जिससे वे अलग हो गए। दो आतंकवादी एक इमारत में भाग गए और तीसरा अलग इमारत में घुस गया। यही तीसरा शख्स सिनवार था। हालांकि, उस समय तक इजरायली सैनिकों को पता नहीं था कि उन्होंने सिनवार को घेर लिया है। इस बीच सिनवार इमारत की दूसरी मंजिल पर चला गया। आईडीएफ ने उस पर टैंक से फायर किया।

जैसे ही इजरायली सैनिक इमारत के पास पहुंचे, उनके ऊपर अंदर से दो ग्रेनेड फेंके गए। इसके बाद सैनिकों ने पीछे हटकर एक ड्रोन भेजा। ड्रोन ने इमारत के अंदर एक घायल व्यक्ति को देखा, जिसका चेहरा ढका हुआ था। वह कमरे में मलबे के बीच एक सोफे पर बैठा हुआ था और उसके हाथ में छड़ी थी। जब ड्रोन उसके करीब पहुंचा तो उसने छड़ी को फेंककर ड्रोन को गिराने का प्रयास किया। इसके बाद आईडीएफ ने टैंक से इमारत पर हमला किया।

इजराइली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने बताया कि जब ड्रोन से यह फुटेज रिकॉर्ड हुई थी तो इस्राइली सेना को लगा था कि यह हमास का कोई आम लड़ाका है। हालांकि जब सिनवार की मौत के बाद उसकी पहचान की गई तो पता चला कि यह कोई आम लड़ाका नहीं बल्कि हमास का प्रमुख याह्या सिनवार है। सेना डीएनए जांच के जरिए याह्या सिनवार की मौत की पुष्टि की। 

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Oct 18 2024, 12:38

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याह्या सिनवार की मौत के बाद बढ़ा तनाव, हिजबुल्लाह ने दी धमकी, कहा-और तेज होगी जंग

पश्चिम एशिया में तनाव चरम पर पहुंच गया है। हमास चीफ याह्या सिनवार को आखिरकार इजराइल ने मौत के घाट उतार ही दिया। पिछले एक साल से इजराइल उसे मारना चाहता था। लेकिन आईडीएफ को कोई मौका नहीं मिल पा रहा था। हालांकि बुधवार को इजराइल ने एक सैन्य कार्रवाई में उसे मार गिराया। हमास प्रमुख याह्या सिनवार की मौत के बाद लेबनान के उग्रवादी समूह हिजबुल्ला ने कहा है कि वह इजराइल पर हमले तेज करेगा। वहीं ईरान ने भी इस्राइल को धमकी दी है और कहा है कि याह्या सिनवार की मौत के बाद प्रतिरोध की भावना और मजबूत होगी।

इजरायल ने बीते साल सात अक्तूबर को हुए आतंकी हमले का बदला ले लिया है। याह्या सिनवार को इजराइल में पिछले साल सात अक्तूबर को हुए आतंकी हमले का मास्टर माइंड माना जाता है। ऐसे में इजराइल सिनवार की मौत का जश्न मना रहा है। वहीं, आतंकी समूह हिजबुल्लाह भड़क गया है। हिजबुल्लाह की तरफ से कहा गया है कि वह इजरायल के खिलाफ अपने युद्ध में एक नए और उग्र चरण की ओर बढ़ रहा है, जबकि ईरान ने कहा कि हमास नेता याह्या सिनवार की हत्या के बाद ‘प्रतिरोध की भावना मजबूत होगी।’

जंग अभी खत्म नहीं हुई- नेतन्याहू
वहीं, याह्या सिनवार की मौत पर इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि 'इतिहास में होलोकास्ट के बाद यहूदियों पर किए गए सबसे भयावह नरसंहार को अंजाम देने वाले शख्स को मार गिराया गया है। सिनवार को मारकर हिसाब चुकता कर दिया गया है, लेकिन हमारी जंग अभी खत्म नहीं हुई है। सिनवार की मौत का पल, हमारे नागरिकों को घर वापस लाने के लिहाज से बेहद अहम है।

सिनवार की मौत से हमास के लिए बड़ा झटका
बता दें कि, याह्या सिनवार पिछले साल इजरायल पर हमले का मुख्य साजिशकर्ता था। सिनवार इजरायल-हमास युद्ध की शुरुआत से ही वांटेड सूची में सबसे ऊपर था। सिनवार की मौत से आतंकवादी समूह हमास को बड़ा झटका लगा है। हमास के पूर्व चीफ इस्माइल हानिया की मौत के बाद याह्या सिनवार को समूह के शीर्ष नेता के रूप में चुना गया था। इस्माइल हानिया जुलाई में ईरान में एक विस्फोट में मारा गया था। 

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Oct 18 2024, 11:10

आचार संहिता उल्लंघन: शिंदे सरकार को चुनाव आयोग का झटका, 103 फैसले और 8 टेंडर रद्द"

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग की ओर से कर दिया गया है. 20 नवंबर को राज्य में एक ही चरण में चुनाव होंगे और 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे, लेकिन इससे पहले राज्य सरकार को चुनाव आयोग की ओर से बड़ा झटका लगा है. चुनाव आयोग ने शिंदे सरकार पर एक्शन लिया है, जिसके चलते आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए उन्हें टेंडर और कई जीआर कैंसिल करने पड़े हैं.

दरअसल चुनाव आयोग ने आचार संहिता लगने से पहले महामंडल पर की गई नियुक्तियों और हड़बड़ी मे लिए गए फैसलों पर आचार संहिता लगने के बाद अमल करने को आचार संहिता का उल्लंघन बताया है, जिसके बाद अब आचार संहिता रहने तक इन फैसलों (GRs) को जैसे थे वैसे ही रखने का आदेश दिया गया है और सख्ती भी दिखाई है.

चुनाव आयोग ने मांगी रिपोर्ट

इसके साथ ही जिन फैसलों पर जीआर निकले होंगे और उन पर अमल नहीं हुआ होगा. उन्हे पेंडिंग रखने का आदेश दिया गया है. आचार संहिता लगने के बाद भी राज्य सरकार ने कई फैसले जारी कर उनके टेंडर भी निकाले. इस तरह का एक्शन आचार संहिता के नियमों का उल्लंघन करने में लिया जाता है. इस पर केंद्रीय चुनाव आयोग ने राज्य सरकार को विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को भी कहा है.

103 फैसले और 8 टेंडर रद्द करने पड़े

ऐसे में केंद्रीय चुनाव आयोग के आक्रामक रवैये को देखने के बाद राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार ने आचार संहिता के दौरान सरकार की वेबसाइट पर जारी 103 फैसले और 8 टेंडर को रद्द कर दिया है. हाल ही में चुनाव आयोग की ओर से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया गया था, जिसके तुरंत बाद शिंदे सरकार ने अपनी सरकारी वेबसाइट पर अपॉइंटमेंट्स और टेंडर जारी कर दिए थे. इसके बाद उन्हें चुनाव आयोग की ओर से एक पत्र भेजा गया था. उसमें बताया गया था कि आचार संहिता लागू होने के बाद फैसले नहीं लिए जा सकते. 

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Oct 18 2024, 11:00

जयपुर में आरएसएस कार्यक्रम में चाकूबाजी, 10 लोग घायल

करणी विहार थाना क्षेत्र के रजनी विहार में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के शरद पूर्णिमा कार्यक्रम के तहत गुरुवार रात खीर वितरण के दौरान कुछ युवकों ने चाकूबाजी कर दी।

 चाकू के वार से दस लोग घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने घायलों को एसएमएस अस्पताल भिजवाया, जहां उनका इलाज जारी है।

जानकारी के अनुसार, आरएसएस की शाखा की ओर से रजनी विहार में शरद पूर्णिमा का आयोजन किया जा रहा था। इसी दौरान एक युवक ने खीर वितरण में शामिल लोगों पर चाकू से हमला कर दिया और खीर फेंक दी, जिससे कार्यक्रम में अफरातफरी मच गई। इसी दौरान कुछ लोगों हमलावरों को पकड़ लिया। घटना के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए कई लोग करणी विहार थाने पहुंचे। पुलिस ने बताया कि मामले में नसीब चौधरी व उसके बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

अस्पताल पहुंचे भाजपा नेता

मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, विधायक गोपाल शर्मा, भाजपा नेता अरुण चतुर्वेदी सवाई मानसिंह अस्पताल में घायलों से मिलने पहुंचे। देर रात पुलिस ने आसपास के इलाके में अतिरिक्त जाप्ता लगाया और वारदात में शामिल अन्य युवकों की तलाश के लिए दबिश शुरू कर दी है।

यह हुए घायल

पुलिस के मुताबिक, सभी घायल आरएसएस की जगदम्बा नगर हीरापुरा शाखा से जुड़े हुए है। घायल शंकर बागड़ा, मुरारीलाल, राम पारीक, लाखन सिंह जादौन, पुष्पेंद्र व दिनेश शर्मा एसएमएस अस्पताल में भर्ती है। बाकी चार घायल नजदीक के अस्पताल में भिजवाए गए हैं। घायलों ने बताया कि कार्यक्रम में खीर वितरण हो रही थी। तभी आरोपियों ने खीर को लात मारी ओर हमला कर दिया। 

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Oct 18 2024, 10:09

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‘सलमान का हाल बाबा सिद्दीकी से भी बुरा होगा’, मुंबई पुलिस को धमकी भरा मैसेज

एक्टर सलमान खान को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम से एक बार फिर से धमकी मिली है। यह मैसेज सीधे पुलिस को दिया गया है। मुंबई ट्रैफिक पुलिस को सलमान खान के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर से धमकी मिली है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने मुंबई ट्रैफिक पुलिस के व्हाट्सएप नंबर पर मैसेज भेजा है। इसमें सलमान खान से पांच करोड़ रुपये की मांग की गई है। 

मैसेज भेजने वाले ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के हवाले से कहा है कि अगर सलमान खान जिंदा रहना चाहते हैं और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से दुश्मनी खत्म करना चाहते हैं तो उन्हें पांच करोड़ रुपये देने होंगे। इसे हल्के में लेने की गलती न करें। मैसेज में कहा गया कि अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए तो उनका हाल बाबा सिद्दीकी से बुरा होगा। मुंबई पुलिस ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। 

पहले भी सलमान को मिल चुकी है धमकी
लॉरेंस बिश्नोई और सलमान खान की दुश्मनी काफी पुरानी है। यह गैंग अक्सर उन्हें जान से मारने की धमकी देता रहता है। कुछ महीने पहले लॉरेंस गैंग के गुर्गे ने उनके घर के बाहर फायरिंग भी की थी। बाबा सिद्दीकी की हत्या को भी सलमान से जोड़कर देखा जा रहा है। बाबा सिद्दीकी सलमान खान के अच्छे दोस्त थे। बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से ऐसा कहा जा रहा है कि लॉरेंस गैंग ने हत्या बाबा सिद्दीकी की है लेकिन डराया सलमान खान को है। 

बढ़ाई गई सलमान खान की सुरक्षा
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से सलमान खान के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एक्टर के परिवार की तरफ से करीबियों और दोस्तों से अनुरोध किया गया है कि वो एक्टर से मिलने ना जाएं। ये फैसला उनकी सुरक्षा को लेकर लिया गया है।नवी मुंबई पुलिस ने सलमान खान के पनवेल स्थित फार्म हाउस की सुरक्षा बढ़ा दी है। अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को लगाया गया है जो फार्म हाउस के अंदर के और बाहर के भी हिस्से में तैनात रहेंगे। बिश्नोई गैंग इसके पहले भी फार्म हाउस की कई बार रेकी करा चुका है लेकिन फार्म हाउस पर कभी वो कामयाब नहीं हो पाया बल्कि सलमान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर जरूर फायरिंग हुई है। 

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Oct 18 2024, 10:08

हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज का बड़ा एक्शन, अधिकारियों को मीटिंग से किया बाहर

हरियाणा की राजनीति में गब्बर के नाम से मशहूर अनिल विज कैबिनेट मंत्री बनते ही एक बार फिर से एक्शन में नजर आए.कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने के तुरंत बाद मंत्री अनिल विज ने गुरुवार शाम 6 बजे अपने गृह जिले अंबाला के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक बुलाई थी. 

अनिल विज शपथ लेने के तुरंत बाद अंबाला पहुंचे. लेकिन इस बैठक में कई सीनियर अधिकारी नदारद थें. जिसके बाद अनिल विज मीटिंग में मौजूद अन्य जूनियर अधिकारियों पर नाराज हो गए और उन्हें मीटिंग से बाहर जाने को कह दिया.

इस दौरान अनिल विज वहां मौजूद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से उन्होंने ये भी कहा कि मैं कोई पहली बार मंत्री नहीं बना हूं और जब 2 बजे इस मीटिंग के लिए सभी अधिकारियों को बता दिया गया था फिर शाम 6 बजे की इ, मीटिंग में कई सीनियर अधिकारी क्यों नही हैं? इस बैठक में कई विभागों के अधिकारी भी मौजूद नहीं थे.

कैबिनेट मंत्री की ली शपथ
हरियाणा के अंबाला कैंट से विधायक अनिल विज ने बृहस्पतिवार को ही कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. पंचकूला में आयोजित इस शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विज को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस दौरान एक दिलचस्प वाकया भी हुआ जब अनिल विज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गर्मजोशी से हाथ मिलाया.

पीएम मोदी से हुई बातचीत

मंत्री पद की शपथ लेने के बाद जब विज अपनी सीट की ओर लौट रहे थे, तो उन्होंने मंच पर मौजूद नेताओं का अभिवादन किया. प्रधानमंत्री मोदी के पास पहुंचते ही विज ने उनसे हाथ मिलाया और दोनों के बीच हल्की बातचीत भी हुई. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी मुस्कुराते हुए नजर आए, और विज अपनी सीट की ओर बढ़ गए.

मुख्यमंत्री पद का दावा कर रहे थे विज

अनिल विज का मुख्यमंत्री पद को लेकर दावा भी चर्चा में रहा है. चुनाव के समय से ही विज ने मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा ठोक रखा था. उन्होंने कहा था कि यदि पार्टी विधानसभा चुनाव जीतती है तो वह अपनी वरिष्ठता के आधार पर मुख्यमंत्री पद के लिए दावा करेंगे. इसके लिए उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी. हालांकि, पार्टी नेतृत्व ने उनकी दावेदारी को दरकिनार कर दिया और अंत में उन्हें कैबिनेट मंत्री पद से संतोष करना पड़ा.

शपथ ग्रहण से पहले ही अनिल विज के सुर बदल गए थे. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर पार्टी उन्हें चौकीदार बना देती है, तो वह पूरी निष्ठा के साथ यह काम करेंगे. इससे पहले बीजेपी विधायक दल की बैठक में भी विज ने स्पष्ट किया था कि वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं और उन्होंने कभी कोई पद नहीं मांगा. विज ने कहा था कि पार्टी का जो भी फैसला होगा, वह उसे स्वीकार करेंगे. 

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Oct 18 2024, 09:44

बेंगलुरु टेस्ट: रोहित शर्मा का एक फैसला पलट सकता है 36 साल का इतिहास"

बेंगलुरु टेस्ट में पहला दिन बारिश की भेंट चढ़ गया और दूसरे दिन के खेल में टीम इंडिया घरेलू जमीन पर बनाए अपने सबसे लोएस्ट टोटल 46 रन पर ढेर हो गई. ऐसे में सवाल ये है कि क्या रोहित शर्मा का उठाया एक कदम 36 साल का इतिहास पलट सकता है. क्योंकि, आसार तो इसी के जगे दिख रहे हैं. और, अगर ऐसा हो गया तो फिर हेड कोच गंभीर के लिए ये कभी ना भूला सकने वाला टेस्ट मैच साबित हो सकता है. अब आप सोच रहे होंगे कि रोहित शर्मा का उठाया कदम क्या है? और, क्या है उसका 36 साल के इतिहास से कनेक्शन?

रोहित शर्मा ने उठाया कौन सा कदम?
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा के उठाए कदम से यहां मतलब उनके टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के फैसले से है. भारतीय कप्तान के उस फैसले का ही नतीजा रहा कि टीम 46 रन पर लुढ़क गई. दूसरे दिन के खेल के बाद रोहित शर्मा ने अपनी गलती मानते हुए कहा भी कि उनसे पिच को पढ़ने में चूक हुई. उन्होंने टॉस जीतकर गलत फैसला कर लिया.

रोहित का कदम पलट सकता है 36 साल का इतिहास
इसमें कोई दो राय नहीं कि टॉस जीतकर रोहित शर्मा का पहले बल्लेबाजी करने का फैसला टीम इंडिया के लिए आत्मघाती रहा. अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार लेने जैसा रहा. उनके उसी फैसले ने अब 36 साल के इतिहास को पलटने की उम्मीद जगा दी है. यहां 36 साल के इतिहास से मतलब न्यूजीलैंड के भारत में टेस्ट मैच जीतने से है.

न्यूजीलैंड ने भारतीय जमीन पर आखिरी बार टेस्ट मैच 36 साल पहले यानी 1988 में जीता था. वो मुकाबला मुंबई के वानखेड़े मैदान पर खेला गया था. उसके बाद कीवी टीम भारत में एक टेस्ट मैच जीतने को तरस रही है. अब जिस तरह से उसने बेंगलुरु टेस्ट को मजबूती से जकड़ा है, उसे देखकर लगता है कि रोहित शर्मा के उठाए कदम के चलते 36 साल का इतिहास पलट सकता है. मतलब, न्यूजीलैंड जीत सकती है.

गौतम गंभीर नहीं भूल सकते फिर ये टेस्ट मैच!
अब एक तो अपने ही देश की जमीन पर टेस्ट मैच में 46 रन पर लुढ़कने का रिकॉर्ड बना. अब ऊपर से 36 साल बाद भारत में न्यूजीलैंड ने टेस्ट मैच भी जीत लिया तो हेड कोच गौतम गंभीर की कोचिंग में वो सब होता दिखेगा, जो पहले नहीं दिख रहा था. जाहिर है कि अगर ऐसा हुआ तो गौतम गंभीर के कोचिंग करियर में कभी ना भूला पाने जैसा होगा बेंगलुरु टेस्ट.

बहरहाल, टीम इंडिया के पास अभी भी एक पारी है. बेंगलुरु टेस्ट मेंं अभी काफी खेल भी बचा है. और, सबसे बड़ी बात की क्रिकेट अनिश्चताओं का खेल है. हो सकता है कि टीम इंडिया ये टेस्ट मैच बचा भी ले. लेकिन, ताजा समीकरण में जो दिख रहा है, उसके मुताबिक इतिहास पलटने का पलड़ा ज्यादा भारी है.