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Mar 03 2025, 09:42

बुजुर्ग महिला को छोड़कर डेढ़ महीने से गायब बेटों को  पुलिस ने बुजुर्ग मां से मिलवाया

लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बुजुर्ग महिला का अस्पताल में आंख का ऑपरेशन कराने के बाद उसके दोनों बेटे फरार हो गये। करीब डेढ़ महीने तक बुजुर्ग महिला दोनों बेटों का इंतजार करतीं रही और अंत में जब नहीं आये तो रविवार को हजरतगंज पुलिस की मदद मांगी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों बेटों को बुलवाया उनके साथ बुजुर्ग मां को घर भेजवा दिया। इतना ही नहीं दोनों बेटों को पुलिस द्वारा चेतावनी भी दी गई कि अगर ध्यान नहीं रखा गया तो खैर नहीं है। 

आंख का ऑपरेशन कराने अस्पताल लेकर आये थे दोनों बेटे 

बता दें कि दो मार्च को कोतवाली हजरतगंज में एक बुजुर्ग महिला ने पुलिस से मदद की आस लेकर पहुंची।जानकारी करने पर वृद्ध महिला उम्र करीब 65 वर्ष जो विगत डेढ़ महीने से सिविल अस्पताल मे लावारिस हालत में भर्ती थीं।उपरोक्त बुजुर्ग महिला ने बताया कि करीब डेढ़ महीने पहले उनकी आँखों का इलाज कराने के लिए उनका बेटा उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती करा कर चला गया था लेकिन 2 दिन इलाज होने के बाद वो ठीक भी हो गयी लेकिन तब से उन्हें कोई लेने नहीं आया न ही वो अपने घर जा पा रही थीं। क्योंकि वो अपने घर का पता नहीं जानती थीं, उन्हें कोई न रास्ता दिख पाने पर लखनऊ पुलिस की मदद को सोची और स्थानीय हज़रतगंज पुलिस से मदद की गुहार लगाई।

हर पंद्रह दिन में हाल चाल बताने की दी हिदायत 

थाना प्रभारी हज़रतगंज विक्रम सिंह ने महिला पुलिसकर्मियों को बुलाकर मामले में पूछताछ कर जांच पड़ताल शुरू की तो फ़ौरी सूचना पर वृद्ध महिला के दोनों पुत्रो को संपर्क कर थाने बुलाया गया। तथा उपरोक्त महिला बुजुर्ग को उनके दोनों बेटों की सुपुर्दगी में दिया गया। तथा आवश्यक हिदायत दिया गया कि वह अपनी माता जी की देख रेख करते हुए प्रत्येक 15 दिवस में कुशलता के सम्बन्ध में थाना स्थानीय को अवगत करायेंगे । बुजुर्ग महिला उपरोक्त को उनके पुत्रों के साथ सकुशल रवाना किया गया। बुजुर्ग महिला बेटों से मिलने के बाद पुलिस को खूब आशीर्वाद दी। 

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Mar 03 2025, 09:41

ठाकुरगंज पुलिस ने पेश की मानवता की मिसाल, लावारिस बुजुर्ग का कराया अंतिम संस्कार 

लखनऊ । राजधानी की ठाकुरगंज पुलिस ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए एक अज्ञात बुजुर्ग का अंतिम संस्कार कराया। फुटपाथ पर रहने वाले 80 वर्षीय बुजुर्ग की रविवार को अचानक मौत हो गई। बुजुर्ग का कोई अंतिम संस्कार करने वाला नहीं दिखा तो स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर शव के अंतिम संस्कार करने का जिम्मा उठाया। पुलिस ने पूरे विधि विधान के साथ गुलाला घाट पर अंतिम संसकार करवाया गया। पुलिस की इस पहल का क्षेत्र वासियों ने प्रशंसा की। 

फरीदीपुर मोड़ पर फुटपाथ पर अकेले रह रहा था बुजुर्ग 

ठाकुरगंज थाने की पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिला। फरीदीपुर में फुटपाथ पर रह रहे बुजुर्ग की रविवार को मौत हो गई। ठाकुरगंज पुलिस ने गुलाला घाट पर लावारिस शव का अंतिम संस्कार करवाया। प्रभारी निरीक्षक ठाकुरगंज श्रीकांत राय के मुताबिक रविवार को सूचना मिली कि फरीदीपुर मोड़ पर गोलू गुप्ता की दुकान के सामने फुटपाथ पर रहने वाले 80 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई है।

बुजुर्ग काफी समय से चल रहा था बीमार 

 वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे। वह काफी समय से अकेले फुटपाथ पर ही रह रहे थे। सूचना पर चौकी प्रभारी भूहर शुभम त्यागी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। आसपास के लोगों द्वारा अंतिम संस्कार करने पर असमर्थता जताने पर पुलिसकर्मियों द्वारा गुलाला घाट पर पूरे विधि विधान के साथ अंतिम संस्कार करवाया गया। इससे पहले भी ठाकुरगंज पुलिस इस तरह का कार्य कर चुकी है। 

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Mar 02 2025, 19:25

जबड़े की चोट में फाइबर ऑप्टिक ब्रोंकोस्कोप बचा सकता है जान : डॉ प्रेमराज सिंह



 राम आशीष गोस्वामी 

लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ के एनेस्थीसिया और क्रिटिकल केयर विभाग ने एयरवे मैनेजमेंट फाउंडेशन के सहयोग से एएमएफ एयरवे कार्यशाला 2025 का आयोजन किया। इस कार्यशाला में विशेषज्ञों ने आपातकालीन स्थितियों में सांस का प्रबंधन करने की नवीनतम तकनीकों पर चर्चा की।
सांस का मार्ग (एयरवे) जीवन रक्षा के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है। कार्यशाला में विशेषज्ञों ने बताया कि दुर्घटनाओं और जटिल चिकित्सा स्थितियों में उचित एयरवे प्रबंधन से रोगियों की जान बचाई जा सकती है। विशेष रूप से जबड़े की चोट वाले मरीजों में पारंपरिक नली डालने की प्रक्रिया मुश्किल हो सकती है। ऐसे मामलों में फाइबर ऑप्टिक ब्रोंकोस्कोपी एक प्रभावी समाधान साबित हो सकता है, जिसमें नाक के माध्यम से एक पतली नली डाली जाती है और कैमरे की सहायता से मॉनिटर पर पूरा मार्ग स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
विशेषज्ञों ने बताया कि वीडियो लैरिंगोस्कोप की मदद से एयरवे को अधिक स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, जिससे तरल पदार्थ, रक्त के थक्के या अन्य रुकावटों को आसानी से हटाया जा सकता है। वहीं, हाई प्रेशर जेट वेंटिलेशन तकनीक गंभीर रोगियों के मस्तिष्क को ऑक्सीजन की कमी से होने वाले नुकसान से बचाने में मददगार होती है।

- एयरवे मैनेजमेंट में आने वाली चुनौतियाँ

नली डालने की प्रक्रिया के दौरान रक्तस्राव, दांतों के टूटने जैसी जटिलताएँ उत्पन्न हो सकती हैं। विशेषज्ञों ने बताया कि कुछ स्थितियों में नली निकालना भी जोखिम भरा हो सकता है, जैसे: अत्यधिक मोटे मरीज, छोटी गर्दन वाले लोग, छोटे बच्चे और कैंसर रोगी या जिनकी गर्दन की सर्जरी हो चुकी हो। इन परिस्थितियों में नली से निकला पदार्थ सांस नली में प्रवेश कर सकता है, जिससे घातक परिणाम हो सकते हैं।

- कार्यशाला में प्रतिष्ठित विशेषज्ञों की भागीदारी

कार्यशाला का उद्घाटन केजीएमयू की कुलपति सोनिया नित्यानंद ने किया। इस अवसर पर डीन-अकादमिक्स प्रो. अमिता जैन, एएमएफ़ के निदेशक डॉ. राकेश कुमार, एनेस्थीसिया विभाग की प्रमुख डॉ. मोनिका कोहली, राम मनोहर लोहिया संस्थान लखनऊ के एनेस्थीसिया विभागाध्यक्ष डॉ. पी. के. दास, प्रो. ममता हरजाई, आयोजन सचिव डॉ. प्रेमराज सिंह और कई प्रतिष्ठित डॉक्टर एवं विशेषज्ञ उपस्थित रहे।
कार्यशाला का नेतृत्व डॉ. राकेश कुमार ने किया, जिनके साथ एम्स पीजीआई  चंडीगढ़, बीएचयू , दिल्ली, जम्मू और देहरादून के विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया। प्रमुख प्रशिक्षकों में डॉ. सुनील कुमार, डॉ. शक्ति दत्त शर्मा, डॉ. अनिल मिश्रा, डॉ. रेनू वाखलू, डॉ. रंजू सिंह, डॉ. नीरू गुप्ता कुमार, डॉ. भावना सक्सेना, डॉ. वीणा अस्थाना, डॉ. कविता मीना और डॉ. रीना शामिल रहे। इन विशेषज्ञों ने आधुनिक तकनीकों का सुलभ और व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया। 

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Mar 02 2025, 19:24

कोटवा-सिरसी रोड, मिर्जापुर पर तेज़ रफ्तार से सड़क हादसों में हो रही वन्यजीवों की मौत

मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश – मिर्जापुर के कोटवा सिरसी रोड पर तेज़ रफ्तार से वाहन चलाने के कारण वन्यजीवों की मौत की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिनमें लकड़बग्घा और रस्टी स्पॉटेड बिल्ली जैसे दुर्लभ प्रजातियों का भी शिकार हो रहे हैं। यह दुखद घटनाएं वन्यजीवों के संरक्षण के लिए एक गंभीर चेतावनी हैं और यह दर्शाती हैं कि इस क्षेत्र में बेहतर सड़क सुरक्षा और जन जागरूकता की आवश्यकता है।

कोटवा सिरसी रोड, जो ग्रामीण इलाकों से होकर गुजरता है, वन्यजीवों के लिए एक ख़तरनाक रास्ता बन गया है। इस क्षेत्र में कई तरह के वन्यजीव रहते हैं, जिनमें से कुछ प्रजातियां अत्यधिक संकटग्रस्त हैं। घने जंगलों से घिरा यह मार्ग वन्यजीवों के लिए भोजन और आवागमन का अहम स्थान है, लेकिन तेज़ गति से गुजरने वाली गाड़ियां इन जीवों के लिए खतरा बन रही हैं।

हाल ही में एक लकड़बग्घे की मौत की घटना ने इस समस्या को और अधिक उजागर किया। यह जानवर, जो ज्यादातर रात में सक्रिय रहता है, तेज़ रफ्तार से वाहन द्वारा मारा गया। स्ट्राइप्ड हाईना जो पहले से ही भारत में संकटग्रस्त हैं, उनके जीवित रहने के लिए यह हादसा और भी बड़ा खतरा बन गया है। उनकी संख्या पहले ही उनके आवासों के नष्ट होने और शिकार के कारण घट रही है। सड़क पर होने वाली इस तरह की घटनाएं उनकी आबादी के लिए बेहद हानिकारक हैं।

इसी तरह, रस्टी पोटेड बिल्ली की स्थिति भी गंभीर है। यह बिल्ली दुनिया की सबसे छोटी वन्य बिल्लियों में से एक है और अब संकटग्रस्त प्रजातियों की सूची में शामिल है। कोटवा सिरसी रोड के आसपास की जंगली जगहों पर यह बिल्ली निवास करती है, लेकिन वाहन की तेज़ रफ्तार के कारण इन बिल्लियों के लिए सड़क पार करना और भी मुश्किल हो गया है। इन बिल्लियों की छोटी आकार और घने जंगलों के पास रहने की आदतें उन्हें गाड़ियों के लिए आसान शिकार बना देती हैं।

वन्यजीव विशेषज्ञों और संरक्षणकर्ताओं ने मिर्जापुर और आसपास के क्षेत्रों में सड़क पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को लेकर चिंता जताई है। "यह एक दुखद उदाहरण है कि कैसे मानवीय गतिविधि, विशेष रूप से तेज़ रफ्तार, हमारे वन्यजीवों को विलुप्ति की ओर धकेल रही है। "यह जरूरी है कि सड़क सुरक्षा के लिए वन्यजीवों के अनुकूल उपाय लागू किए जाएं, जैसे स्पीड ब्रेकर, वन्यजीव क्रॉसिंग और बेहतर साइनबोर्ड्स ताकि इन दुर्घटनाओं को रोका जा सके।"

स्थानीय निवासियों ने भी इस मुद्दे पर चिंता जताई है और कई लोगों ने सड़क पर गति सीमा को सख्ती से लागू करने और जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया है। हम अपने वन्यजीवों से बहुत प्यार करते हैं, और यह देखना बेहद दुखद है कि मानवीय लापरवाही के कारण ये जीव मर रहे हैं।

जैसे-जैसे इस मुद्दे को हल करने के प्रयास जारी हैं, वन्यजीव संगठन और स्थानीय समुदाय उत्तर प्रदेश वन विभाग और अन्य संबंधित अधिकारियों से सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए रणनीतियाँ लागू करने का अनुरोध कर रहे हैं। उम्मीद है कि सहयोग और जागरूकता के माध्यम से हम यह सुनिश्चित कर सकेंगे कि लकड़बग्घा और रस्टी स्पॉटेड कैट जैसी प्रजातियां अपने प्राकृतिक आवासों में स्वतंत्र रूप से रह सकें।

जब तक ऐसे उपाय लागू नहीं होते, मिर्जापुर के वन्यजीवों का भविष्य संकट में है, और कोटवा सिरसी रोड पर तेज़ रफ्तार से चलने वाली गाड़ियां भारत की कुछ दुर्लभ और खूबसूरत प्रजातियों के अस्तित्व के लिए खतरा बनी हुई हैं। 

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Mar 02 2025, 19:23

जन जागरण कार्यक्रम का आयोजन कर संगठन विस्तार पर दिया बल

संभल । भारतीय किसान यूनियन (बी आर एस एस) द्वारा ग्राम - रुदायन, तहसील बिल्सी, जनपद बदायूं में युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप शर्मा के नेतृत्व में संगठन विस्तार को लेकर जन जागरण बैठक का आयोजन किया गया । संगठन विस्तार में कार्यकारिणी द्वारा हेमेन्द्र कुमार शर्मा को युवा जिला प्रभारी बदायूं एवं चौधरी कृष्ण पाल सिंह ग्राम - रामनगर सैदपुर तहसील बिसौली जनपद बदायूं को तहसील महासचिव बिसौली नियुक्त किया गया ।

जिला अध्यक्ष संभल कामेन्द्र चौधरी ने नवनियुक्त पदाधिकारियो को बधाई देकर आभार व्यक्त किया ।मुख्य रूप से युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप शर्मा, जिला अध्यक्ष संभल कामेन्द्र चौधरी, जिला महासचिव ठाकुर अनमोल कुमार, अमरीश कुमार शर्मा, वीरेश शास्त्री, चौधरी ओमवीर सिंह आदि उपस्थित रहे । 

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Mar 02 2025, 15:34

सनातन धर्म का परचम लहराए का संकल्प लेकर नगर में झांकियो के साथ निकली शोभायात्रा
 
फर्रुखाबाद। सनातन धर्म का आदेश अधिक प्रचार हो इसी परचम को लेकर शहर के नितगंजा मोहल्ला स्थित शिव मंदिर से शोभा यात्रा प्रारंभ होकर चौक से स्टेट बैंक पांडेश्वर नाथ मंदिर, रेलवे रोड होते हुए मुरास कन्हैया से बाबा नीम करोरी धाम तक जाएगी यात्रा के दौरान जगह-जगह लोगों ने पुष्प बरसा की और शोभायात्रा में पैदल चल रहे गौरव मिश्रा ने कहा कि भक्तों का स्वागत सत्कार किया गया। यात्रा में सैकड़ो भक्तों के साथ चलने को लेकर कहा कि यह तो सनातन धर्म के लोगों के लिए बहुत ही अच्छी बात है।
यह ध्वज यात्रा शहर में घूमते हुए जसमई दरवाजा से मुरहास कन्हैया से बाबा नीम करोरी धाम पर पहुंच कर समापन हुआ। इस ध्वज यात्रा के व्यवस्थापक रत्नेश मिश्रा आशीष मिश्रा गौरव मिश्रा पंकज दुबे शिवम मिश्रा सांसद प्रतिनिधि गौरव बाजपेई राम तीरथ गुप्ता और समस्त भक्तगण इस ध्वज यात्रा में सम्मिलित हुए हैं। 

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Mar 02 2025, 15:30

अब पार्टी में मेरा कोई भी उत्तराधिकारी नहीं होगा: मायावती 



लखनऊ । बसपा सुप्रीमाे मायावती ने रविवार को बड़ा फैसला लेते हुए भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया। आकाश के ससुर अशोक सिद्धार्थ के निष्कासन के बाद उनका यह दूसरा बड़ा फैसला है। साथ ही कहा कि मेरे जीते जी व मेरे आखिरी सांस तक भी अब पार्टी में मेरा कोई भी उत्तराधिकारी नहीं होगा। 

मूवमेंट के हित में रिश्ते नातों का कोई महत्व नहीं

वहीं आकाश के भाई आनंद कुमार और रामजी गौतम को बड़ी जिम्मेदारी दी। दोनों को नेशनल कोआर्डिनेटर बनाया गया है। इस मौके पर मायावती ने कहा कि अब मेरे जिंदा रहने तक कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा। पार्टी और मूवमेंट के हित में रिश्ते नातों का कोई महत्व नहीं है। आनन्द कुमार को, जो पार्टी में पिछले काफी वर्षों से पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी है जो यह मेरी गैर-हाजिरी में व मेरे दिशा-निर्देशन में पार्टी का पूरा पेपर-वर्क व खासकर पार्टी का इनकम टैक्स एवं कोर्ट-कचेहरी आदि से सम्बन्धित तथा पूरे देश में चुनाव के दौरान मेरे चुनावी दौरे आदि का भी पूरा प्रबन्ध का कार्य देखते रहें हैं।

इनको पार्टी का नेशनल कोओर्डिनेटर भी बना दिया गया

जिसने अपनी सरकारी नौकरी छोड़कर बी.एस.पी. के संस्थापक एवं जन्मदाता कांशीराम  के गम्भीर बीमार होने पर व उस दौरान् मेरे बाहर दौरे के समय में भी यह मेरी गैर-हाजिरी में इनकी पूरी देखभाल करते रहें हैं तथा फिर यह मेरे साथ रहने भी लगे थे, अब यह दिल्ली में पार्टी का सभी जरूरी कार्य देखने के साथ-साथ पूरे देश में, पार्टी के लोगों से अपना पूरा सम्पर्क भी बनाकर रखते है जिसकी पूरी जानकारी समय-समय पर यह मुझे देते देते हैं। इसलिए वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर अब इनको पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना रहने के साथ-साथ पार्टी में इनको पार्टी का नेशनल कोओर्डिनेटर भी बना दिया गया है।

 मूवमेन्ट के हित में पार्टी के दो नेशनल कोओर्डिनेटर बना दिये

इस प्रकार से अब वर्तमान मे बदले हुये हालातों में पार्टी व मूवमेन्ट के हित में पार्टी के दो नेशनल कोओर्डिनेटर बना दिये गये है। अर्थात् आनन्द कुमार व  रामजी गौतम को, यानि की इन दोनों को आज से पार्टी का नेशनल कोओर्डिनेटर बना दिया है। इन दोनों में से श्री आनन्द कुमार का प्रमुख कार्य यह होगा कि वह दिल्ली में ही ज्यादातर रहकर पार्टी का पूरा पेपर-वर्क व अन्य जरूरी कार्यों को देखने के साथ-साथ पार्टी के लोगों से पूरे देश में अपना सम्पर्क भी बनाकर रखेंगे और उनसे दिल्ली में मिलने के लिए अपना पूरा समय भी देंगे।

हर स्टेट में जाकर पार्टी की प्रगृति रिपोर्ट लेंगे

नेशनल कोओर्डिनेटर रामजी गौतम यह पूरे देश में हर स्टेट में जाकर पार्टी की प्रगृति रिपोर्ट लेंगे और साथ ही पार्टी के जनाधार को भी बढ़ाने के लिए मेरे द्वारा समय-समय पर दिये गये जरूरी दिशा-निर्देशों को लागू करवायेंगे तथा जहाँ-जहाँ चुनाव नजदीक होंगे, तो वहाँ यह अपना ज्यादा समय देंगे। अर्थात् इनका ज्यादातर कार्य फील्ड का ही होगा।इसके अलावा  आनन्द कुमार के बारे में यहाँ मैं यह भी अवगत कराना चाहती हूँ कि वर्तमान में बदले हुये हालात में, पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब इन्होंने अपने बच्चो का रिश्ता भी गैर-राजनैतिक परिवार के साथ ही जोड़ने का फैसला लिया है ताकि अशोक सिद्धार्थ की तरह अब आगे कभी भी अपनी पार्टी को किसी भी प्रकार से कोई नुकसान आदि ना हो सके।

मायावती के इस निर्णय का सभी ने दिल से किया स्वागत 

इतना ही नहीं बल्कि अब मैंने खुद भी यह फैसला लिया है कि मेरे जीते जी व मेरे आखिरी सांस तक भी अब पार्टी में मेरा कोई भी उत्तराधिकारी नहीं होगा। जिस फैसले का पार्टी के लोगों ने दिल से स्वागत किया। इसके साथ-साथ पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन कुमारी मायावती जी ने अपनी उस बात को आज फिर से दोहराया है कि मेरे लिए पार्टी व मूवमेन्ट पहले है। भाई-बहन व उनके बच्चे तथा अन्य रिश्तेनाते आदि सभी बाद में हैं। इसी परिपेक्ष्य में उन्होंने पार्टी के लोगों को यह भी विश्वास दिलाया है कि जब तक मैं जिन्दा रहूँगी तो तब तक मैं अपने आखिरी सांस तक भी अपनी पूरी ईमानदारी व निष्ठा से पार्टी को आगे बढ़ाने का हर सम्भव पूरा-पूरा पूरा-पूरा प्र प्रयास करती रहूँगी।

सपा और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू

बी.एस.पी. प्रमुख  मायावती द्वारा बैठक में समीक्षा के दौरान उल्लेखित कमिय कमियों को दूर करके आगे के पार्टी कार्यक्रमों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए गए। साथ ही, अभी हाल ही में यूपी के मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में बी.एस.पी. द्वारा कोई भी उपचुनाव नहीं लड़ने के फैसले के बावजूद भी समाजवादी पार्टी की हुई जबरदस्त हार का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि अब इसके लिए सपा किसको ज़िम्मेदार ठहराएगी क्योंकि पिछले उपचनाव में पार्टी की हार के लिए सपा ने बीएसपी को जिम्मेदार ठहराने का मिथ्या प्रचार किया था। जबकि कुल मिलाकर, सपा और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और भाजपा व अन्य जातिवादी पार्टियों को केवल अम्बेडकरवादी नीति व सिद्धान्त वाली बी.एस.पी. ही पराजित कर सकती है, यह बात पूरे देश के सर्वसमाज के लोगों को जरूर समझना चाहिये। इन्हीं जरूरी बातों के साथ ही फिर बैठक का समापन कर दिया गया। 

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Mar 02 2025, 11:19

मार्च महीने के पहले समाधान दिवस में एसडीएम ने सुनी फरियाद


खजनी गोरखपुर।तहसील मुख्यालय में आयोजित मार्च महीने के पहले समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे एसडीएम राजेश प्रताप सिंह के समक्ष कुल 46 फरियादी अपनी समस्याएं लेकर पेश हुए। से एसडीएम ने 3 मामलों को मौके पर निस्तारित कर दिया। समाधान दिवस में भूमि विवादों से जुड़े मामले सबसे अधिक पेश हुए। समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुनते हुए उप जिलाधिकारी ने सभी मामलों में संबंधित अधिकारियों को जांच और कार्रवाई की जिम्मेदारी सौंपी।

उन्होंने अधिकारियों को मौके पर पहुंच कर जांच करते हुए नियत समय सीमा के भीतर पारदर्शिता पूर्ण ढंग से समाधान कराने और जांच आख्या प्रस्तुत करने की हिदायत दी। इस दौरान नायब तहसीलदार राम सूरज प्रसाद, एडीओ पंचायत खजनी राजीव दूबे कानूनगो एवं लेखपाल सहित अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे। 

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Mar 01 2025, 15:37

पांच साल में इस बार सबसे गर्म रही फरवरी, नहीं बना बारिश का संयोग 
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- जिले में बीते पांच साल में इस बार फरवरी सबसे गर्म रही। इस साल फरवरी में औसत तापमान 27 से 28 डिग्री के बीच रहा। एक दिन तो तापमान 30 डिग्री के करीब पहुंच गया था। इसके अलावा इस साल फरवरी माह में बारिश भी नहीं हुई है। जिससे तापमान में गिरावट नहीं हुई। तापमान की अधिकता से फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिल सकता है, क्योंकि अधिक तापमान से खेतों की नमी प्रभावित होने से फसलों पर इसका असर पड़ता है। 

आमतौर पर फरवरी माह को गुलाबी ठंडक वाला महीना माना जाता है। पतझड़ के मौसम के बीच गुलाबी ठंडक और मौसम में नमी खेती - किसानी के लिए अनुकूल मानी जाती है, लेकिन इस बार फरवरी माह बीते पांच साल में सबसे अधिक गर्म रहा। गुलाबी ठंड के लिहाज से देखा जाए तो सुबह और शाम ही लोगों को ठंडक थी, लेकिन दोपहर के समय तीखी धूप लोगों को परेशान करती रही। फरवरी के शुरुआती सप्ताह को छोड़ दिया जाए तो पूरे महीने ऐसा महीने ऐसा मौसम बना रहा, जब औसतन तापमान 27 से 28 डिग्री के बीच देखा गया। 

बीच के सप्ताह में तापमान 29 और 30 डिग्री के करीब पहुंच गया था। हर साल फरवरी के महीनों में लोगों को गर्म कपड़ों की आवश्यकता पड़ती थी, लेकिन इस साल लोगों ने मध्य फरवरी से ही गर्म कपड़ों से परहेज करना शुरू कर दिया। हालांकि इधर से दो से तीन दिनों से मौसम में थोड़ी नरमी देखी जा रही है। बादलयुक्त मौसम होने से हल्की गुलाबी ठंडी भी देखी जा रही, लेकिन बीते पांच साल के औसत तापमान को देखें तो इस साल फरवरी माह अन्य सालों से गर्म रहा। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक इसका प्रतिकूल असर फसलों पर पड़ सकता है।

एक नजर पांच साल में फरवरी के औसत तापमान पर
साल    तापमान 
2021-  26-27 डिग्री 
2022-  25-26 डिग्री 
2023-  26-27 डिग्री 
2024-  23-24 डिग्री 
2025-  27-28 डिग्री

बीते साल 43 मिमी बारिश, इस बार शून्य
मौसम विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो बीते साल फरवरी में 43 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। वहीं इस बार बारिश का संयोग ही नहीं बना। हालांकि बारिश न होगा खेती किसानी के दृष्टिकोण से लाभदायक है, क्योंकि फरवरी में हवा के साथ बारिश होती है,जो फसल के लिए नुकसानदायक है। 

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Mar 01 2025, 15:37

क्या आप नहीं पहुंच सके महाकुंभ, घर बैठे संगम स्नान कराएगी यूपी सरकार

उत्तर प्रदेश की धर्म नगरी प्रयागराज में लगा महाकुंभ मेला अब समाप्त हो चुका है। इस साल महाकुंभ में देश की 50 फीसदी जनता ने डुबकी लगाई। प्रयागराज महाकुंभ में इस वर्ष इतिहास रचते हुए 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई। हालांकि, बड़ी संख्या में लोग इस पवित्र स्नान से चूक गए। ऐसे लोगों के लिए यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से खुशखबरी है। लोगों की आस्था का सम्मान करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक विशेष पहल की है, जिसके तहत संगम का पवित्र जल अब प्रदेशभर में घर-घर तक पहुंचाया जाएगा।

योगी सरकार के निर्देश पर अग्निशमन एवं आपात सेवा की अपर पुलिस महानिदेशक पद्मजा चौहान ने इसकी कमान संभाल ली है। उन्होंने प्रदेश के 75 जिलों से महाकुंभ में आईं दमकल गाड़ियों का पानी खाली कराकर उनमें संगम का पवित्र जल भरकर सभी जनपद में भेज दिया है। महाकुंभ में आने से वंचित रह गए लोग इस पवित्र जल से स्नान कर सकेंगे। इससे पहले प्रदेश की जेलों में बंद 90 हजार से अधिक कैदियों और बंदियों को यह मौका मिला था।

जल ले जाने के लिए अग्नि शमन विभाग की 300 से अधिक दमकल त्रिवेणी संगम का पावन जल लेकर शनिवार को उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों के लिए रवाना हुए। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अग्निशमन और आपात सेवा विभाग की मदद से 5 लाख लीटर से अधिक त्रिवेणी संगम के जल की घर घर निःशुल्क डिलिवरी की जा रही है ।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए थे कि जो लोग किन्हीं कारणों से महाकुंभ में स्नान करने नहीं आ सके, उनके लिए सरकार संगम का जल भेजेगी। मुख्यमंत्री की इच्छानुसार अब अग्निशमन एवं आपात सेवा ने दमकल गाड़ियों में संगम का जल भरकर सभी जिलों में भेज दिया है।

बता दें कि, 13 जनवरी से लगे महाकुंभ का समापन बीते 26 फरवरी को हो चुका है. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक महाकुंभ में 64 करोड़ से ज़्यादा लोग हिस्सा ले चुके हैं। महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर मंगलवार को ही 1.4 करोड़ से ज़्यादा लोगों ने गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के संगम त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई थी।