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Oct 18 2024, 09:44

बेंगलुरु टेस्ट: रोहित शर्मा का एक फैसला पलट सकता है 36 साल का इतिहास"

बेंगलुरु टेस्ट में पहला दिन बारिश की भेंट चढ़ गया और दूसरे दिन के खेल में टीम इंडिया घरेलू जमीन पर बनाए अपने सबसे लोएस्ट टोटल 46 रन पर ढेर हो गई. ऐसे में सवाल ये है कि क्या रोहित शर्मा का उठाया एक कदम 36 साल का इतिहास पलट सकता है. क्योंकि, आसार तो इसी के जगे दिख रहे हैं. और, अगर ऐसा हो गया तो फिर हेड कोच गंभीर के लिए ये कभी ना भूला सकने वाला टेस्ट मैच साबित हो सकता है. अब आप सोच रहे होंगे कि रोहित शर्मा का उठाया कदम क्या है? और, क्या है उसका 36 साल के इतिहास से कनेक्शन?

रोहित शर्मा ने उठाया कौन सा कदम?
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा के उठाए कदम से यहां मतलब उनके टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के फैसले से है. भारतीय कप्तान के उस फैसले का ही नतीजा रहा कि टीम 46 रन पर लुढ़क गई. दूसरे दिन के खेल के बाद रोहित शर्मा ने अपनी गलती मानते हुए कहा भी कि उनसे पिच को पढ़ने में चूक हुई. उन्होंने टॉस जीतकर गलत फैसला कर लिया.

रोहित का कदम पलट सकता है 36 साल का इतिहास
इसमें कोई दो राय नहीं कि टॉस जीतकर रोहित शर्मा का पहले बल्लेबाजी करने का फैसला टीम इंडिया के लिए आत्मघाती रहा. अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार लेने जैसा रहा. उनके उसी फैसले ने अब 36 साल के इतिहास को पलटने की उम्मीद जगा दी है. यहां 36 साल के इतिहास से मतलब न्यूजीलैंड के भारत में टेस्ट मैच जीतने से है.

न्यूजीलैंड ने भारतीय जमीन पर आखिरी बार टेस्ट मैच 36 साल पहले यानी 1988 में जीता था. वो मुकाबला मुंबई के वानखेड़े मैदान पर खेला गया था. उसके बाद कीवी टीम भारत में एक टेस्ट मैच जीतने को तरस रही है. अब जिस तरह से उसने बेंगलुरु टेस्ट को मजबूती से जकड़ा है, उसे देखकर लगता है कि रोहित शर्मा के उठाए कदम के चलते 36 साल का इतिहास पलट सकता है. मतलब, न्यूजीलैंड जीत सकती है.

गौतम गंभीर नहीं भूल सकते फिर ये टेस्ट मैच!
अब एक तो अपने ही देश की जमीन पर टेस्ट मैच में 46 रन पर लुढ़कने का रिकॉर्ड बना. अब ऊपर से 36 साल बाद भारत में न्यूजीलैंड ने टेस्ट मैच भी जीत लिया तो हेड कोच गौतम गंभीर की कोचिंग में वो सब होता दिखेगा, जो पहले नहीं दिख रहा था. जाहिर है कि अगर ऐसा हुआ तो गौतम गंभीर के कोचिंग करियर में कभी ना भूला पाने जैसा होगा बेंगलुरु टेस्ट.

बहरहाल, टीम इंडिया के पास अभी भी एक पारी है. बेंगलुरु टेस्ट मेंं अभी काफी खेल भी बचा है. और, सबसे बड़ी बात की क्रिकेट अनिश्चताओं का खेल है. हो सकता है कि टीम इंडिया ये टेस्ट मैच बचा भी ले. लेकिन, ताजा समीकरण में जो दिख रहा है, उसके मुताबिक इतिहास पलटने का पलड़ा ज्यादा भारी है. 

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Oct 18 2024, 09:37

लॉरेंस गैंग का खुलासा: जिगाना पिस्टल से सलमान खान को मारने की थी प्लानिंग"



मुंबई में सलमान खान की हत्या की साजिश रचने के मामले में गिरफ्तार लॉरेंस के शूटर सुक्खा ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. सुक्खा के मुताबिक, सलमान को मार डालने के लिए अत्याधुनिक अथियार AK 47, AK 92, M 16 और तुर्की मेड जिगाना हथियार (टर्किश पिस्टल) भी खरीदने की तैयारी थी. तुर्की मेड जिगाना हथियार वही है जिससे माफिया अतीक अहमद और पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की गई थी. जिगाना सीरीज की सभी पिस्टल्स तुर्की की कंपनी टिसास ट्रैबजेन आर्म्स इंडस्ट्री कॉर्प बनाती है. यह कंपनी पिछले 23 सालों से पिस्टल बना रही है.

जिगाना पिस्टल को लिमिटेड इस्तेमाल के लिए बनाया जाता है. जिगाना पिस्टल केवल सिक्योरिटी कंपनी को बेची जाती है और तुर्की सेना इसका इस्तेमाल करती है. कंपनी दावा करती है कि यह यूरोपियन पिस्टल की कॉपी नहीं है. भारत में यह पिस्टल बैन है. लेकिन फिर भी अवैध तस्करी से यह पिस्टल यहां लाई जाती हैं. जिगाना पिस्टल पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भारत पहुंचती हैं. सलमान खान की हत्या करने के लिए भी लॉरेंस गैंग पाकिस्तान के जरिए ही जिगाना पिस्टल मंगवाने जा रहा था.

जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल तुर्की की सेना के अलावा इस्तेमाल मलेशिया और अजरबैजान की सेना के साथ फिलीपिंस पुलिस और अमेरिकी कोस्ट गार्ड करते हैं. जिगाना पिस्टल में ब्राउनिंग टाइप लॉकिंग सिस्टम है, जो उसे पावरफुल बनाता है. मॉडर्न फायर आर्म की रिपोर्ट के मुताबिक, Zigana M16 जिगाना का सबसे ओरिजनल मॉडल है. जिसमें शॉर्ट अंडरबैरल डस्टकवर का इस्तेमाल किया गया है. जिगाना दूसरी पिस्टल से इसलिए भी अलग है क्योंकि इससे निकलने वाली गोली एक सेकंड में 350 मीटर की दूरी तय करती है.
कितनी है इस पिस्टल की कीमत?

तुर्की में बनने वाली जिगाना पिस्टल खरीद पाना सबके बस की बात नहीं. 4 से 7 लाख रुपये कीमत वाली जिगाना के लिए गैंगस्टर 10-12 लाख रुपये चुकाने को भी तैयार हो जाते हैं. दिल्ली के टॉप गैंगस्टर्स को भी जिगाना पिस्टल खूब पसंद है. कुछ साल पहले जब गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने जितेंदर गोली (अब मृत) से हाथ मिलाया तो दोस्ती की निशानी के रूप में एक जिगाना पिस्टल दी. ये कभी जाम नहीं होतीं.


जिगाना पिस्टल से एक ही बार में 15-17 राउंड फायर कर सकते हैं. गोगी इससे बड़ा इम्प्रेस हुआ. उसने ढेर सारी जिगाना पिस्टल मंगवाने का ऑर्डर दे डाला. एक वक्त तो गोगी जिगाना पिस्टल के लिए पागल सा हो गया था. उसने अपने गुर्गों को बोला कि रंगदारी से आई रकम का बड़ा हिस्सा जिगाना पिस्टल खरीदने में खर्च किया जाए.

लड़की का नाम जिगाना

इसे बनाने वाली कंपनी का दावा है कि वो नाटो स्टैंडर्ड के मुताबिक ही पिस्टल का निर्माण करती है. वो कम भारी हथियार बनाती है और डिफेंस इंडस्ट्री के प्रोडक्ट्स के मानकों के मुताबिक ही इसे तैयार करती है. कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट में दावा किया गया है पिस्टल को सप्लाई से पहले मानकों पर परखा पर जाता है. जैसे उसका फायर कंट्रोल टेस्ट होता है. इसमें 100 फीसदी पास होने के बाद भी उसे सप्लाई किया जाता है. जिगना सीरीज का सबसे आखिरी मॉडल Zigana PX9 है. जिगाना हंगरी मूल की एक एक लड़की का नाम है, जिसका मतलब होता है जिप्सी गर्ल. 

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Oct 17 2024, 16:18

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शाहरूख खान के बेटे को जेल भेजने वाले समीर वानखेड़े की महाराष्ट्र चुनाव में एंट्री! ये पार्टी दे रही टिकट

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है। इस बीच बड़ी खबर आ रही है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अब एक हाई प्रोफाइल अधिकारी की एंट्री होने वाली है। शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के खिलाफ कथित ड्रग्स मामले में कार्रवाई से चर्चा में आये पूर्व एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े अब चुनावी मैदान में उतरने जा रहे हैं।

किस सीट से लड़ेंगे चुनाव?
सूत्रों के मुताबिक समीर वानखेड़े आगामी विधानसभा में ताल ठोकेंगे। सूत्रों की माने तो आईआरएस अधिकारी समीर वानखेड़े  शिवसेना शिंदे गुट से जुड़ेंगे। उन्हें शिंदे गुट मुंबई की किसी एक विधानसभा सीट से टिकट दे सकता है। सूत्रों के मुताबिक इस बात चर्चा काफी जोरों पर है कि वे धारावी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि समीर वानखेड़े ने अभी तक सरकारी नौकरी से इस्तीफा नहीं दिया है। 

कौन हैं समीर वानखेड़े?
44 साल के समीर वानखेड़े 2008 बैच के आईआरएस भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी हैं। 2021 तक उन्होंने मुंबई में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल डायरेक्टर के रूप में काम किया। एनसीबी में शामिल होने से पहले, वानखेड़े ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी और एयर इंटेलिजेंस यूनिट के साथ काम किया।अपने पूरे करियर के दौरान, वानखेड़े ने ड्रग एन्फॉर्समेंट से जुड़ी कानून प्रवर्तन एजेंसियों में विभिन्न पदों पर काम किया है। समीर वानखेड़े ड्रग तस्करों और उनके नेटवर्क को निशाना बनाकर छापे मारने, खुफिया ऑपरेशन करने और अंडरकवर जांच करने में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं। अपने 15 साल के करियर के दौरान उन्हें 17,000 किलोग्राम नशीले ड्रग्स पदार्थ और 165 किलोग्राम सोना जब्त करने का श्रेय दिया जाता है।

इन मामलों से बटोरीं सुर्खियां
अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद गिरोह के ड्रग्स नेक्सस को तोड़ना, इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामला, सिंगर मिका सिंह को कस्टम चोरी मामला,शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान की कोर्डलिया क्रूज ड्रग्स मामले में जेल डालने जैसे केस हैंडल करने वाले समीर वानखेड़े को जांबाज अधिकारियों में गिना जाता है। 

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Oct 17 2024, 16:17

भोपाल में छापेमारी के दौरान जूनियर ऑडिटर के घर में मिला 'कुबेर का खजाना', चल रहा लोकायुक्त का भ्रष्टाचार विरोधी अभियान 





मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लोकायुक्त की टीम ने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत छापेमारी की, जिसमें लाखों रुपये के आभूषण, नकदी तथा एक अवैध पिस्तौल बरामद की गई। तत्पश्चात, आरोपी के खिलाफ गांधी नगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। यह कार्रवाई देर रात तक चली, जिसमें जेवरात, नकदी एवं संपत्ति के दस्तावेज भी मिले।


दरअसल, लोकायुक्त टीम ने आय से अधिक संपत्ति के मामले की शिकायत पर तकनीकी शिक्षा विभाग के जूनियर ऑडिटर रमेश हिंगोरानी के घर सहित 6 अलग-अलग स्थानों पर छापा मारा। छापेमारी में रमेश हिंगोरानी के घर, स्कूलों और उनके बेटों के दफ्तर सम्मिलित थे। बैरागढ़ में दो, गांधी नगर में तीन और श्यामला हिल्स के पास एक दफ्तर पर कार्रवाई की गई। छापे के चलते रमेश हिंगोरानी के पास आय से अधिक संपत्ति मिली। टीम को कैश, डायमंड तथा सोने-चांदी के कीमती आभूषण, कई संपत्तियों के दस्तावेज, निवेश से जुड़े कागजात, चार कार और पांच दोपहिया वाहन मिले।लोकायुक्त की टीम ने 1014 ग्राम सोने के जेवरात जब्त किए, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 70 लाख रुपये है। इसके अतिरिक्त 1021 ग्राम चांदी के आभूषण भी बरामद हुए, जिनकी कीमत तकरीबन 55,500 रुपये आंकी गई। 

छापेमारी में कुल 12,17,950 रुपये नकद भी जब्त किए गए। गांधी नगर के प्रेरणा किरण स्कूल एयरोसिटी में तलाशी के चलते एक देसी पिस्तौल भी मिली, जिसकी सूचना तत्काल गांधी नगर थाने को दी गई। नीलेश हिंगोरानी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच आरम्भ की गई है। तलाशी के चलते कई संपत्ति से जुड़े दस्तावेज भी मिले, जिनकी तहकीकात की जा रही है ताकि उनकी वैधता और सही मूल्यांकन हो सके। छापेमारी अभी भी जारी है तथा अफसरों का मानना है कि जांच से और भी खुलासे हो सकते हैं। बरामद दस्तावेजों एवं संपत्तियों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह छापेमारी भ्रष्टाचार विरोधी अभियान का हिस्सा है। 

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Oct 17 2024, 16:17

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शेख हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी, भारत के सामने आगे क्या है रास्ता?

बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद देश छोड़ कर भारत में रह रहीं पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने हाल में छात्रों के व्यापक आंदोलन के दौरान मानवता के विरुद्ध कथित अपराध के लिए पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। इस मामले में हसीना के अलावा अन्य शीर्ष अवामी लीग नेताओं सहित 45 लोगों के खिलाफ बृहस्पतिवार को गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।

अंतरराष्‍ट्रीय अपराध प्राधिकरण को शेख हसीना ने ही बनाया था ताकि साल 1971 में पाकिस्‍तानी सेना के नरसंहार में मदद करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई किया जा सके। अब इसी प्राधिकरण का इस्‍तेमाल करके मोहम्मद यूनुस की कार्यकारी सरकार ने शेख हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी करा दिया है।इस प्राधिकरण ने सरकार से कहा है कि वह शेख हसीना और 45 अन्‍य लोगों को अरेस्‍ट करके 18 नवंबर तक पेश करे। जिन लोगों को अरेस्‍ट करने का आदेश दिया गया है, उनमें शेख हसीना सरकार के कई मंत्री भी शामिल हैं।

अभियोजन पक्ष ने हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के खिलाफ छात्र विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हत्याओं में कथित रूप से शामिल 50 अन्य लोगों के खिलाफ भी गिरफ्तारी वारंट का अनुरोध किया है। ट्रिब्यूनल को अब तक निर्वासित नेता और उनकी अवामी लीग के सहयोगियों के खिलाफ जबरन गायब करने, हत्या और सामूहिक हत्याओं की 60 शिकायतें मिल चुकी हैं। हसीना के 15 साल के शासन में व्यापक मानवाधिकार हनन देखने को मिले, जिसमें उनके राजनीतिक विरोधियों को बड़े पैमाने पर हिरासत में लेना और उनकी हत्याएं शामिल हैं।

बांग्लादेश में हिंसक आंदोलन के बाद से सत्ता छोड़कर 5 अगस्त को भारत चलीं आई थीं। वह यूरोपिय देशों में शरण लेने की कोशिश में थी। हालांकि, किसी अन्य देश में शरण नहीं मिल पाने के वजह से तब से वह भारत में रह रहीं हैं। हसीना ढाका से भागने और भारत में शरण लेने के बाद से सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आई हैं।

बांग्लादेश में कई बार शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग उठ चुकी है। इस मामले में भारत के सामने कूटनीतिक संकट भी खड़ा हो गया है। माना जा रहा है कि शेख हसीना की वजह से दोनों देशों के बीच संबंधों पर भी असर पड़ सकता है। दरअसल, भारत और बांग्लादेश के मध्य एक प्रत्यर्पण संधि 2013 में हुई थी। अब सवाल उठता है कि अगर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग करती है तो क्या भारत उसके अनुरोध को स्वीकार करेगा? 

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Oct 17 2024, 16:17

प्रशांत किशोर की बड़ा ऐलान हमारी सरकार आई तो शराबबंदी हटेगी

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने ऐलान किया कि उनकी सरकार आई तो बिहार से शराबबंदी हटा दी जाएगी. बिहार में चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले प्रशांत किशोर ने यह ऐलान किया. प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज पहली बार विधानसभा उपचुनाव में उम्मीदवार उतारे हैं और अगला विधानसभा चुनाव लड़ने का भी ऐलान किया है.

उन्होंने बिहार में नीतीश कुमार सरकार द्वारा शराबबंदी लागू किये जाने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि गांधी जी ने नहीं कहा कि कानून बनाकर शराब बंद कर दो. ये लोग गांधी को तो समझते नहीं हैं

प्रशांत किशोर ने कहा कि शराबबंदी का अगर कोई फायदा तब हो जब लागू हो, लेकिन बिहार में शराबबंदी कहां है? घर-घर शराब माफिया हैं. शराबबंदी हटनी चाहिए. उन्होंने कहा कि शराबबंदी सिर्फ सरकारी फाइल और नेताओं के भाषण में ही लागू है.

शराबबंदी हटाने का विरोध करने पर बोला हमला
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आई तो तुरंत शराबबंदी हटाएंगे. शराबबंदी हटाने का विरोध करने वालों पर तंज कसते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि शराबबंदी हटाने का विरोध वो कर रहा है जो शराब के गलत धंधे से पैसा कमा रहा है. नीतीश कुमार से जुड़ा हर अधिकारी शराब के धंधे से जुड़ा है. तीनों दलों में शराब से जुड़े लोग हैं. वास्तव में ये लोग बिहार की जनता से अन्याय कर रहे हैं.

एक सवाल के जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि ‘बिहार में कहीं भी शराबबंदी लागू नहीं है, राज्य में केवल शराब की दुकानों पर ताला लगा हुआ है और हर जगह होम डिलिवरी हो रही है.

शराबबंदी से 20 हजार करोड़ का नुकसान
उन्होंने कहा कि तथाकथित शराबबंदी से बिहार की जनता को हर साल 20 हजार करोड़ का नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. राज्य की गरीब जनता का पैसा शराबबंदी के नाम पर लूटा जा रहा है और यह पैसा अधिकारियों और शराब माफिया के यहां जा रहा है, जबकि गांव-गांव में शराब की बिक्री हो रही है.

उन्होंने सवाल किया कि यदि बिहार में शराबबंदी है तो फिर कैसे जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हो रही है. उन्होंने बिहार के जिलों में यात्रा की. उस दौरान लोगों ने बताया कि उनके इलाके में कैसे जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई. जहरीली शराब पीने से मौत की जानकारी लोग पुलिस को भी नहीं देते हैं, क्योंकि लोग डरते हैं कि उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. बिहार में कहीं भी शराबबंदी लागू नहीं है. यहां हर जगह शराब बिक रही है. 

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Oct 17 2024, 16:07

राम गोपाल मिश्रा की हत्या के आरोपी सरफराज का एनकाउंटर, नेपाल भागने की फिराक में था






डेस्क: उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा पूजा के मूर्ति विसर्जन के दौरान पत्थरबाजी और हिंसा हुई थी। इस हिंसा में राम गोपाल मिश्रा नाम के युवक की हत्या भी कर दी गई थी। अब इस घटना में शामिल आरोपी सरफराज का एनकाउंटर हुआ है। वहीं, एक और आरोपी कमील को भी गोली लगने की खबर सामने आई है। फिलहाल दोनों आरोपी घायल बताए जा रहे हैं। बता दें कि रविवार को बहराइच में दुर्गा पूजा के मौके पर मूर्ति विसर्जन यात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़कने पर गोली लगने से 22 वर्षीय युवक राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी और पथराव तथा गोलीबारी में करीब छह लोग घायल हो गए थे।

बहराइच हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल हामिद के दो बेटों मोहम्मद कमील और सरफराज को गोली लगी है। सीएससी अधीक्षक डॉक्टर चंद्रभान  के अनुसार एक आरोपी के दाहिने पैर में और दूसरे आरोपी के बाएं पैर में गोली लगी है। यहां से प्राथमिक उपचार के बाद आरोपियों को एंबुलेंस से बहराइच के लिए रवाना कर दिया गया है।

राम गोपाल मिश्रा की हत्या के बाद बहराइच में हिंसा फैल गई थी। भीड़ द्वारा बड़े स्तर पर तोड़फोड़ और आगजनी की गई। भीड़ ने घरों, दुकानों, शोरूम, अस्पतालों, वाहनों आदि में आग लगा दी जिसके बाद बहराइच पुलिस ने कई अज्ञात और कुछ नामजद लोगों के खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज कीं। पुलिस ने इलाके में छापेमारी कर अब तक 55 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।

अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, बहराइच में हिंसा और राम गोपाल मिश्रा की हत्या के आरोपी नेपाल भागने की फिराक में लगे हुए थे। इससे पहले बुधवार को यूपी पुलिस ने इस मामले के एक अन्य आरोपी दानिश को भी गिरफ्तार किया था। केस में चौथे नंबर पर नामजद मोहम्मद दानिश उर्फ राजा उर्फ साहिर को बुधवार शाम चार बजे राजी चौराहा से गिरफ्तार किया गया था। वह भी नेपाल भागने की फिराक में था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की मौत सदमे और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण हुई थी। मिश्रा के शरीर पर 25 से 30 छर्रे लगे थे और उसके शरीर पर चोट के भी निशान थे। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतक राम गोपाल मिश्रा के परिजनों से मुलाकात की थी। सीएम योगी ने हत्या के दोषियों पर कार्रवाई और मृतक के परिवार को मदद देने का भी आश्वासन दिया था। 

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Oct 17 2024, 15:46

'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाने वाला फैजल बोला- नशे में वीडियो बना लिया, मुझे देश से बहुत प्यार है




डेस्क: पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाला फैजल अब हिंदुस्तान जिंदाबाद पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा रहा है। फैजल ने एक न्यूज चैनल से कहा "मेरा हिंदुस्तान जिंदाबाद है, जिंदाबाद रहेगा। पाकिस्तन मुर्दाबाद है, मुर्दाबाद रहेगा। उसने कहा "इससे मैं बहुत प्यार करता हूं। इसी में मरूंगा, इसी में जिऊंगा। इस धरती पर आया हूं, इसी में निशानी है। मजाक हो रहा था नशे में था, कुछ लोग वीडियो बना रहे थे, उन्होंने वीडियो वायरल कर दिया। लेकिन ऐसा कोई न करे, देश से मुझे बहुत प्यार है। सब कानून का पालन करें। मैं कानून का पालन करता हूं और सब कानून का पालन करते रहें।"

फैजल का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह देश विरोध नारे लगा रहा था। इसके बाद उसे जेल हुई तो अकल ठिकाने आई। उसे इस शर्त पर जमानत मिली है कि वह हर मंगलवार को भारत माता की जय बोलने के साथ तिरंगे को सलामी देगा। उसे 21 बार ऐसा करना होगा।

फैजल ने कहा "मजाक हो रहा था, नशे में था। कुछ लोग वीडियो बना रहे थे। उन्होंने वीडियो वायरल कर दिया। मुझे नहीं मालूम था मेरे साथ ऐसा हो जाएगा। मैं अंगूठा छाप हूं। मैं पढ़ा लिखा नहीं हूं। पहली क्लास नहीं गया। आइंदा कभी मुझसे गलती नहीं होगी। पाकिस्तान और हिंदुस्तान का मैंने फैसला कर दिया था। मैं कानून का पालन करता हूं। देश का भी बहुत पालन करता हूं। ऐसी गलती किसी से भी नहीं हो। भाई लोग गलती करना भी नहीं है। मिसरोद थाने को हर मंगलवार को पहले महीने में आना है और झंडे के सामने सेल्यूट करना है मुझे और हर दूसरे मंगलवार को आना है। फैजल ने कहा "मैं हर मंगलवार आऊंगा 10:00 बजे को आऊंगा। 10 से 12 के बीच में आना है। मुझे बहुत अफसोस है। माफी चाहता हूं दोबारा ऐसी गलती नहीं होगी। 

भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने इस पर कहा कि यह उन लोगों के लिए हाई कोर्ट की नजीर के तौर पर है। इसे सबक के रूप में लीजिए पाठ के रूप में लीजिए। हिंदुस्तान में रहते हो तो हिंदुस्तान का गाओ, रहते यहां पर हो खाते हिंदुस्तान का हो और गाते पाकिस्तान का हो। यह निर्णय स्वागत योग्य है। कोर्ट ने अच्छी पहल की है। पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे अगर लगाओगे, भारत के विरोध में नारे लगाओगे तो यह ठीक नहीं है। आपके थाने जाना पड़ेगा राष्ट्र ध्वज को सलाम करना पड़ेगा, थाने में हाजिरी देनी पड़ेगी। 

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Oct 17 2024, 14:54

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चीन ने ताइवान को चौतरफा घेरा, क्या अटैक की है तैयारी?

दुनिया युद्ध की चपेट में हैं। एक तरफ इजराइल-हमास के बीच जंग जारी है तो दूसरी तरफ रूस-यूक्रेन के बीच। मिडिल ईस्ट और यूक्रेन-रूस के बाद जंग का तीसरा फ्रंट खुल रहा है। इस युद्ध का सेंटर ताइवान होगा। चीन और ताइवान के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। चीन लगातार ताइवान में घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। गुरुवार सुबह एक बार फिर चीन के 20 विमानों और आठ नौसैनिक जहाजों ने ताइवान में प्रवेश किया।

चीन ने ताइवान के पास ‘ज्वॉइंट स्वॉर्ड-2024 नाम से एक्सरसाइज’ की। कुल 9 जगहों पर चीन ने अपनी सेना तैनात की। इस मिलिट्री ड्रिल में चीन की नेवी और एयरफोर्स शामिल हुई। चीन के नेवी की जंगी वॉरशिप ‘लियाओनिंग’ भी इस युद्धाभ्यास में शामिल की गई। चीन की ज्यादातर कोशिश ताइवान के प्रमुख बंदरगाहों पर नाकाबंदी करने की थी। इस एक्सरसाइज के बाद चीन ने ताइवान को चारों तरफ से घेर लिया है। चीन इस मिलिट्री ड्रिल के बहाने ताइवान के आसपास बारूद बरसा रहा है। साथ ही तेजी के साथ ताइवान की सीमा के करीब आ रहा है। चीन के कई युद्धपोत और एयरक्राफ्ट कैरियर ताइवान को घेरे हुए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन के 153 एयरक्राफ्ट ताइवान के पास देखे गए। इसमें 111 एयरक्राफ्ट ने मीडियन लाइन को पार किया. मीडियन लाइन को चीन सीमा रेखा नहीं मानता है।

ताइवान के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक चीन के लड़ाकू विमान, वॉरशिप और जहाज ताइवान की सीमा के करीब देखे गए। ताइवान ने भी चीन की हरकतों का माकूल जवाब दिया। चीन के खतरे को देखते हुए ताइवान ने अपने एयरफोर्स को रेडी-टू-अटैक मोड में रखा है और चीन को जवाबी हमले की चेतावनी भी दे दी है। ताइवान की सेना ने चीन के युद्धाभ्यास के बाद अपने ड्रोन और मिसाइलों तैनात कर दी हैं। ताइवान के ड्रोन और मिसाइलें समुद्री सीमा के पास चीन की सेना को करारा जवाब देने के लिए तैयार हैं। ताइवान स्ट्रेट में ताइवान के ड्रोन चीन की सेना के हर कदम पर बराबर निगाह रखे हुए हैं। इसके अलावा ताइवान ने अपने वॉरशिप, लड़ाकू विमान और एंटी-शिप मिलाइलें भी तैनात कर दी हैं।

ताइवान का क्‍या रहा है इत‍िहास ?
ली ने एक बयान में कहा, ‘यह उन लोगों के लिए एक बड़ी चेतावनी है जो ताइवान की स्वतंत्रता का समर्थन करते हैं और हमारी राष्ट्रीय संप्रभुत्ता की रक्षा के लिए हमारे दृढ़ संकल्प का प्रतीक है।’ इसके साथ ही चीन के ताइवान मामलों के कार्यालय ने सोमवार को घोषणा की कि वह ताइवान की स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के काम के लिए ताइवान के दो लोगों पूमा शेन और रॉबर्ट त्साओ पर प्रतिबंध लगा रहे हैं। द्वितीय विश्व युद्ध के अंत में चीन के साथ एकीकृत होने से पहले ताइवान एक जापानी उपनिवेश था। 1949 में यह उससे अलग हो गया जब माओ त्से तुंग के कम्युनिस्टों के चीन में सत्ता में आने के बाद उनके विरोधी च्यांग काई-शेक के समर्थक भागकर ताइवान आ गए। 

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Oct 17 2024, 14:53

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हरियाणा में तीसरी बार बीजेपी सरकार, नायब सैनी बने सीएम, ये चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल

हरियाणा में भाजपा ने तीसरी बार सरकार बना ली है। नायब सैनी ने पंचकूला में आयोजित भव्य समारोह में सीएम पद की शपथ ली। उनके साथ ही 13 मंत्रियों ने भी पद की शपथ ली।सबसे पहले नायब सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद दूसरे नंबर पर अनिल विज को शपथ दिलाई गई।

अनिल विज ने ली कैबिनेट मंत्री पद की शपथ
नायब सिंह सैनी के बाद अनिल विज ने मंत्री पद की शपथ ली। अनिल विज हरियाणा में बीजेपी के सबसे सीनियर विधायक हैं। उन्होंने अंबाला कैंट निर्वाचन क्षेत्र से लगातार सातवीं बार जीत हासिल की। विज मनोहर लाल खट्टर के सरकार में हरियाणा के गृह मंत्री थे। विज के पास स्वास्थ्य और खेल जैसे कई विभाग भी रहे हैं। साल 2014 से पहले वह राज्य में बीजेपी विधायक दल के नेता थे। विज पंजाबी समुदाय से आते हैं। 

कृष्ण लाल पंवार बने कैबिनेट मंत्री
अनिल विज के बाद बीजेपी विधायक कृष्ण लाल पंवार ने मंत्री पद की शपथ ली। वह दूसरी बार मंत्री बने हैं। पंवार दलित समुदाय से आते हैं। कृष्ण लाल पंवार पानीपत के इसराना सीट से विधायक हैं। वह कुल सात बार विधानसभा चुनाव लड़े जिनमें से पांच बार जीत दर्ज की। पंवार ने अभी हाल में ही राज्यसभा सांसद से इस्तीफा दिया था। कृष्ण लाल कभी पानीपत के थर्मल फ्लांट में बिजली बोर्ड के कर्मचारी थे। उन्होंने इनेलो से राजनीतिक पारी शुरू की। वह इनेलो छोड़कर 2014 में बीजेपी में शामिल हुए।

विपुल गोयल क मिला कैबिनेट मंत्री का पद
विपुल गोयल फरीदाबाद सीट से जीते हैं। वह वैश्य समुदाय से आते हैं। गोयल दूसरी बार मंत्री बने हैं। गोयल 2014 में भी विधायक बने थे। जब 2016 से जब मनोहर लाल कैबिनेट का विस्तार हुआ तो विपुल गोयल को पर्यावरण एवं उद्योग मंत्री बनाया गया था। 

राव नरवीर सिंह ने ली कैबिनेट मंत्री पद की शपथ
गुरुग्राम के बादशाहपुर से विधायक राव नरवीर को कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। नरवीर तीसरी बार विधायक बने हैं। 2019 में उनका टिकट काट दिया गया था। हालांकि 2024 में उन्हें टिकट मिला और कांग्रेस उम्मीदवार वर्धन यादव को 60 हजार से ज्यादा वोटों से हराया। नरवीर यादव समुदाय से आते हैं।

महिपाल ढांडा ने ली कैबिनेट मंत्री पद की शपथ
बीजेपी नेता महिलापल ढांडा ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है। ढांडा जाट समुदाय से आते हैं। महिलापल लगातार दूसरी बार सैनी कैबिनेट में शामिल हुए हैं। वह पानीपत ग्रामीण सीट से विधायक हैं। वह 2019 में भी यहां से विधायक चुने गए थे। 

श्रुति चौधरी ने ली कैबिनेट मंत्री पद की शपथ
बीजेपी नेता श्रुति चौधरी को भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। वह तोशाम सीट से पहली बार विधायक बनी हैं। वह जाट समुदाय से आती हैं। श्रुति राज्यसभा सांसद किरण चौधरी की बेटी हैं। श्रुति की मां किरण चौधरी भी हरियाणा सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। तोशाम सीट श्रुति चौधरी के परिवार के पास 50 साल से ज्यादा समय से है। मां-बेटी चुनाव से पहले ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई थीं।

आरती राव ने ली शपथ
नारनौल के अटेली विधान सभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित विधायक आरती राव राजनीतिक पृष्ठभूमि से जुड़ी हैं। नव निर्वाचित विधायक आरती राव अंतरराष्ट्रीय शूटिंग खिलाड़ी रही है। आरती राव ने 2001 तथा 2012 में शूटिंग वर्ल्ड कप में भाग लिया तथा चार बार एशियन चैंपियन में मेडल जीते। आरती ने 2017 में खेलों से संन्यास ले लिया और उसके बाद से राजनीति में रुचि ले रही हैं। हरियाणा विधान सभा चुनाव 2024 में आरती राव ने अटेली विधान सभा से पहली बार चुनाव लड़ा और एक कड़े मुकाबले में बहुजन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ठाकुर अतरलाल को 3000 मतों से शिकस्त देकर विधायक चुनी गई हैं। 

अरविंद शर्मा बने कैबिनेट मंत्री
बीजेपी नेता अरविंद शर्मा को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। वह 2024 के लोकसभा चुनाव में रोहतक से चुनाव हार गए थे। विधानसभा चुनाव में उन्हें बीजेपी ने गोहाना सीट से उम्मीदवार बनाया और उन्होंने यहां से जीत दर्ज की। अरविंद शर्मा 2019 में रोहतक से सांसद चुने गए थे। वह ब्राह्राण समुदाय से आते हैं। 

श्याम सिंह राणा भी बने कैबिनेट मंत्री
राजपूत समुदाय से आने वाले श्याम सिंह राणा पहली बार कैबिनेट मंत्री बने हैं। वह यमुनानगर के रादौर सीट से विधायक बने हैं। रादौर सीट कांग्रेस से छीनकर उन्होंने बीजेपी की झोली में डाली जिसका फल उन्हें मंत्री पद के रुप में मिला। इससे पहले वह 2014 में भी यहां से विधायक बने थे। खट्टर सरकार में वह मुख्य संसदीय सचिव भी बनाए गए थे।

रणबीर गंगवा को भी बनाया गया मंत्री
रणबीर गंगवा को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। पिछली सरकार में वह डिप्टी स्पीकर थे। गंगवा हिसार जिले की बरवाला सीट से विधायक हैं। वह नलवा से भी विधायक रह चुके हैं। 2010 में वह इनेलो के टिकट पर राज्यसभा सांसद चुने गए थे। 2014 में उन्होंने इनेलो के टिकट पर नलवा सीट जीत दर्ज की। 2019 में बीजेपी के टिकट पर नलवा से लड़े और जीत भी दर्ज की। इस तरह गंगवा लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। दो बार बीजेपी के टिकट पर विधायक बने। रणबीर गंगवा ओबीसी समुदाय से आते हैं।