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Oct 18 2024, 10:09

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‘सलमान का हाल बाबा सिद्दीकी से भी बुरा होगा’, मुंबई पुलिस को धमकी भरा मैसेज

एक्टर सलमान खान को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम से एक बार फिर से धमकी मिली है। यह मैसेज सीधे पुलिस को दिया गया है। मुंबई ट्रैफिक पुलिस को सलमान खान के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर से धमकी मिली है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने मुंबई ट्रैफिक पुलिस के व्हाट्सएप नंबर पर मैसेज भेजा है। इसमें सलमान खान से पांच करोड़ रुपये की मांग की गई है। 

मैसेज भेजने वाले ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के हवाले से कहा है कि अगर सलमान खान जिंदा रहना चाहते हैं और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से दुश्मनी खत्म करना चाहते हैं तो उन्हें पांच करोड़ रुपये देने होंगे। इसे हल्के में लेने की गलती न करें। मैसेज में कहा गया कि अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए तो उनका हाल बाबा सिद्दीकी से बुरा होगा। मुंबई पुलिस ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। 

पहले भी सलमान को मिल चुकी है धमकी
लॉरेंस बिश्नोई और सलमान खान की दुश्मनी काफी पुरानी है। यह गैंग अक्सर उन्हें जान से मारने की धमकी देता रहता है। कुछ महीने पहले लॉरेंस गैंग के गुर्गे ने उनके घर के बाहर फायरिंग भी की थी। बाबा सिद्दीकी की हत्या को भी सलमान से जोड़कर देखा जा रहा है। बाबा सिद्दीकी सलमान खान के अच्छे दोस्त थे। बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से ऐसा कहा जा रहा है कि लॉरेंस गैंग ने हत्या बाबा सिद्दीकी की है लेकिन डराया सलमान खान को है। 

बढ़ाई गई सलमान खान की सुरक्षा
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से सलमान खान के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एक्टर के परिवार की तरफ से करीबियों और दोस्तों से अनुरोध किया गया है कि वो एक्टर से मिलने ना जाएं। ये फैसला उनकी सुरक्षा को लेकर लिया गया है।नवी मुंबई पुलिस ने सलमान खान के पनवेल स्थित फार्म हाउस की सुरक्षा बढ़ा दी है। अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को लगाया गया है जो फार्म हाउस के अंदर के और बाहर के भी हिस्से में तैनात रहेंगे। बिश्नोई गैंग इसके पहले भी फार्म हाउस की कई बार रेकी करा चुका है लेकिन फार्म हाउस पर कभी वो कामयाब नहीं हो पाया बल्कि सलमान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर जरूर फायरिंग हुई है। 

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Oct 18 2024, 10:08

हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज का बड़ा एक्शन, अधिकारियों को मीटिंग से किया बाहर

हरियाणा की राजनीति में गब्बर के नाम से मशहूर अनिल विज कैबिनेट मंत्री बनते ही एक बार फिर से एक्शन में नजर आए.कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने के तुरंत बाद मंत्री अनिल विज ने गुरुवार शाम 6 बजे अपने गृह जिले अंबाला के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक बुलाई थी. 

अनिल विज शपथ लेने के तुरंत बाद अंबाला पहुंचे. लेकिन इस बैठक में कई सीनियर अधिकारी नदारद थें. जिसके बाद अनिल विज मीटिंग में मौजूद अन्य जूनियर अधिकारियों पर नाराज हो गए और उन्हें मीटिंग से बाहर जाने को कह दिया.

इस दौरान अनिल विज वहां मौजूद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से उन्होंने ये भी कहा कि मैं कोई पहली बार मंत्री नहीं बना हूं और जब 2 बजे इस मीटिंग के लिए सभी अधिकारियों को बता दिया गया था फिर शाम 6 बजे की इ, मीटिंग में कई सीनियर अधिकारी क्यों नही हैं? इस बैठक में कई विभागों के अधिकारी भी मौजूद नहीं थे.

कैबिनेट मंत्री की ली शपथ
हरियाणा के अंबाला कैंट से विधायक अनिल विज ने बृहस्पतिवार को ही कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. पंचकूला में आयोजित इस शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विज को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस दौरान एक दिलचस्प वाकया भी हुआ जब अनिल विज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गर्मजोशी से हाथ मिलाया.

पीएम मोदी से हुई बातचीत

मंत्री पद की शपथ लेने के बाद जब विज अपनी सीट की ओर लौट रहे थे, तो उन्होंने मंच पर मौजूद नेताओं का अभिवादन किया. प्रधानमंत्री मोदी के पास पहुंचते ही विज ने उनसे हाथ मिलाया और दोनों के बीच हल्की बातचीत भी हुई. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी मुस्कुराते हुए नजर आए, और विज अपनी सीट की ओर बढ़ गए.

मुख्यमंत्री पद का दावा कर रहे थे विज

अनिल विज का मुख्यमंत्री पद को लेकर दावा भी चर्चा में रहा है. चुनाव के समय से ही विज ने मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा ठोक रखा था. उन्होंने कहा था कि यदि पार्टी विधानसभा चुनाव जीतती है तो वह अपनी वरिष्ठता के आधार पर मुख्यमंत्री पद के लिए दावा करेंगे. इसके लिए उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी. हालांकि, पार्टी नेतृत्व ने उनकी दावेदारी को दरकिनार कर दिया और अंत में उन्हें कैबिनेट मंत्री पद से संतोष करना पड़ा.

शपथ ग्रहण से पहले ही अनिल विज के सुर बदल गए थे. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर पार्टी उन्हें चौकीदार बना देती है, तो वह पूरी निष्ठा के साथ यह काम करेंगे. इससे पहले बीजेपी विधायक दल की बैठक में भी विज ने स्पष्ट किया था कि वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं और उन्होंने कभी कोई पद नहीं मांगा. विज ने कहा था कि पार्टी का जो भी फैसला होगा, वह उसे स्वीकार करेंगे. 

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Oct 18 2024, 09:44

बेंगलुरु टेस्ट: रोहित शर्मा का एक फैसला पलट सकता है 36 साल का इतिहास"

बेंगलुरु टेस्ट में पहला दिन बारिश की भेंट चढ़ गया और दूसरे दिन के खेल में टीम इंडिया घरेलू जमीन पर बनाए अपने सबसे लोएस्ट टोटल 46 रन पर ढेर हो गई. ऐसे में सवाल ये है कि क्या रोहित शर्मा का उठाया एक कदम 36 साल का इतिहास पलट सकता है. क्योंकि, आसार तो इसी के जगे दिख रहे हैं. और, अगर ऐसा हो गया तो फिर हेड कोच गंभीर के लिए ये कभी ना भूला सकने वाला टेस्ट मैच साबित हो सकता है. अब आप सोच रहे होंगे कि रोहित शर्मा का उठाया कदम क्या है? और, क्या है उसका 36 साल के इतिहास से कनेक्शन?

रोहित शर्मा ने उठाया कौन सा कदम?
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा के उठाए कदम से यहां मतलब उनके टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के फैसले से है. भारतीय कप्तान के उस फैसले का ही नतीजा रहा कि टीम 46 रन पर लुढ़क गई. दूसरे दिन के खेल के बाद रोहित शर्मा ने अपनी गलती मानते हुए कहा भी कि उनसे पिच को पढ़ने में चूक हुई. उन्होंने टॉस जीतकर गलत फैसला कर लिया.

रोहित का कदम पलट सकता है 36 साल का इतिहास
इसमें कोई दो राय नहीं कि टॉस जीतकर रोहित शर्मा का पहले बल्लेबाजी करने का फैसला टीम इंडिया के लिए आत्मघाती रहा. अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार लेने जैसा रहा. उनके उसी फैसले ने अब 36 साल के इतिहास को पलटने की उम्मीद जगा दी है. यहां 36 साल के इतिहास से मतलब न्यूजीलैंड के भारत में टेस्ट मैच जीतने से है.

न्यूजीलैंड ने भारतीय जमीन पर आखिरी बार टेस्ट मैच 36 साल पहले यानी 1988 में जीता था. वो मुकाबला मुंबई के वानखेड़े मैदान पर खेला गया था. उसके बाद कीवी टीम भारत में एक टेस्ट मैच जीतने को तरस रही है. अब जिस तरह से उसने बेंगलुरु टेस्ट को मजबूती से जकड़ा है, उसे देखकर लगता है कि रोहित शर्मा के उठाए कदम के चलते 36 साल का इतिहास पलट सकता है. मतलब, न्यूजीलैंड जीत सकती है.

गौतम गंभीर नहीं भूल सकते फिर ये टेस्ट मैच!
अब एक तो अपने ही देश की जमीन पर टेस्ट मैच में 46 रन पर लुढ़कने का रिकॉर्ड बना. अब ऊपर से 36 साल बाद भारत में न्यूजीलैंड ने टेस्ट मैच भी जीत लिया तो हेड कोच गौतम गंभीर की कोचिंग में वो सब होता दिखेगा, जो पहले नहीं दिख रहा था. जाहिर है कि अगर ऐसा हुआ तो गौतम गंभीर के कोचिंग करियर में कभी ना भूला पाने जैसा होगा बेंगलुरु टेस्ट.

बहरहाल, टीम इंडिया के पास अभी भी एक पारी है. बेंगलुरु टेस्ट मेंं अभी काफी खेल भी बचा है. और, सबसे बड़ी बात की क्रिकेट अनिश्चताओं का खेल है. हो सकता है कि टीम इंडिया ये टेस्ट मैच बचा भी ले. लेकिन, ताजा समीकरण में जो दिख रहा है, उसके मुताबिक इतिहास पलटने का पलड़ा ज्यादा भारी है. 

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Oct 18 2024, 09:37

लॉरेंस गैंग का खुलासा: जिगाना पिस्टल से सलमान खान को मारने की थी प्लानिंग"



मुंबई में सलमान खान की हत्या की साजिश रचने के मामले में गिरफ्तार लॉरेंस के शूटर सुक्खा ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. सुक्खा के मुताबिक, सलमान को मार डालने के लिए अत्याधुनिक अथियार AK 47, AK 92, M 16 और तुर्की मेड जिगाना हथियार (टर्किश पिस्टल) भी खरीदने की तैयारी थी. तुर्की मेड जिगाना हथियार वही है जिससे माफिया अतीक अहमद और पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की गई थी. जिगाना सीरीज की सभी पिस्टल्स तुर्की की कंपनी टिसास ट्रैबजेन आर्म्स इंडस्ट्री कॉर्प बनाती है. यह कंपनी पिछले 23 सालों से पिस्टल बना रही है.

जिगाना पिस्टल को लिमिटेड इस्तेमाल के लिए बनाया जाता है. जिगाना पिस्टल केवल सिक्योरिटी कंपनी को बेची जाती है और तुर्की सेना इसका इस्तेमाल करती है. कंपनी दावा करती है कि यह यूरोपियन पिस्टल की कॉपी नहीं है. भारत में यह पिस्टल बैन है. लेकिन फिर भी अवैध तस्करी से यह पिस्टल यहां लाई जाती हैं. जिगाना पिस्टल पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भारत पहुंचती हैं. सलमान खान की हत्या करने के लिए भी लॉरेंस गैंग पाकिस्तान के जरिए ही जिगाना पिस्टल मंगवाने जा रहा था.

जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल तुर्की की सेना के अलावा इस्तेमाल मलेशिया और अजरबैजान की सेना के साथ फिलीपिंस पुलिस और अमेरिकी कोस्ट गार्ड करते हैं. जिगाना पिस्टल में ब्राउनिंग टाइप लॉकिंग सिस्टम है, जो उसे पावरफुल बनाता है. मॉडर्न फायर आर्म की रिपोर्ट के मुताबिक, Zigana M16 जिगाना का सबसे ओरिजनल मॉडल है. जिसमें शॉर्ट अंडरबैरल डस्टकवर का इस्तेमाल किया गया है. जिगाना दूसरी पिस्टल से इसलिए भी अलग है क्योंकि इससे निकलने वाली गोली एक सेकंड में 350 मीटर की दूरी तय करती है.
कितनी है इस पिस्टल की कीमत?

तुर्की में बनने वाली जिगाना पिस्टल खरीद पाना सबके बस की बात नहीं. 4 से 7 लाख रुपये कीमत वाली जिगाना के लिए गैंगस्टर 10-12 लाख रुपये चुकाने को भी तैयार हो जाते हैं. दिल्ली के टॉप गैंगस्टर्स को भी जिगाना पिस्टल खूब पसंद है. कुछ साल पहले जब गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने जितेंदर गोली (अब मृत) से हाथ मिलाया तो दोस्ती की निशानी के रूप में एक जिगाना पिस्टल दी. ये कभी जाम नहीं होतीं.


जिगाना पिस्टल से एक ही बार में 15-17 राउंड फायर कर सकते हैं. गोगी इससे बड़ा इम्प्रेस हुआ. उसने ढेर सारी जिगाना पिस्टल मंगवाने का ऑर्डर दे डाला. एक वक्त तो गोगी जिगाना पिस्टल के लिए पागल सा हो गया था. उसने अपने गुर्गों को बोला कि रंगदारी से आई रकम का बड़ा हिस्सा जिगाना पिस्टल खरीदने में खर्च किया जाए.

लड़की का नाम जिगाना

इसे बनाने वाली कंपनी का दावा है कि वो नाटो स्टैंडर्ड के मुताबिक ही पिस्टल का निर्माण करती है. वो कम भारी हथियार बनाती है और डिफेंस इंडस्ट्री के प्रोडक्ट्स के मानकों के मुताबिक ही इसे तैयार करती है. कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट में दावा किया गया है पिस्टल को सप्लाई से पहले मानकों पर परखा पर जाता है. जैसे उसका फायर कंट्रोल टेस्ट होता है. इसमें 100 फीसदी पास होने के बाद भी उसे सप्लाई किया जाता है. जिगना सीरीज का सबसे आखिरी मॉडल Zigana PX9 है. जिगाना हंगरी मूल की एक एक लड़की का नाम है, जिसका मतलब होता है जिप्सी गर्ल. 

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Oct 17 2024, 16:18

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शाहरूख खान के बेटे को जेल भेजने वाले समीर वानखेड़े की महाराष्ट्र चुनाव में एंट्री! ये पार्टी दे रही टिकट

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है। इस बीच बड़ी खबर आ रही है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अब एक हाई प्रोफाइल अधिकारी की एंट्री होने वाली है। शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के खिलाफ कथित ड्रग्स मामले में कार्रवाई से चर्चा में आये पूर्व एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े अब चुनावी मैदान में उतरने जा रहे हैं।

किस सीट से लड़ेंगे चुनाव?
सूत्रों के मुताबिक समीर वानखेड़े आगामी विधानसभा में ताल ठोकेंगे। सूत्रों की माने तो आईआरएस अधिकारी समीर वानखेड़े  शिवसेना शिंदे गुट से जुड़ेंगे। उन्हें शिंदे गुट मुंबई की किसी एक विधानसभा सीट से टिकट दे सकता है। सूत्रों के मुताबिक इस बात चर्चा काफी जोरों पर है कि वे धारावी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि समीर वानखेड़े ने अभी तक सरकारी नौकरी से इस्तीफा नहीं दिया है। 

कौन हैं समीर वानखेड़े?
44 साल के समीर वानखेड़े 2008 बैच के आईआरएस भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी हैं। 2021 तक उन्होंने मुंबई में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल डायरेक्टर के रूप में काम किया। एनसीबी में शामिल होने से पहले, वानखेड़े ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी और एयर इंटेलिजेंस यूनिट के साथ काम किया।अपने पूरे करियर के दौरान, वानखेड़े ने ड्रग एन्फॉर्समेंट से जुड़ी कानून प्रवर्तन एजेंसियों में विभिन्न पदों पर काम किया है। समीर वानखेड़े ड्रग तस्करों और उनके नेटवर्क को निशाना बनाकर छापे मारने, खुफिया ऑपरेशन करने और अंडरकवर जांच करने में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं। अपने 15 साल के करियर के दौरान उन्हें 17,000 किलोग्राम नशीले ड्रग्स पदार्थ और 165 किलोग्राम सोना जब्त करने का श्रेय दिया जाता है।

इन मामलों से बटोरीं सुर्खियां
अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद गिरोह के ड्रग्स नेक्सस को तोड़ना, इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामला, सिंगर मिका सिंह को कस्टम चोरी मामला,शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान की कोर्डलिया क्रूज ड्रग्स मामले में जेल डालने जैसे केस हैंडल करने वाले समीर वानखेड़े को जांबाज अधिकारियों में गिना जाता है। 

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Oct 17 2024, 16:17

भोपाल में छापेमारी के दौरान जूनियर ऑडिटर के घर में मिला 'कुबेर का खजाना', चल रहा लोकायुक्त का भ्रष्टाचार विरोधी अभियान 





मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लोकायुक्त की टीम ने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत छापेमारी की, जिसमें लाखों रुपये के आभूषण, नकदी तथा एक अवैध पिस्तौल बरामद की गई। तत्पश्चात, आरोपी के खिलाफ गांधी नगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। यह कार्रवाई देर रात तक चली, जिसमें जेवरात, नकदी एवं संपत्ति के दस्तावेज भी मिले।


दरअसल, लोकायुक्त टीम ने आय से अधिक संपत्ति के मामले की शिकायत पर तकनीकी शिक्षा विभाग के जूनियर ऑडिटर रमेश हिंगोरानी के घर सहित 6 अलग-अलग स्थानों पर छापा मारा। छापेमारी में रमेश हिंगोरानी के घर, स्कूलों और उनके बेटों के दफ्तर सम्मिलित थे। बैरागढ़ में दो, गांधी नगर में तीन और श्यामला हिल्स के पास एक दफ्तर पर कार्रवाई की गई। छापे के चलते रमेश हिंगोरानी के पास आय से अधिक संपत्ति मिली। टीम को कैश, डायमंड तथा सोने-चांदी के कीमती आभूषण, कई संपत्तियों के दस्तावेज, निवेश से जुड़े कागजात, चार कार और पांच दोपहिया वाहन मिले।लोकायुक्त की टीम ने 1014 ग्राम सोने के जेवरात जब्त किए, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 70 लाख रुपये है। इसके अतिरिक्त 1021 ग्राम चांदी के आभूषण भी बरामद हुए, जिनकी कीमत तकरीबन 55,500 रुपये आंकी गई। 

छापेमारी में कुल 12,17,950 रुपये नकद भी जब्त किए गए। गांधी नगर के प्रेरणा किरण स्कूल एयरोसिटी में तलाशी के चलते एक देसी पिस्तौल भी मिली, जिसकी सूचना तत्काल गांधी नगर थाने को दी गई। नीलेश हिंगोरानी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच आरम्भ की गई है। तलाशी के चलते कई संपत्ति से जुड़े दस्तावेज भी मिले, जिनकी तहकीकात की जा रही है ताकि उनकी वैधता और सही मूल्यांकन हो सके। छापेमारी अभी भी जारी है तथा अफसरों का मानना है कि जांच से और भी खुलासे हो सकते हैं। बरामद दस्तावेजों एवं संपत्तियों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह छापेमारी भ्रष्टाचार विरोधी अभियान का हिस्सा है। 

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Oct 17 2024, 16:17

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शेख हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी, भारत के सामने आगे क्या है रास्ता?

बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद देश छोड़ कर भारत में रह रहीं पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने हाल में छात्रों के व्यापक आंदोलन के दौरान मानवता के विरुद्ध कथित अपराध के लिए पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। इस मामले में हसीना के अलावा अन्य शीर्ष अवामी लीग नेताओं सहित 45 लोगों के खिलाफ बृहस्पतिवार को गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।

अंतरराष्‍ट्रीय अपराध प्राधिकरण को शेख हसीना ने ही बनाया था ताकि साल 1971 में पाकिस्‍तानी सेना के नरसंहार में मदद करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई किया जा सके। अब इसी प्राधिकरण का इस्‍तेमाल करके मोहम्मद यूनुस की कार्यकारी सरकार ने शेख हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी करा दिया है।इस प्राधिकरण ने सरकार से कहा है कि वह शेख हसीना और 45 अन्‍य लोगों को अरेस्‍ट करके 18 नवंबर तक पेश करे। जिन लोगों को अरेस्‍ट करने का आदेश दिया गया है, उनमें शेख हसीना सरकार के कई मंत्री भी शामिल हैं।

अभियोजन पक्ष ने हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के खिलाफ छात्र विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हत्याओं में कथित रूप से शामिल 50 अन्य लोगों के खिलाफ भी गिरफ्तारी वारंट का अनुरोध किया है। ट्रिब्यूनल को अब तक निर्वासित नेता और उनकी अवामी लीग के सहयोगियों के खिलाफ जबरन गायब करने, हत्या और सामूहिक हत्याओं की 60 शिकायतें मिल चुकी हैं। हसीना के 15 साल के शासन में व्यापक मानवाधिकार हनन देखने को मिले, जिसमें उनके राजनीतिक विरोधियों को बड़े पैमाने पर हिरासत में लेना और उनकी हत्याएं शामिल हैं।

बांग्लादेश में हिंसक आंदोलन के बाद से सत्ता छोड़कर 5 अगस्त को भारत चलीं आई थीं। वह यूरोपिय देशों में शरण लेने की कोशिश में थी। हालांकि, किसी अन्य देश में शरण नहीं मिल पाने के वजह से तब से वह भारत में रह रहीं हैं। हसीना ढाका से भागने और भारत में शरण लेने के बाद से सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आई हैं।

बांग्लादेश में कई बार शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग उठ चुकी है। इस मामले में भारत के सामने कूटनीतिक संकट भी खड़ा हो गया है। माना जा रहा है कि शेख हसीना की वजह से दोनों देशों के बीच संबंधों पर भी असर पड़ सकता है। दरअसल, भारत और बांग्लादेश के मध्य एक प्रत्यर्पण संधि 2013 में हुई थी। अब सवाल उठता है कि अगर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग करती है तो क्या भारत उसके अनुरोध को स्वीकार करेगा? 

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Oct 17 2024, 16:17

प्रशांत किशोर की बड़ा ऐलान हमारी सरकार आई तो शराबबंदी हटेगी

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने ऐलान किया कि उनकी सरकार आई तो बिहार से शराबबंदी हटा दी जाएगी. बिहार में चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले प्रशांत किशोर ने यह ऐलान किया. प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज पहली बार विधानसभा उपचुनाव में उम्मीदवार उतारे हैं और अगला विधानसभा चुनाव लड़ने का भी ऐलान किया है.

उन्होंने बिहार में नीतीश कुमार सरकार द्वारा शराबबंदी लागू किये जाने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि गांधी जी ने नहीं कहा कि कानून बनाकर शराब बंद कर दो. ये लोग गांधी को तो समझते नहीं हैं

प्रशांत किशोर ने कहा कि शराबबंदी का अगर कोई फायदा तब हो जब लागू हो, लेकिन बिहार में शराबबंदी कहां है? घर-घर शराब माफिया हैं. शराबबंदी हटनी चाहिए. उन्होंने कहा कि शराबबंदी सिर्फ सरकारी फाइल और नेताओं के भाषण में ही लागू है.

शराबबंदी हटाने का विरोध करने पर बोला हमला
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आई तो तुरंत शराबबंदी हटाएंगे. शराबबंदी हटाने का विरोध करने वालों पर तंज कसते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि शराबबंदी हटाने का विरोध वो कर रहा है जो शराब के गलत धंधे से पैसा कमा रहा है. नीतीश कुमार से जुड़ा हर अधिकारी शराब के धंधे से जुड़ा है. तीनों दलों में शराब से जुड़े लोग हैं. वास्तव में ये लोग बिहार की जनता से अन्याय कर रहे हैं.

एक सवाल के जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि ‘बिहार में कहीं भी शराबबंदी लागू नहीं है, राज्य में केवल शराब की दुकानों पर ताला लगा हुआ है और हर जगह होम डिलिवरी हो रही है.

शराबबंदी से 20 हजार करोड़ का नुकसान
उन्होंने कहा कि तथाकथित शराबबंदी से बिहार की जनता को हर साल 20 हजार करोड़ का नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. राज्य की गरीब जनता का पैसा शराबबंदी के नाम पर लूटा जा रहा है और यह पैसा अधिकारियों और शराब माफिया के यहां जा रहा है, जबकि गांव-गांव में शराब की बिक्री हो रही है.

उन्होंने सवाल किया कि यदि बिहार में शराबबंदी है तो फिर कैसे जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हो रही है. उन्होंने बिहार के जिलों में यात्रा की. उस दौरान लोगों ने बताया कि उनके इलाके में कैसे जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई. जहरीली शराब पीने से मौत की जानकारी लोग पुलिस को भी नहीं देते हैं, क्योंकि लोग डरते हैं कि उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. बिहार में कहीं भी शराबबंदी लागू नहीं है. यहां हर जगह शराब बिक रही है. 

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Oct 17 2024, 16:07

राम गोपाल मिश्रा की हत्या के आरोपी सरफराज का एनकाउंटर, नेपाल भागने की फिराक में था






डेस्क: उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा पूजा के मूर्ति विसर्जन के दौरान पत्थरबाजी और हिंसा हुई थी। इस हिंसा में राम गोपाल मिश्रा नाम के युवक की हत्या भी कर दी गई थी। अब इस घटना में शामिल आरोपी सरफराज का एनकाउंटर हुआ है। वहीं, एक और आरोपी कमील को भी गोली लगने की खबर सामने आई है। फिलहाल दोनों आरोपी घायल बताए जा रहे हैं। बता दें कि रविवार को बहराइच में दुर्गा पूजा के मौके पर मूर्ति विसर्जन यात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़कने पर गोली लगने से 22 वर्षीय युवक राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी और पथराव तथा गोलीबारी में करीब छह लोग घायल हो गए थे।

बहराइच हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल हामिद के दो बेटों मोहम्मद कमील और सरफराज को गोली लगी है। सीएससी अधीक्षक डॉक्टर चंद्रभान  के अनुसार एक आरोपी के दाहिने पैर में और दूसरे आरोपी के बाएं पैर में गोली लगी है। यहां से प्राथमिक उपचार के बाद आरोपियों को एंबुलेंस से बहराइच के लिए रवाना कर दिया गया है।

राम गोपाल मिश्रा की हत्या के बाद बहराइच में हिंसा फैल गई थी। भीड़ द्वारा बड़े स्तर पर तोड़फोड़ और आगजनी की गई। भीड़ ने घरों, दुकानों, शोरूम, अस्पतालों, वाहनों आदि में आग लगा दी जिसके बाद बहराइच पुलिस ने कई अज्ञात और कुछ नामजद लोगों के खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज कीं। पुलिस ने इलाके में छापेमारी कर अब तक 55 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।

अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, बहराइच में हिंसा और राम गोपाल मिश्रा की हत्या के आरोपी नेपाल भागने की फिराक में लगे हुए थे। इससे पहले बुधवार को यूपी पुलिस ने इस मामले के एक अन्य आरोपी दानिश को भी गिरफ्तार किया था। केस में चौथे नंबर पर नामजद मोहम्मद दानिश उर्फ राजा उर्फ साहिर को बुधवार शाम चार बजे राजी चौराहा से गिरफ्तार किया गया था। वह भी नेपाल भागने की फिराक में था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की मौत सदमे और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण हुई थी। मिश्रा के शरीर पर 25 से 30 छर्रे लगे थे और उसके शरीर पर चोट के भी निशान थे। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतक राम गोपाल मिश्रा के परिजनों से मुलाकात की थी। सीएम योगी ने हत्या के दोषियों पर कार्रवाई और मृतक के परिवार को मदद देने का भी आश्वासन दिया था। 

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Oct 17 2024, 15:46

'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाने वाला फैजल बोला- नशे में वीडियो बना लिया, मुझे देश से बहुत प्यार है




डेस्क: पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाला फैजल अब हिंदुस्तान जिंदाबाद पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा रहा है। फैजल ने एक न्यूज चैनल से कहा "मेरा हिंदुस्तान जिंदाबाद है, जिंदाबाद रहेगा। पाकिस्तन मुर्दाबाद है, मुर्दाबाद रहेगा। उसने कहा "इससे मैं बहुत प्यार करता हूं। इसी में मरूंगा, इसी में जिऊंगा। इस धरती पर आया हूं, इसी में निशानी है। मजाक हो रहा था नशे में था, कुछ लोग वीडियो बना रहे थे, उन्होंने वीडियो वायरल कर दिया। लेकिन ऐसा कोई न करे, देश से मुझे बहुत प्यार है। सब कानून का पालन करें। मैं कानून का पालन करता हूं और सब कानून का पालन करते रहें।"

फैजल का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह देश विरोध नारे लगा रहा था। इसके बाद उसे जेल हुई तो अकल ठिकाने आई। उसे इस शर्त पर जमानत मिली है कि वह हर मंगलवार को भारत माता की जय बोलने के साथ तिरंगे को सलामी देगा। उसे 21 बार ऐसा करना होगा।

फैजल ने कहा "मजाक हो रहा था, नशे में था। कुछ लोग वीडियो बना रहे थे। उन्होंने वीडियो वायरल कर दिया। मुझे नहीं मालूम था मेरे साथ ऐसा हो जाएगा। मैं अंगूठा छाप हूं। मैं पढ़ा लिखा नहीं हूं। पहली क्लास नहीं गया। आइंदा कभी मुझसे गलती नहीं होगी। पाकिस्तान और हिंदुस्तान का मैंने फैसला कर दिया था। मैं कानून का पालन करता हूं। देश का भी बहुत पालन करता हूं। ऐसी गलती किसी से भी नहीं हो। भाई लोग गलती करना भी नहीं है। मिसरोद थाने को हर मंगलवार को पहले महीने में आना है और झंडे के सामने सेल्यूट करना है मुझे और हर दूसरे मंगलवार को आना है। फैजल ने कहा "मैं हर मंगलवार आऊंगा 10:00 बजे को आऊंगा। 10 से 12 के बीच में आना है। मुझे बहुत अफसोस है। माफी चाहता हूं दोबारा ऐसी गलती नहीं होगी। 

भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने इस पर कहा कि यह उन लोगों के लिए हाई कोर्ट की नजीर के तौर पर है। इसे सबक के रूप में लीजिए पाठ के रूप में लीजिए। हिंदुस्तान में रहते हो तो हिंदुस्तान का गाओ, रहते यहां पर हो खाते हिंदुस्तान का हो और गाते पाकिस्तान का हो। यह निर्णय स्वागत योग्य है। कोर्ट ने अच्छी पहल की है। पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे अगर लगाओगे, भारत के विरोध में नारे लगाओगे तो यह ठीक नहीं है। आपके थाने जाना पड़ेगा राष्ट्र ध्वज को सलाम करना पड़ेगा, थाने में हाजिरी देनी पड़ेगी।