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Nov 27 2024, 09:18

बिहार पैक्स चुनाव : छिटपुट हिंसक घटनाओं को छोड़कर पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न, आज होगी मतो की गिनती

डेस्क : बिहार में पैक्स चुनाव के पहले चरण का मतदान बीते मंगलवार को कुछ जगहों पर छिटपुट हिंसक घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। मंगलवार को 1346 पैक्सों में प्रबंध कार्यकारिणी के पदों के लिए वोट डाले गए। पहले दिन करीब 62 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं जिन पैक्सों में बीते मंगलवार को मतदान संपन्न हुआ है, वहां आज बुधवार को मतगणना होगी।

पटना जिले के आठ पंचायतों में करीब 63 फीसदी मत पड़े। रोहतास जिले के शिवसागर प्रखंड के पड़री मतदान केंद्र पर मतदान के दौरान मंगलवार की शाम असामाजिक तत्वों ने फायरिंग की। यहां दो पक्षों के बीच दिन में तीन बार आपस में झड़प हुई थी। उधर, पूर्वी चंपारण के दरपा व कुंडवा चैनपुर थाना क्षेत्र में जमकर बवाल हुआ। दरपा थाना क्षेत्र के तिनकोनी बूथ पर दो पक्ष आपस में भिड़ गए। इस दौरान एक मतदाता घायल हो गया। समझाने के दौरान उपद्रवी पुलिस से भी उलझ गए। इसके बाद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने दो राउंड हवाई फायरिंग की।

मामले में पुलिस ने पैक्स उम्मीदवार रणविजय कुमार, वर्तमान पैक्स अध्यक्ष के पुत्र अशोक कुमार व सुरेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, कुंडवा चैनपुर थाना के बलुआ गुआबारी में भी पुलिस से नोकझोंक हुई। औरंगाबाद के देव और कुटुंबा में भी झड़प और मारपीट हुई। पहले चरण में 179 पैक्सों में निर्विरोध निर्वाचन हो गया। 

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Nov 26 2024, 16:13

बागेश्वर बाबा पर हमले की खबरों का खुद बाबा ने किया खंडन, बताया घटना का कारण

मशहूर कथावाचक बाबा बागेश्नर पंडित धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों 9 दिवसीय पदयात्रा पर निकले हैं. हिंदुओं को जागरूक करने के लिए यह यात्रा निकाली गई है. लेकिन यात्रा के दौरान झांसी में किसी ने बाबा बागेश्वर पर हमला कर दिया. फूलों से स्वागत करने के दौरान किसी ने उनके ऊपर मोबाइल फेंक दिया. इस कारण उनके चेहरे पर चोट आई. लेकिन अब इस पर बाबा बागेश्वर ने सफाई दी है.

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- मुझ पर किसी प्रकार का हमला नहीं हुआ. किसी से भक्त के द्वारा फूल फेंकने के साथ मोबाइल जाकर के चेहरे पर लगा था, भक्त को उसका मोबाइल वापिस दे दिया गया है. बाबा पर हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जानकारी के मुताबिक, पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा झांसी से ओरछा की ओर जा रही थी. तभी किसी ने फूलों के साथ उनके ऊपर मोबाइल फेंक दिया. इसे लेकर बागेश्वर बाबा की सुरक्षा पर कई सवाल उठने लगे. लेकिन बाबा ने खुद इस पर सफाई दी है. बोले- मोबाइल गलती से फेंका गया था.

पदयात्रा का छठवां दिन

आज बागेश्वर बाबा की यात्रा का छठवां दिन है. हिंदू एकता यात्रा बागेश्वर धाम से ओरछा तक जारी है. यात्रा को जनता का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है. हजारों लोग बाबा के साथ पदयात्रा में शामिल हो रहे हैं. जहां-जहां से यात्रा गुजर रही है, वहां फूलों से स्वागत किया जा रहा है. इस दौरान बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त भी बागेश्वर बाबा के साथ जुड़े थे. इसके अलावा द ग्रेट खाली भी शामिल हुए थे.

9 दिवसीय पदयात्रा

9 दिनों तक चलने वाली बागेश्वर बाबा की इस यात्रा में लाखों की संख्या में भक्त शामिल होकर जिस रास्ते से निकल रहे हैं वह भगवामय होता जा रहा है. एमपी, यूपी से लेकर बिहार, राजस्थान और दिल्ली तक से श्रद्धालुओं का जमघट बाबा बागेश्वर के समर्थन में पहुंच रहा है. 

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Nov 26 2024, 16:11

शहीद की बेटी की शादी में सीआरपीएफ जवानों ने किया कन्यादान,जिसने भी देखा हो गया भावुक

हरियाणा के जींद का एक छोटा सा गांव छातर… यहां रहने वाले CRPF के जवान सतीश कुमार साल 2015 को देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए थे. 9 साल बाद जब उनकी बेटी की शादी हुई तो CRPF के जवान गांव पहुंचे. उन्होंने सतीश कुमार की बेटी का कन्यादान किया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ है. जिसने भी इस वीडियो को देखा वो भावुक हो उठा.

इंटरनेट पर यूजर्स CRPF के जवानों की जमकर तारीफ कर रहे हैं. जवानों का कहना था कि सतीश कुमार उनके साथी थे. वो कभी भी उनकी शहादत को नहीं भुला सकते. सतीश की बेटी को पापा की कमी न खले इसलिए CRPF के जवानों ने उसका कन्यादान किया. वीडियो में दिख रहा है कि शहीद की बेटी निशा की शादी में कई CRPF जवान मौजूद हैं.

दुल्हन और दूल्हा सोफे पर बैठकर अपने शहीद पिता की तस्वीर पकड़े हुए हैं. दूल्हा-दुल्हन के पीछे खड़े जवान उन्हें आशीर्वाद देते नजर आ रहे हैं. शादी में मौजूद सभी लोगों की आंखें भी उस वक्त भर आईं जब उन्होंने कन्यादान का दृश्य देखा.

जानकारी के मुताबिक, सतीश कुमार 20 मार्च 2015 को जम्मू-कश्मीर के कठुआ में शहीद हो गए थे. वह उचाना के छातर गांव के रहने वाले थे. शनिवार को शहीद सतीश कुमार की बेटी निशा की शादी हुई. वधू पक्ष की ओर से सीआरपीएफ जवानों ने ही बारात का जोरदार स्वागत किया. सीआरपीएफ अफसर ने पिता का फर्ज निभाते हुए कन्यादान किया और पूरे गांव ने अपनी बेटी को आशीर्वाद देकर विदा किया.

शहीद सतीश की बेटी को शादी में अपने पिता की कमी महसूस न हो, इसकी जवानों ने पूरी कोशिश की. ग्रुप सेंटर सोनीपत से डीआईजी कोमल सिंह, डिप्टी कमांडेंट वेदपाल, अस्सिटेंट कमाडेंट कृष्ण कुमार और अन्य जवान पहुंचे थे.

क्या बोले शहीद के साथी?

सुबह से ही सीआरपीएफ के अधिकारियों और जवानों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया. इन्होंने गांव वालों के साथ मिलकर शादी की पूरी तैयारी की. सीआरपीएफ के डीआइजी कोमल सिंह ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा, ‘निशा हमारे शहीद सतीश की बेटी है. उससे हमारा खून का रिश्ता तो नहीं है मगर वह हमारे परिवार की बेटी है. वह सीआरपीएफ फैमिली का हिस्सा है. हम लोग यहां पर उसका सम्मान बढ़ाने के लिए आए हैं. हम उसे इस बात पर गर्व महसूस कराने आए हैं कि उसके पिता ने सर्वोच्च बलिदान दिया है. 

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Nov 26 2024, 13:13

JMM छोड़ने वाले नेता एक बार फिर फ्लॉप, बाबूलाल सोरेन और सीता सोरेन समेत इन नेता हारे!

झारखंड विधानसभा चुनाव-2024 में JMM के कई बागी नेताओं को हार का सामना करना पड़ा. इसमें सीता सोरेन से लेकर बाबू लाल सोरेन तक शामिल हैं. शिकस्त झेलने वालों में कुल 4 नेता हैं. इन नेताओं को चुनाव से पहले JMM से इस्तीफा देना भारी पड़ा है.

बाबूलाल सोरेन- ये पूर्व सीएम चंपई सोरेन के बेटे हैं. घाटशीला सीट से बीजेपी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया था. उन्हें JMM के रामदास सोरेन के हाथों हार का सामना करना पड़ा. बाबूलाल को 75 हजार 910 वोट मिले तो रामदास को 98 हजार 356 वोट मिले. यानी बाबूलाल को 20 हजार से ज्यादा वोटों से हार का सामना करना पड़ा.

सीता सोरेन- सीएम हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन को जामताड़ा सीट पर कांग्रेस के इरफान अंसारी के हाथों हार का सामना करना पड़ा. इरफान अंसारी को 1 लाख 33 हजार 266 वोट मिले तो सीता सोरेन को 89 हजार 590 वोट मिले.

सूरज मंडल- ये कभी शिबू सोरेन का दाहिना हाथ हुए करते थे. बीजेपी में अपना सियासी भविष्य देख रहे थे, लेकिन कुछ कर नहीं पाए.

लोबिन हेम्बर्म- लोबिन JMM से बीजेपी में शामिल हुए थे. पार्टी ने उन्हें बोरियो से टिकट मिला था. लेकिन वो उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे. उन्हें JMM के धनंजय सोरेन के हाथों शिकस्त मिली. लोबिन के खाते में 78 हजार 044 वोट आए तो धनंजय को 97 हजार 317 वोट मिले.

लगातार दूसरी बार सीएम बनेंगे सोरेन

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाला सत्तारूढ़ गठबंधन 81 सदस्यीय विधानसभा की 56 सीटें जीतकर लगातार दूसरी बार झारखंड की सत्ता पर काबिज हुआ. वहीं, चुनाव अभियान के दौरान एड़ी-चोटी का जोर लगाने वाला NDA महज 24 सीटें हासिल कर सका. विधानसभा चुनावों में JMM और कांग्रेस ने आदिवासी बेल्ट की 27 सीटों पर कब्जा जमाया, जबकि बीजेपी महज सरायकेला में जीत दर्ज करने में सफल रही, जहां उसने पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को मैदान में उतारा था.

चंपई विधानसभा चुनावों से पहले JMM छोड़ BJP में शामिल हो गए थे. उन्होंने हेमंत सोरेन नीत पार्टी पर उनका अपमान करने का आरोप लगाया था. हालिया विधानसभा चुनावों में आदिवासी बेल्ट की 20 सीटें अकेले JMM की झोली में गईं. राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, पार्टी को लोकलुभावन योजनाओं के अलावा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ कथित अन्याय का मुद्दा उठाने से पैदा हुई सहानुभूति लहर का फायदा मिला.

वहीं, JMM की सहयोगी कांग्रेस सात सीटों पर विजयी रही. जबकि, 2014 के विधानसभा चुनावों में पार्टी आदिवासी बेल्ट में खाता तक खोलने में नाकाम रही थी. वहीं, 2019 के लोकसभा चुनावों में उसने छह सीटों पर कब्जा जमाया था. 

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Nov 26 2024, 12:58

सपा नेताओं का डेलिगेशन आज नहीं जाएगा संभल, राहुल गांधी जल्द करेंगे दौरा

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा की घटना के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अगले एक-दो दिन के अंदर हिंसा की आग में झुलसे संभल का दौरा करने वाले हैं. हालांकि समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने अपना आज (मंगलवार) का संभल दौरा स्थगित कर दिया है.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी जल्द ही संभल जाने की योजना बना रहे हैं. उत्तर प्रदेश से सहारनपुर से लोकसभा सांसद इमरान मसूद ने बताया कि वह (राहुल गांधी) कल या परसों संभल जाएंगे. इस बीच संभल जाने वाला समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल के संभल जाने का कार्यक्रम टल गया है. पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार, सपा के प्रतिनिधिमंडल को आज संभल जाना था.

अखिलेश से मुलाकात के बाद संभल की यात्रा
लेकिन प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्य अब दिल्ली के लिए रवाना होंगे. राजधानी दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से सलाह मशविरे के बाद ही प्रतिनिधिमंडल संभल जाएगा. नई तारीखों का अभी ऐलान नहीं किया गया है.

इससे पहले समाजवादी पार्टी के 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के संभल दौरे पर उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता और समाजवादी पार्टी के नेता माता प्रसाद पांडेय ने कहा, “हम वहां पुलिस द्वारा किए गए अत्याचार को देखने जाएंगे. हम घटना में मारे गए युवाओं के परिजनों से भी मुलाकात करेंगे. क्या पुलिस कभी अपने किए की जिम्मेदारी लेती है?. आजकल पुलिस के पास अवैध हथियार और सरकारी हथियार दोनों होते हैं. पुलिस फायरिंग के लिए दूसरे (अवैध) हथियार का इस्तेमाल करती है.”

सांसद बर्क समेत कई पर केस दर्ज
दूसरी ओर, संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर समाजवादी पार्टी के क्षेत्रीय सांसद जियाउर्रहमान बर्क और संभल सदर सीट से सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. अब तक कुल 7 केस दर्ज किए जा चुके हैं जबकि 25 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है.

संभल के पुलिस अधीक्षक (SP) कृष्ण कुमार विश्नोई ने कल सोमवार को जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया के साथ बताया कि हिंसा में घायल दारोगा दीपक राठी ने करीब 800 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है जिनमें सांसद बर्क और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल को भी नामजद किया गया है. उन्होंने बताया, “केस में इन पर ऐसे आरोप लगे हैं कि इन लोगों ने भीड़ को भड़काकर हिंसा भड़का दी.”

आज हालात में सुधार, स्कूल-दुकानें खुलीं
विश्नोई ने बताया कि संभल हिंसा मामले में पुलिस की ओर से अब तक कुल 7 मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें 6 नामजद किए गए हैं जबकि 2750 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है. अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही 5 केस कोतवाली थाने में और 2 नखासा थाने में दर्ज कराए गए हैं.

इस बीच संभल की जामा मस्जिद परिसर में 2 दिन पहले रविवार को सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के बाद आज मंगलवार को हालात में थोड़ा सुधार दिखा. स्कूल भी खुले. रविवार की हिंसा के बाद सोमवार को संभल में बाजार बंद था लेकिन कई इलाकों में दुकानें खुली देखी गईं. आज सुबह भी स्थिति सामान्य नजर आ रही है. आज स्कूल भी खुले हैं और रोजमर्रा की जरूरतों की दुकान खुली नजर आ रही है, हालांकि जिले में इंटरनेट सेवा आज भी बंद है. इसकी वजह से लोगों की खासी दिक्कत हो रही है.

संभल में रविवार को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान स्थिति बेहद खराब हो गई, जिसमें पत्थरबाजी और आगजनी की घटना में चार लोगों की जान चली गई और करीब 20 लोग घायल हो गए. 

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Nov 26 2024, 12:21

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“संविधान देश का सबसे पवित्र ग्रंथ”, संसद के संयुक्त सत्र में बोलीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

भारत आज 'संविधान दिवस' मना रहा है। इस मौके पर मुख्य समारोह संविधान सदन (पुराने संसद भवन) के सेंट्रल हॉल में आयोजित किया गया। ‘संविधान दिवस’ के अवसर पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित किया। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने संविधान दिवस के अवसर पर विशेष स्मारक सिक्का भी जारी किया। साथ ही राष्ट्रपति ने एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया। संविधान दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी, उपराष्ट्रपति ने संस्कृत भाषा में संविधान की प्रति का विमोचन भी किया। 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान दिवस पर संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधन में कहा, संविधान दिवस के पावन अवसर पर आप सभी के बीच आकर मुझे बेहद खुशी हो रही है। आज हम सब एक ऐतिहासिक अवसर के भागीदार बन रहे हैं। 75 साल पहले संसद के इसी कक्ष में देश के संविधान के निर्माण का बहुत बड़ा काम संपन्न किया और उसी दिन इस संविधान को अपनाया गया। संविधान हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों की आधारशिला है। आज कृतज्ञ राष्ट्र की तरफ से संविधान सभा के सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। 

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, 'हमारा संविधान एक जीवंत और प्रगतिशील दस्तावेज है। न्याय, स्वतंत्रता, समता, बंधुत्व संविधान के आदर्श हैं। हमारा संविधान अन्य देशों के लिए आदर्श है। संविधान से सामाजिक न्याय के लक्ष्य प्राप्त किए। नारी शक्ति वंदन अधिनियम से महिला सशक्तिकरण हुआ।

राष्ट्रपति ने कहा कि 'भारत लोकतंत्र की जननी है। इसी भावना के साथ हम इस विशेष अवसर पर इकट्ठा हुए हैं। हमें उन अधिकारियों के अमूल्य योगदान को भी याद रखना चाहिए, जिन्होंने नेपथ्य में रहकर काम किया और देश के संवैधानिक मूल्यों को मजबूती दी। जिनमें प्रमुख भूमिका बीएन राव की थी, जो संविधान सभा के सलाहकार थे। आगामी 26 जनवरी को हम अपने गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ बनाएंगे। ऐसे समारोह हमारी राष्ट्रीय एकता को दर्शाते हैं। हमारी संविधान सभा में देश की विभिन्नता में एकता प्रदर्शित हुई थी। आज जिन पुस्तकों का विमोचन किया गया, उनमें लोगों को हमारे संविधान निर्माण के गौरवशाली इतिहास के बारे में पता चलेगा। हमारा संविधान कई वर्षों की मेहनत से बना, लेकिन ये हमारी आजादी की लड़ाई का परिणाम था। संविधान में भारत के आदर्शों, न्याय, स्वतंत्रता और समानता को भी परिलक्षित किया गया है।' 

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Nov 26 2024, 12:21

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भारत के इन दो दुश्मनों को सबक सिखाएंगे डोनाल्ड ट्रंप,राष्‍ट्रपति बनते ही बड़ा फैसला लेने का ऐलान

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद से ही कुछ देश खौफ में हैं। कहा जा रहा था कि डोनाल्ड ट्रंप इन देशों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। अमेरिका के राष्‍ट्रपति चुने गए ट्रंप भले ही 20 जनवरी को कुर्सी संभालेंगे लेकिन दुश्‍मनों की नींद उन्‍होंने अभी से उड़ा दी है। ट्रंप ने सोमवार को एक बड़ा ऐलान किया है। ताजा ऐलान भारत को दो दुश्मन देशों को लेकर है। ट्रंप ने कहा कि वह जनवरी में कार्यभार संभालने के पहले दिन ही ऐसे आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे, जिसके तहत मेक्सिको और कनाडा से आने वाले सभी सामानों पर 25 फीसदी आयात शुल्क लगाया जाएगा। ट्रंप का कहना है कि वो ऐसा तब तक करेंगे जब तक ये देश अपने अमेरिका में अवैध अप्रवासियों और फेंटेनाइल दवाओं के प्रवाह को बंद नहीं करते हैं।

अवैध अप्रवासी कई समस्‍याओं की जड़-ट्रंप
ट्रंप ने ट्रूंथ सोशल नेटवर्क पर एक पोस्ट में लिखा है कि 20 जनवरी को ऑफिस संभालते ही कनाडा, मेक्सिको और चीन के ख़िलाफ़ टैरिफ लगाने के लिए एक एग्जेक्युटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर करेंगे।ट्रंप ने कहा, ''सभी को पता है कि कनाडा और मेक्सिको से हज़ारों लोग अमेरिका में घुस रहे हैं। ये अपने साथ ड्रग्स ला रहे हैं और कई अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। जिस स्तर पर ये सब हो रहा है, वैसा पहले कभी नहीं हुआ।''

कैसे हैं ट्रंप-ट्रूडो के संबंध?
कनाडा और अमेरिका के बीच दुनिया का सबसे लंबा लैंड बॉर्डर है और दोनों देशों के बीच कारोबारी संबंध एक ट्रिलियन डॉलर से भी ज़्यादा का है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ट्रंप की जीत के तत्काल बाद ही बधाई दी थी लेकिन दोनों नेताओं के संबंधों में पर्याप्त तनाव रहा है। अमेरिका में कोई भी राष्ट्रपति कमान संभालने के बाद पारंपरिक रूप से पहला विदेशी दौरा कनाडा या मेक्सिको का करता था लेकिन ट्रंप ने 2017 में पहला विदेशी दौरा सऊदी अरब का किया था। यानी ट्रंप ने आते ही संदेश दे दिया था।
जस्टिन ट्रूडो पर ट्रंप व्यक्तिगत हमले भी करते रहे हैं। ट्रूडो को ट्रंप ने 'घोर-वामपंथी पागल' कहा था। कनाडा की आर्थिक स्थिति पहले से ही चिंताजनक है और ट्रंप के टैरिफ से वहाँ की अर्थव्यवस्था के मंदी में जाने की आशंका बढ़ जाएगी। कनाडा का 75 प्रतिशत निर्यात अमेरिका में होता है. ऐसे में 25 प्रतिशत का टैरिफ कनाडा को भारी पड़ सकता है। ट्रूडो के लिए ये मुश्किलें तब खड़ी हो रही हैं, जब कनाडा में चुनाव सिर पर है। कई चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में बताया जा रहा है कि ट्रूडो चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी से हार सकते हैं।

चीन पर निशाना साधा
ट्रंप ने ट्रुथ पर एक दूसरे पोस्ट में चीन पर निशाना साधा, उन्होंने पोस्ट में लिखा, "मैंने चीन से संयुक्त राज्य अमेरिका में भेजी जा रही ड्रग्स, विशेष रूप से फेंटेनाइल के बारे में कई बार बातचीत की, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। चीन के प्रतिनिधियों ने मुझसे कहा था कि वह इस काम में शामिल किसी भी ड्रग तस्कर को मौत की सजा देंगे, लेकिन अफसोस, उन्होंने कभी इसे लागू नहीं किया और ड्रग्स हमारे देश में मुख्य रूप से मेक्सिको के जरिए भारी मात्रा में आ रही हैं। जब तक यह नहीं रुकता, हम चीन पर उनके सभी उत्पादों पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत टैरिफ लगाएंगे, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में आयात हो रहे हैं, किसी भी अन्य टैरिफ के ऊपर होगा।"

टैरिफ डोनाल्ड ट्रंप का अहम एजेंडा
टैरिफ डोनाल्ड ट्रंप के आर्थिक एजेंडे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, रिपब्लिकन पार्टी के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति ने 5 नवम्बर की अपनी जीत से पहले चुनाव प्रचार के दौरान सहयोगियों और विरोधियों पर समान रूप से व्यापक शुल्क लगाने की कसम खाई थी।
हालांकि, कई अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी दी है कि टैरिफ से विकास को नुकसान पहुंचेगा और मुद्रास्फीति बढ़ेगी, क्योंकि टैरिफ का भुगतान मुख्य रूप से अमेरिका में सामान लाने वाले आयातकों द्वारा किया जाता है, जो अक्सर उन लागतों को उपभोक्ताओं पर डाल देते हैं। 

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Nov 26 2024, 12:20

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क्यों मचा है मेवाड़ राजपरिवार में बवाल? उदयपुर सिटी पैलेस के बाहर फोर्स तैनात

वीर महाराणा प्रताप के वंशज इन दिनों राजगद्दी की लड़ाई को लेकर सुर्खियो में हैं। विवाद दादा भगवंत सिंह के समय से ही शुरू हो गया था। भगवंत सिंह ने साल 40 साल पहले अपनी वसीयत में छोटे बेटे अरविंद सिंह को संपत्तियों का एक्ज्यूक्यूटर बना दिया था। साथ ही बड़े बेटे महेंद्र सिंह को ट्रस्ट और संपत्ति से बेदखल कर दिया था। अब महेंद्र सिंह की मौत के बाद जब 25 नवंबर को चित्तौड़गढ़ किले में उनके बेटे विश्वराज सिंह को राजपरिवार के मुखिया के रूप में नियुक्त किया गया तो अरविंद सिंह की फैमिली ने इसका विरोध किया। उनका कहना है कि राजगद्दी पर लक्ष्यराज सिंह का हक है, न कि विश्वराज का।

बवाल तब शुरू हुआ जब धूणी दर्शन के लिए मेवाड़ राजवंश के नए महाराणा विश्वराज अपने समर्थकों के साथ सिटी पैलेस पहुंचे। लेकिन उनके चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ ने परंपरा निभाने से रोकते हुए सिटी पैलेस का गेट बंद कर दिया। इसके चलते विश्वराज के समर्थक गुस्सा गए और पत्थरबाजी शुरू हो गई। आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की। लेकिन कोई बात बनी नहीं।

चितौड़ में फतेह निवास महल में सोमवार को राज तिलक कार्यक्रम आयोजित किया। देशभर से पूर्व राजा महाराजा और पूर्व जागीरदार शामिल हुए। देर शाम राजतिलक की रस्म पर विवाद छिड़ गया। महेंद्र सिंह मेवाड़ के भाई और विश्वराज के चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ के परिवार ने परंपरा निभाने से रोकने के लिए उदयपुर के सिटी पैलेस (रंगनिवास और जगदीश चौक) के दरवाजे बंद कर दिए। चित्तौड़गढ़ में राजतिलक की रस्म होने के बाद विश्वराज सिंह मेवाड़ परंपरा के तहत धूणी दर्शन के लिए उदयपुर पहुंचे लेकिन सिटी पैलेस के रास्ते पर बैरिकेड्स लगे मिले। विश्वराज के समर्थकों ने बैरिकेड्स हटा दिए। 3 गाड़ियां पैलेस के अंदर घुसीं। मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स ने हल्का बल प्रयोग किया। कलेक्टर और एसपी ने करीब 45 मिनट तक विश्वराज सिंह मेवाड़ से उनकी गाड़ी में बैठकर बात की लेकिन सहमति नहीं बन सकी। 

उदयपुर के जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल और पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल भी सिटी पैलेस के गेट पर मौजूद थे। उन्होंने मामले को सुलझाने के लिए विश्वराज और उसके बाद अरविंद सिंह मेवाड़ के बेटे से बात की। हालांकि, सिंह को प्रवेश नहीं दिया गया और वह सिटी पैलेस से कुछ मीटर दूर जगदीश चौक पर बैठे हैंविश्वराज मेवाड़ और उनके समर्थक धूणी के दर्शन करने की बात पर अड़े हैं।

अरविंद सिंह ने दस्तूर कार्यक्रम के तहत विश्वराज के एकलिंग नाथ मंदिर और उदयपुर में सिटी पैलेस में जाने के खिलाफ सार्वजनिक नोटिस जारी किया है। मंदिर और महल दोनों ही अरविंद के नियंत्रण में हैं जो उदयपुर में श्री एकलिंग जी ट्रस्ट के अध्यक्ष और प्रबंध न्यासी हैं। उनके वकील की तरफ से अखबारों में दिये गये दो सार्वजनिक नोटिस में आरोप लगाया गया कि समारोह के नाम पर 'आपराधिक अतिचार' करने का प्रयास किया जा रहा है और अनधिकृत व्यक्तियों का मंदिर और सिटी पैलेस में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।

इधर, मौजूदा हालात को देखते हुए, स्थानीय प्रशासन ने सिटी पैलेस में बड़ी पोल से धूणी व जनाना महल तक के विवादित क्षेत्र को अपने कब्जे में ले लिया है। घंटाघर थाना अधिकारी को रिसीवर नियुक्त किया गया है। 

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Nov 26 2024, 12:19

बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन, विपक्ष इन मुद्दों को लेकर कर सकता है हंगामा

डेस्क : बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र बीते सोमवार से शुरू चुका है। बिहार विधानसभा का यह शीतकालीन सत्र छोटा है, केवल 5 दिनों तक ही सत्र चलेगा। इस दौरान सदन में पांच बैठकें होंगी। वहीं सत्र के आज दूसरा दिन हंगामेदार होने  की संभावना है। आरजेडी समेत विपक्षी पार्टियां आरक्षण, स्मार्ट प्रीपेड मीटर और कानून व्यवस्था के मुद्दों पर सरकार को घेरेगी।नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की नेतृत्व में विपक्ष की ओर से स्मार्ट मीटर, कानून व्यवस्था सहित कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी है।

सदन में डिप्टी सीएम सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी माल एवं सेवा कर संशोधन विधेयक पेश करेंगे।सरकार आज सदन में दो बिल पेश करेगी।विपक्षी पार्टियां विभिन्न मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगेंगी।

राज्य सरकार बेतिया राज की जमीन अधिग्रहण करने की तैयारी में है और इसको लेकर विधेयक पेश करेगी।भूमि सुधार विभाग के मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल बेतिया राज की संपत्तियों को निहित करने वाला बिल 2024 सदन में पेश करेंगे।बिल पारित होने पर बेतिया राज की 7960 करोड़ की जमीन बिहार सरकार के अधिकार में आ जाएगी।

फिलहाल राज्य सरकार बेतिया राज की संपत्ति की देखरेख करती है और एडीएम रैंक के अधिकारी मैनेजर के तौर पर नियुक्त होते हैं।बेतिया राज की जमीन बिहार के पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी और उत्तर प्रदेश में भी स्थित है। 

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Nov 26 2024, 12:19

विपक्ष के हंगामे के साथ शुरु हुई विस शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी के नेतृत्व विपक्ष ने सदन के गेट पर किया जोरदार प्रदर्शन

पटना : बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आज दूसरे दिन की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे के साथ शुरु हुई। दूसरे दिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सुबह-सुबह बिहार विधानसभा पहुंच गए हैं। तेजस्वी यादव विपक्ष के नेताओं के साथ सदन के बाहर खुद हाथ में पोस्टर लेकर खड़े हो गए। विपक्ष सदन के बाहर जमकर हंगामा किया। 

तेजस्वी यादव अपने हाथ में पोस्टर लेकर पिछड़ा, अति पिछड़ों SC और  ST के लिए 65 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग कर रहे हैं। वहीं अन्य नेता का भी उनके साथ जमकर हंगामा कर रहे हैं। तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा के गेट पर खुद धरना प्रदर्शन किया। 

बता दें कि आज संविधान दिवस है और शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन भी है। ऐसे में तेजस्वी यादव एक्शन में दिख रहे हैं। विपक्ष आरक्षण को मुद्दा बनाकर सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है। मालूम हो कि जब महागठबंधन की सरकार थी तब ही बिहार में आरक्षण को 65 प्रतिशत बढ़ाया गया था हालांकि उसके नौवीं सूची में शामिल करने से पहले ही पटना हाईकोर्ट के द्वारा रोक लगा दी गई थी। जिसके बाद से ही तेजस्वी पिछड़ा, अति पिछड़ों SC और  ST के लिए 65 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग कर रहे हैं।