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Feb 21 2025, 10:15

एक्सप्रेस-वे पर हो रहे लगातार हादसे, जिम्मेदार मौन



खजनी गोरखपुर।गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे बन पूरी तरह से यात्रियों के स्वागत के लिए तैयार हो चुका है, आगामी अप्रैल महीने में इसके लोकार्पण की तैयारी है। इस एक्सप्रेस-वे पर कम्हरियाघाट बेलघाट में सरयू नदी पर बने सबसे बड़े पुल के अंडर एप्रोच का काम पूरा न होने के कारण इसके लोकार्पण में अनावश्यक देरी की जानकारी दी गई है। हालांकि मार्ग पर बिना टोल टैक्स अदा किए वाहनों का अनाधिकृत आवागमन बीते दो महीने से शुरू हो चुका है। लेकिन इसके शुरू होने से पहले ही सड़क हादसे में अब तक दर्जन भर लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। 2 अक्टूबर को सिकरीगंज थाना क्षेत्र के मलांव गांव के पास अधेड़ व्यक्ति का शव मिला।
19 नवंबर को बेलघाट के ब्रह्मचारी गांव के भाई बहन शिवम् 17 वर्ष और करिश्मा 22 वर्ष खजनी में हरनहीं से लिंक एक्सप्रेस-वे पर चढ़े उनौला खास और खैराटी गांव के  पिकअप वैन से टकराए, 30 जनवरी 2025 को बिहार राज्य के पूर्वी चंपारण मोतिहारी के तीन लोगों की सिकरीगंज थाना क्षेत्र के ददौरा गांव में लिंक एक्सप्रेस-वे पर घने कोहरे के कारण अज्ञात वाहन से हुए दर्दनाक हादसे में मौत हो गई। 16 फरवरी को खजनी थाने के भगवानपुर टोल प्लाजा के पास सबेरे 5.30 बजे हुए हादसे में पीपीगंज क्षेत्र के दो बाइक सवारों 
की मौत हो गई। 18 फरवरी को भगवानपुर टोल प्लाजा के पास हुए हादसे में राजस्थान के चुरू जिले के ट्रक चालक की मौत हो गई। अनाधिकृत रूप से लिंक एक्सप्रेस-वे पर यात्रा करते हुए सड़क हादसे में मरने वाले लोगों की लंबी फेहरिस्त तैयार हो चुकी है। सूत्रों की मानें तो एक्सप्रेस-वे पर हवा से बातें करते हुए तेज रफ्तार में बाइकिंग करने वाले और चार पहिया वाहन से यात्रा करते हुए हादसे में जान गंवाने वाले युवाओं की संख्या अधिक है।
लिंक एक्सप्रेस-वे का आधिकारिक लोकार्पण आगामी अप्रैल महीने में प्रस्तावित है, इस बीच लिंक एक्सप्रेस-वे लगभग पूरी तरह से बन कर तैयार हो चुका है। किंतु टोल प्लाजा और कैमरे आदि अभी सक्रिय नहीं हुए हैं साथ ही सुरक्षित यात्रा की दृष्टि से इस 91.35 किलोमीटर लंबे मार्ग पर अभी की स्थानों पर बैरिकेडिंग भी की गई है। किंतु स्थानीय लोग लंबी चौड़ी साफ सुथरी चमचमाती नई सड़क पर अपनी गाड़ियों को फूल स्पीड में दौड़ने के लिए इस कदर लालायित हैं कि आकस्मिक हादसों में अपनी जान गंवा रहे हैं। लेकिन एनएचआई और यूपीडा के अधिकारी इन हादसों से बेख़बर हो कर एक्सप्रेस-वे पर यात्रियों का आवागमन रोकने में विफल हो रहे हैं।
इस संदर्भ में यूपीडा एक्सप्रेस-वे के प्रबंधक वेद प्रकाश शर्मा ने बताया कि एक हफ्ते के भीतर लिंक एक्सप्रेस-वे पर अनाधिकृत वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। इस समय एक्सप्रेस-वे की सफाई, धुलाई और फिनिशिंग का काम तेजी से चल रहा है।

यात्रियों और स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए इस एक्सप्रेस-वे पर 16 वाहन अंडरपास, 50 लाइट (छोटे) अंडरपास, और 35 पैदल यात्री अंडरपास बनाए गए हैं। इसके अलावां, इस एक्सप्रेस-वे पर 7 बड़े पुल, 27 छोटे पुल, 7 फ़्लाईओवर, और 2 टोल प्लाज़ा भी बन कर तैयार हो गया हैं।  91.35 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के गोरखपुर ज़िले के सहजनवां के जैतपुर गांव से शुरू होकर, आजमगढ़ ज़िले के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर स्थित सालारपुर गांव से जुड़ेगा। वर्तमान में 
यह एक्सप्रेसवे 4 लेन चौड़ा है, जिसे भविष्य में 6 लेन तक बढ़ाया भी जा सकता है।
इस एक्सप्रेस-वे से गोरखपुर क्षेत्र, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के ज़रिए लखनऊ, आगरा, और दिल्ली से जुड़ जाएगा। इतना ही नहीं 
इस एक्सप्रेस-वे पर औद्योगिक गलियारे का निर्माण भी किया जाएगा। इसीलिए इस एक्सप्रेस-वे को उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी की देखरेख में बनाया गया है। यात्रियों की सुविधा के लिए इस एक्सप्रेस-वे पर एक साइड सर्विस लेन भी बनाई गई है। माना जा रहा है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जुड़ा यह लिंक एक्सप्रेस-वे गोरखपुर और बस्ती मंडल के यात्रियों के लिए सरकार की एक बड़ी सौगात है जिस पर फर्राटा भरने और अपने गंतव्य तक बिना किसी जाम और घनी आबादी वाले इलाकों से बच कर लोग अपनी यात्राएं सुगमता से पूरी कर सकेंगे।

3:30 घंटे में पहुंच जाएंगे लखनऊ

7283 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इस लिंक एक्सप्रेस-वे से गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, संतकबीरनगर, आजमगढ़, सहित सिद्धार्थनगर, देवरिया, महाराजगंज और कुशीनगर जिले के लोग सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे। औपचारिक रूप से इसका उद्घाटन अभी नहीं हुआ है, लेकिन आवागमन दो माह पहले से शुरू हो चुका है।
आधिकारिक रूप में इस एक्सप्रेस-वे के शुरू हो जाने से लखनऊ का सफर 3.30 से 4 घंटे में ही पूरा हो जाएगा। गोरखपुर, अयोध्या होते हुए लखनऊ की तुलना में एक्सप्रेस-वे से लखनऊ की दूरी तकरीबन 30 से 40 किमी अधिक है, लेकिन मार्ग में कोई अवरोध नहीं होने की वजह से यात्रा में समय कम लगेगा। 

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Feb 20 2025, 19:56

जिले मे 99 परीक्षा केन्द्रो पर बोर्ड परीक्षा 24 फरवरी से 12 मार्च 2025 तक दो पालियों में परसमपनन होगी बोर्ड परीक्षा

पंकज कुमार श्रीवास्तव

कन्नौज	जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल ने गुरूवार को कलेक्ट्रट गांधी सभागार में जनपद में बोर्ड परीक्षा 2025 को शुचितापूर्ण एवं नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराये जाने के उद्देश्य से केंद्र व्यवस्थापक, वाह्य केंद्र व्यवस्थापक एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट व सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ बैठक की। 
	        
इस दौरान जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ला ने कड़े निर्देश देते हुये कहा कि प्रत्येक बिन्दुओं पर पैनी नजर रखी जायेगी। यदि कोई पेपर लीक करने एवं परीक्षा की शुचिता को प्रभावित करने का प्रयास करेगा तो उसके विरुद्ध नकल अधिनियम के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।उन्होने कहा कि परीक्षा की गोपनीय सामग्री को विद्यालय स्थिति स्ट्राॅग रुम की चार अलमारियों में रखने व निकालने एवं परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र खुलने से लेकर उत्तर पुस्तिकाएं जमा होने तक की समस्त प्रक्रिया की निगरानी सीसीटीवी कैमरों द्वारा की जाये।

जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ला ने निर्देश देते हुए बताया कि परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर सभी परीक्षार्थियों की सघन तलाशी के उपरान्त ही प्रवेश लिया जाये। बालिका विद्यार्थियो की तलाशी महिला कर्मिको द्वारा ही ली जाये। उत्तर पुस्तिकाओं को सीसीटीवी कैमरो की निगरानी में पैंकिग करायी जाये और सुरक्षा के साथ संकलन केन्द्र को प्रेषित की जाये।
               
उन्होने कहा कि बोर्ड परीक्षा के लिए जनपद में कुल 99 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। बोर्ड परीक्षा 24 फरवरी से 12 मार्च 2025 तक दो पालियों में सम्पन्न होगी। परीक्षा प्रथम पाली प्रातः 08ः30 बजे से 11ः45 बजे तक एवं द्वितीय पाली अपरान्ह 2 बजे से 5ः15 बजे तक सम्पन्न होंगी। परीक्षा तिथि पर केन्द्र वस्थापक वाह्य केंद्र व्यवस्थापक स्टैटिक मजिस्ट्रेट एवं कक्ष निरीक्षक परीक्षा शुरु होने के एक घंटे पूर्व ही केन्द्र में पहुंचकर अपनी ड्यूटी का निर्वाह्न करेंगे। डायरी भरने के सभी बिन्दुओं पर विशेष ध्यान रखा जाये।
             
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों के बैठने, पार्किंग, पेयजल, प्रकाश व शौचालय आदि सुविधायें पूर्व में ही सुनिश्चित करा ली जायें। सभी केन्द्रो में पावर बैकअप की सुविधा होनी चाहिये। कहा कि जिला प्रशासन बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन आयोजित कराने के लिए कटिबद्ध है। किसी को भी मोबाइल, कैमरा, अथवा कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लेेकर जाने की अनुमति नहीं होगी। पुलिस के पहरे में बोर्ड परीक्षा सम्पन्न करायीं जायेंगी। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार, अपर जिलाधिकारी आशीष कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक पूरन सिंह सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे। 

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Feb 20 2025, 12:33

बजट सत्र : वित्तीय वर्ष 2025-2026 के लिए 8 लाख 736.06 करोड़ का बजट पेश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजे शुरू हुई। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने गुरुवार को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए आठ लाख आठ हजार 736.06 करोड़ का बजट प्रस्तुत किया। यह पिछले साल के मूल बजट से 9.8 प्रतिशत अधिक है।

वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2025-2026 के बजट में सम्मिलित प्रमुख योजनाओं का ब्यौरा प्रस्तुत करने के पूर्व में, बजट की संक्षिप्त रूपरेखा इस सम्मानित सदन के समक्ष रखना चाहूँगा। प्रस्तुत बजट का आकार 08 लाख 08 हजार 736 करोड़ 06 लाख रुपये है जो वर्ष 2024-2025 के बजट से 9.8 प्रतिशत अधिक है।

वित्त मंत्री ने आगे कहा कि बजट में पूँजीगत परिव्यय कुल बजट का लगभग 20.5 प्रतिशत है। पूँजीगत परिव्यय के अन्तर्गत अवसंरचना निर्माण, विस्तार और निवेश संबंधी व्यय आते हैं। उद्योग, आवागमन, उत्पादों की बाजार तक पहुंच तथा प्रदेश में पूँजी निवेश को आकर्षित करने जैसे महत्वपूर्ण गतिविधियों में पूँजीगत व्यय की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण होती है। इस बजट में अवस्थापना विकास हेतु 22 प्रतिशत, शिक्षा हेतु 13 प्रतिशत, कृषि और सम्बद्ध सेवाओं हेतु 11 प्रतिशत, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में 6 प्रतिशत, सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों हेतु 4 प्रतिशत एवं संसाधन आवंटित किये गये हैं।

वित्त मंत्री ने कहा कि हमने बजट में शोध एवं विकास तथा सूचना प्रौद्योगिकी पर भी ध्यान दिया है। विधान सभा को आधुनिक आईटी सिस्टम्स से लैस करने के लिये बजट में विशेष रूप से व्यवस्था प्रस्तावित की गई है। यह प्रक्रिया आगे भी चलती रहेगी। 

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Feb 20 2025, 12:30

महाशिवरात्रि पर 60 साल बाद बन रहा खास संयोग

-नितेश श्रीवास्तव 

भदोही। शिव-शक्ति के मिलन का महापर्व शिवरात्रि फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी में 26 फरवरी बुधवार को मनाया जाएगा। इस दिन श्रवण व धनिष्ठा नक्षत्र का युग्म संयोग, परिघ योग एवं शिव योग के विशेष संयोग के साथ मकर राशि के चन्द्रमा की उपस्थिति रहेगी। महाशिवरात्रि पर वर्ष 1965 के बाद सूर्य, बुध व शनि ये तीनों ग्रह के कुंभ राशि में विद्यमान होने से त्रिग्रही योग का संयोग बन रहा है। सात साल बाद बुधवार के दिन का संयोग रहेगा। करीब 31 वर्ष बाद महाशिवरात्रि पर बुधादित्य योग भी रहेगा। ग्रहों-गोचरों का यह संयोग आध्यात्मिक उन्नति और प्रतिष्ठा में वृद्धि प्रदान करेगा। महाशिवरात्रि के दिन शुभ संयोग व शुभ मुहूर्त में भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा-आराधना करने से श्रद्धालुओं की मनोवांछित कामना की प्राप्ति होगी।

 महादेव की पूजा यथा श्रद्धा, यथा प्रहर, यथा स्थिति व यथा उपचार के अनुसार करना चाहिए। चार प्रहर की साधना से जातक को धन, यश, प्रतिष्ठा और समृद्धि प्राप्त होती है। सूर्य व शनि पिता-पुत्र है और सूर्य शनि की राशि कुंभ में रहेंगे। इस प्रबल योग में भगवत साधना करने से आध्यात्मिक, धार्मिक उन्नति होती है।वही सूर्य-बुध के केंद्र त्रिकोण का योग पराक्रम व प्रतिष्ठा को बढ़ाने के लिए सहायक सिद्ध होगा।पौराणिक कथा के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह हुआ था। इसलिए हर वर्ष फाल्गुन माह की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। इस खास अवसर पर देशभर में शिव मंदिरों में महादेव की पूजा विशेष पूजा-अर्चना होती है। साथ ही महाभिषेक किया जाता है। इसके अलावा शिव भक्त महादेव की बारात निकालते हैं। धार्मिक मान्यता है कि महाशिवरात्रि पर शिव जी की उपासना और व्रत करने से विवाह में आ रही बाधा से छुटकारा मिलता है और जल्द विवाह के योग बनते हैं।

जिले में शिवभक्तों की आस्था का प्रमुख केन्द्र बाबा बड़े शिव मंदिर का इतिहास 16वीं शताब्दी से जुड़ा हुआ है। मंदिर परिसर का सुरम्य वातावरण हर किसी को आकर्षित करता है। शायद यहीं कारण है कि यह मंदिर परिसर निर्माण काल से ही साधकों की साधना स्थली रही है। यहां मोरंग के राजा के साथ ही मौनी स्वामी ने यहां सालों तक साधना की है। वहीं आज भी जनवरी-फरवरी माह के दौरान नागा साधु एक महीने तक यहां रूक कर भोलेनाथ की साधना करते हैं। मान्यता है कि भक्तों की मनोकामना पूरी करने वाले बाबा बड़े शिव के दर्शन से ही सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।मंदिर के मुख्य पुजारी शंकाराचार्य दूबे बताते हैं कि मंदिर का निर्माण कार्य लगभग 16वीं शताब्दी में हुआ था। तब मंदिर के चारों ओर घनघोर जंगल हुआ करता था। जिसमें पलाश के वृक्षों की बहुतायत थी। ऐसा बताया जाता है कि एक बार अयोध्या के राजा शिकार करने जंगल में आये थे। वे भूख प्यास से व्याकुल थे, तो एक साधु ने उनको दर्शन दिया और उनकी क्षुधा शांत करने के बाद अंतर्ध्यान हो गए।

 मान्यता है कि जहां साधु ने उन्हें दर्शन दिया था। उसी स्थान पर राजा ने एक शिवलिंग की स्थापना की। कालांतर में शिवलिंग जमीन के अंदर चला गया। एक दिन नगर के एक धार्मिक व्यक्ति के घर सर्प आया। सर्प को देख आसपास के लोग उसे मारने को दौड़ पड़े, लेकिन उस व्यक्ति ने उन्हें रोकते हुए जिस ओर नाग देवता चले। अनायास ही उसी ओर चल पड़े। जंगल में पहुंचने के बाद सर्प एक जगह पर अपना फन पटकने लगा। जहां खुदाई की गई तो भोलेनाथ के शिवलिंग का दर्शन हुआ। उसके बाद से ही यह लोगों की आस्था का प्रमुख केन्द्र हो गया। साधु-संतों को भी आकर्षित करता है। इस मंदिर की एक और खासियत है। मंदिर के चारों तरफ हनुमान जी मूर्ति विराजमान है। मंदिर के ठीक सामने एक प्राचीन तालाब है। जिसमें कमल पुष्प सुशोभित होते हैं। इसके अलावा चारों तरफ घने पेड़ों का परिक्षेत्र है। यह साधकों को भी आकर्षित करती है। लगभग 60 वर्ष पूर्व मोरंग के राजा, जो राजा बाबा के नाम से प्रसिद्ध हुए। इस स्थान को अपनी तपस्थली बनाई। इसी तरह मौनी स्वामी ने भी यहीं पर पीपल के वृक्ष के नीचे साधना की। पीपल का वृक्ष आज भी है। जनवरी-फरवरी में महाकुंभ के समय नागा साधु एक महीने तक मंदिर पर प्रवास कर साधना करते हैं। 

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Feb 20 2025, 10:59

लखनऊ में युवक की गोली मारकर हत्या, क्षेत्र में सनसनी


लखनऊ। राजधानी के काकोरी थाना इलाके में बुधवार देर रात को एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। युवक की हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने  शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। साथ ही घटना स्थल का मौका मुआयना कर मामले की जांच शुरू कर दी।

पहले हुआ विवाद फिर मारी गोली 

पुलिस उपायुक्त पश्चिमी ने बताया कि बेहटा गांव के रहने वाले 30 वर्षीय अंकित राजपूत की गोली मारकर हत्या की गई है। अभी तक जांच में पता चला है कि अंकित के परिचित कुछ लोग एक दुकान पर खड़े थे। कुछ लोगों से पहले खड़े लोगों से उनका झगड़ा हो गया। अंकित दुकान पर पहुंचे और दोनों पक्षों से बात करने लगे। इस दौरान फिर से झगड़ा हुआ और उसी समय किसी ने अंकित को गोली मार दी। अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा 

डीसीपी पश्चमी ने बताया कि  किसने गोली चलाई है, इसको लेकर जांच चल रही है। कुछ लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं। मृतक के जीजा रामू की ओर से तहरीर दी गई। पुलिस हर एक एंगल से मामले की जांच कर रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की गई है, जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 

इकलौते बेटे की हत्या से मचा कोहराम

ट्रामा सेंटर में मौजूद मां विजय लक्ष्मी ने बताया कि अंकित परिवार में इकलौता बेटा था। उन्होंने संपत्ति के विवाद में पांच लोगों पर हत्या करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने बताया कि अंकित पहले खनन का काम करते थे। डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव का कहना है कि अभी परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। अंकित के परिवार में दो शादीशुदा बहने हैं। पिता की मौत पहले ही हो चुकी है। 

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Feb 20 2025, 10:58

उत्तर प्रदेश में टोल टैक्स में होगी बड़ी बढ़ोतरी, 1 अप्रैल 2025 से लागू होंगी नई दरें
 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी प्रमुख एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स की दरें बढ़ाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इस कदम से उत्तर प्रदेश में एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा महंगी हो जाएगी। नई टोल दरें 1 अप्रैल 2025 से लागू की जाएंगी।

उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीडा) को इस बढ़ोतरी के लिए हरी झंडी मिल चुकी है। अब यूपीडा को यह तय करना है कि किस एक्सप्रेसवे पर कितनी बढ़ोतरी की जाएगी। वर्तमान में उत्तर प्रदेश के अधिकांश एक्सप्रेसवे पर टोल 9 रुपये प्रति किलोमीटर के करीब वसूला जा रहा है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर यह दर 9.24 रुपये प्रति किलोमीटर और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर 8.63 रुपये प्रति किलोमीटर है। ये दरें एकतरफा यात्रा के लिए हैं, और वापसी यात्रा पर यह शुल्क दोगुना हो जाता है।

उत्तर प्रदेश के प्रमुख एक्सप्रेसवे, जैसे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर टोल दरें बढ़ाई जाएंगी। इस बढ़ोतरी के लिए यूपीडा एक सलाहकार कंपनी की मदद लेगा। अनुमान है कि न्यूनतम 5 फीसदी तक शुल्क बढ़ सकता है।

नई दरों की गणना के लिए यूपीडा ने सलाहकार कंपनियों को आमंत्रित किया है। टोल दरों में वृद्धि थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर की जाएगी और इसमें एकतरफा यात्रा, रिटर्न यात्रा और मासिक पास के आधार पर दरों का निर्धारण किया जाएगा। पिछले वर्ष आम चुनावों के कारण टोल शुल्क में मामूली वृद्धि की गई थी, लेकिन इस बार पूरी प्रक्रिया में अधिक वृद्धि की संभावना जताई जा रही है, खासकर भारी वाहनों पर।
टोल शुल्क में यह बढ़ोतरी यात्री और व्यापारी वर्ग दोनों पर प्रभाव डालेगी, लेकिन सरकार का दावा है कि इससे एक्सप्रेसवेज की और बेहतर रखरखाव सुनिश्चित होगा। 

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Feb 19 2025, 12:21

सपा लोहिया वाहिनी के प्रदेश सचिव लाल चंद गौतम पर जानलेवा हमला

गोण्डा। समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी के प्रदेश सचिव लाल चंद गौतम पर गोण्डा शहर से अपने गांव झौहना जाते समय अराजक तत्वों ने चंदवतपुर घाट के निकट जानलेवा हमला किया। इस हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलावस्था में तत्काल उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रात 11 बजे उनका उपचार किया गया। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

समाजवादी पार्टी ने इस हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए गोण्डा पुलिस प्रशासन से मांग की है कि हमलावरों के खिलाफ उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर, कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व लोकसभा प्रत्याशी, मसूद आलम खां ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं पर होने वाले किसी भी उत्पीड़न और अन्याय के खिलाफ पार्टी हमेशा संघर्ष करेगी। इस प्रकार के हमलों को किसी भी हालत में सहन नहीं किया जाएगा। 

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Feb 18 2025, 19:41

राष्ट्रीय व्याख्यान श्रृंखला  का सातवां दिवस सफलतापूर्वक सम्पन्न

गोरखपुर । राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) द्वारा दिनांक 18 फरवरी 2025 दिन मंगलवार को भारतीय संस्कृति अभिरूचि पाठ्यक्रम के अन्तर्गत सात दिवसीय राष्ट्रीय व्याख्यान श्रृंखला का सातवां दिवस सम्पन्न हुआ, जिसका शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। व्याख्यान श्रृंखला में आज प्रथम सत्र में ‘‘बौद्ध धम्म के विकास में सम्राट अशोक की भूमिका एवं योगदान‘‘ विषय पर विषय विशेषज्ञ-भिक्खु चन्दिमा थेरो, संस्थापक अध्यक्ष, बुद्धा धम्मा लर्निंग सेन्टर, सारनाथ, वाराणसी एवं दूसरे सत्र में ‘‘भारतीय संस्कृति‘‘ विषय पर विषय विशेषज्ञ प्रोफेसर (डाॅ0) राजवन्त राव, संकाय अध्यक्ष, कला संकाय, दी0द0उ0गो0वि0वि0गोरखपुर द्वारा व्याख्यान दिया गया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रीता श्रीवास्तव, दूरदर्शन एवं आकाशवाणी कलाकार द्वारा की गयी। व्याख्यान कार्यक्रम के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि डाॅ0 मंगलेश श्रीवास्तव, महापौर नगर निगम, गोरखपुर द्वारा पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र का वितरण भी किया गया। 
 	
बौद्ध संग्रहालय द्वारा आयोजित उक्त राष्ट्रीय व्याख्यान श्रृंखला में कुल 178 प्रतिभागी पंजीकृत थे, जिनमें से चयनित 89 प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र से सम्मानित किया गया। प्रथम पुरस्कार रीता श्रीवास्तव को, द्वितीय पुरस्कार दीक्षा गुप्ता को, तृतीय पुरस्कार बसन्त लाल को तथा सान्त्वना पुरस्कार ़़ऋद्धि शर्मा व अनिमेष कुमार चतुर्वेदी को प्राप्त हुआ। विशेष सहयोग के लिए उदयशील, वैभव सिंह एवं रजनीकान्त मौर्य को प्रदान किया गया।

मुख्य अतिथि डाॅ0 मंगलेश श्रीवास्तव, महापौर नगर निगम, गोरखपुर ने अपने सम्बोधन में कहा कि डाॅ0 यशवन्त सिंह राठौर जी जिस भी कार्य की जिम्मेवारी लेते है। उसे बखूबी निभाते हैं। संग्रहालय द्वारा निरन्तर भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता सहित कला, इतिहास एवं पुरातात्विक संग्रहों के संरक्षण के सतत प्रयासरत है। जिसका सारा श्रेय डाॅ0 यशवन्त सिंह राठौर वर्तमान उप निदेशक बौद्ध संग्रहालय एवं उनकी सहयोगी टीम को जाता है।

पहले सत्र में ‘‘बौद्ध धम्म के विकास में सम्राट अशोक की भूमिका एवं योगदान‘‘ विषय पर बोलते हुए मुख्य विषय विशेषज्ञ- भिक्खु चन्दिमा थेरो, संस्थापक अध्यक्ष, बुद्धा धम्मा लर्निंग सेन्टर, सारनाथ, वाराणसी ने कहा कि सम्राट अशोक एक महाराजा होते हुए भी उन्होंने अपने पुत्र एवं पुत्री को बौद्ध धम्म के प्रचार-प्रसार के लिए श्रीलंका भेजने के साथ-साथ एशिया के विभिन्न देशों में बुद्ध के धम्म का प्रसार किया। उन्होंने जन कल्याण के साथ-साथ पशु-पक्षियों आदि के लिए कुएं, सड़कों के किनारे पेड़ तथा चिकित्सा आदि की सुविधा प्रदान की। अशोक जैसे शासक जो सोते, जागते हर वक्त जनता के दुख को दूर करने के लिए आजीवन समर्पित रहे। उन्होंने भगवान बुद्ध के हजारों उपदेशों के तहत कई हजार बौद्ध स्तूप, शिलालेख एवं स्तम्भ पूरे देश में निर्मित कराकर बौद्ध धम्म की ऐतिहासिकता को स्वर्णित अक्षरों में अंकित कर दिया। 

दूसरे सत्र में ‘‘भारतीय संस्कृति‘‘ विषय पर विषय विशेषज्ञ प्रोफेसर (डाॅ0) राजवन्त राव, संकाय अध्यक्ष, कला संकाय, दी0द0उ0गो0विश्वविद्यालय, गोरखपुर ने कहा कि कोई भी संस्कृति संवाद से समृद्ध होती है। जब संवाद टूटता है तो संस्कृति छिन्न भिन्न हो जाती है। भारतीय संस्कृति अनेकता में एकता की संस्कृति को दर्शाती है। जोकि समन्वयवादी है। भारतीय संस्कृति एक सौम्य एवं अनाक्रामक संस्कृति है, जिसमें भगवान बुद्ध की विचारधारा एवं संदेशों का समन्वय है।  आज के व्याख्यान के मुख्य वक्ताओं को संग्रहालय की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया गया। साथ ही कार्यक्रम की सफलता के लिए संग्रहालय के उप निदेशक डाॅ0 यशवन्त सिंह राठौर ने सभी प्रतिभागियों, अभिभावकों, मीडिया बन्धुओं को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। 

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Feb 17 2025, 14:48

बजट सत्र : जनहित के मुद्दों पर स्वस्थ चर्चा के लिए सीएम ने किया आह्वान

- सर्वदलीय बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने भी सदन के सुचारू संचालन पर जोर दिया

लखनऊ। आगामी विधानसभा बजट सत्र की शुरुआत 18 फरवरी मंगलवार से होने जा रही है। इस सत्र से पहले सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे और उन्होंने सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने के लिए विपक्षी दलों से सहयोग की अपील की।

- मुख्यमंत्री का विपक्षी दलों से आह्वान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों के नेताओं से कहा कि वे सदन में जनहित के मुद्दों पर स्वस्थ चर्चा करें। उन्होंने कहा कि इससे न केवल प्रदेश का विकास होगा, बल्कि जनता की समस्याओं का समाधान भी होगा। सीएम ने सदन में हर मुद्दे पर खुली चर्चा की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि के रूप में सभी को जनता के हित से जुड़ी समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।

- सदन के संचालन में सहयोग की अपील
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सदन के संचालन में कोई भी बाधा नहीं आनी चाहिए और इस बात का ध्यान सभी सदस्यों को रखना चाहिए। उन्होंने विधानसभा के कार्यों को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी से सहयोग की अपील की।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बैठक में सभी सदस्यों से सदन के सुचारू संचालन में सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि एक सकारात्मक और समृद्ध कार्यवाही से ही प्रदेश का विकास संभव है।

- बैठक में मौजूद प्रमुख नेता
सर्वदलीय बैठक में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक बेदी राम, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक विनोद सरोज सहित कई प्रमुख नेता मौजूद रहे। 

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Feb 17 2025, 14:48

मदरसा हमीदिया के 15 बच्चों को मिली हाफ़िज़ ए कुरान की उपाधि


गोरखपुर 17 फरवरी 2025 । गोरखपुर के मोहल्ला घासी कटरा स्थित (यतीम ख़ाना) आग़ोशे हमीदिया में दिनांक 16 फरवरी को लगभग डेढ़ दर्जन बच्चों की दस्तारबंदी की गई। यह दस्तारबंदी उस समय की जाती है जब क़ुराने पाक की शिक्षा ग्रहण करने वाला छात्र उसे पूरी तरह हिफ़्ज़ (कंठस्थ) कर लेता है। जब वह पूरी तरह कुरान को कंठस्थ कर लेता है तब उसकी दस्तारबंदी (हाफ़िज़ की उपाधि) किसी बड़े आलिमे दीन के हाथों से कराई जाती है।


 16 फ़रवरी 2025 दिन रविवार की रात मदरसा हामिदिया में आयोजित जलसे में, मदरसा अरबिया जौनपुर से आए मौलाना मुफ्ती अहमद शमीम के हाथों 15 हाफ़िज़ ए कुरान की दस्तरबंदी की गई। हाफ़िज़ की उपाधि पाने वालों में हाफ़िज़ मुहम्मद अशहद हाफ़िज़ मुहम्मद ज़ैद, हाफ़िज़ मुहम्मद अब्दुल्लाह, हाफ़िज़ अर्श,हाफ़िज़ शरीक, मुहम्मद हसन,हाफ़िज़ मुहम्मद याहया,हाफ़िज़ मुहम्मद सईद,हाफ़िज़ तनवीर, हाफ़िज़ मुहम्मद रवाहा, हाफ़िज़ मुहम्मद अशहद हाफ़िज़ मुहम्मद नोमान,हाफ़िज़ अज़ीज़, हाफ़िज़ मुहम्मद मोहसिन,हाफ़िज़ मुहम्मद हसन,हाफ़िज़ अब्दुल्लाह के नाम शामिल हैं।
प्रबंध समिति की तरफ से सभी 15 हाफ़िज़ ए कुरान छात्रों को उपहार स्वरूप साइकिल दी गई। इस अवसर पर पत्रकार और साहित्यकार सैयद असिम रऊफ़ और सैयद अल्ताफ़ हुसैन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मुफ्ती मुहम्मद मुनीर ने किया।
इस अवसर पर मुतवल्ली महबूब सईद हारिस ने बताया कि आग़ोशे हमीदिया जिसका पुराना नाम यतीम खाना घासी कटरा अर्थात अनाथालय था। आज इस आग़ोशे हमीदिया में ज़िला गोरखपुर के अतिरिक्त प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले छात्र दीनी तालीम के साथ-साथ स्कूली शिक्षा भी ग्रहण कर रहे हैं। वर्तमान समय में लगभग 60 बच्चे आग़ोशे हमीदिया में रहते हैं। जिनका एडमिशन महानगर के एम एस आई इंटर कॉलेज बख़्शीपुर में कराया गया है। यह सभी बच्चे कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थी हैं। साथ ही मदरसा हमीदिया में दीनी तालीम प्राप्त कर रहे हैं। महबूब सईद हारिस ने बताया कि इसके पीछे संस्थान का उद्देश्य है कि जो बच्चे मदरसे से दीनी तालीम प्राप्त कर रहे हैं। उनके पास दीन की शिक्षा के साथ स्कूली शिक्षा की भी डिग्री हो, ताकि वह अपने आगे के जीवन में सफलतापूर्वक आगे बढ़ सकें। यही कारण है कि बच्चों की शिक्षा की उत्तम व्यवस्था की गई है।मदरसा हमीदिया कंप्यूटर लैब एवं आधुनिक तकनीकी सुविधाओं से लैस है। मदरसा की देखभाल करने वाले उस्ताद(अध्यापक) काफ़ी कुशल हैं, और प्रबंध समिति ने जिस प्रकार इस मदरसे को सुंदर एवं आधुनिक बनाया है वह अपने आप में एक मिसाल है।
यतीम खाना से नाम बदलकर आग़ोशे हमीदिया क्यों पड़ा इस संबंध में मुफ्ती मुहम्मद दाऊद फ़ारूक़ी ने बताया कि इसका नाम यतीम खाना था अर्थात अनाथालय था, तो कोई यहां अपने बच्चों को पढ़ाना पसंद नहीं करता था। यहां मदरसा भी था लेकिन कोई अभिभावक अपने बच्चों को यहां इसलिए नहीं भेजते थे कि लोग समझेंगे कि उनका बच्चा अनाथालय में शिक्षा ग्रहण कर रहा है। कुछ अनाथ बच्चे भी मदरसे में रहते थे। लेकिन जब से इस यतीमखाने का आधुनिकीकरण किया गया है इसका नाम यतीम खाना घासीकटरा से बदलकर आग़ोशे हमीदिया रखा गया है। तब से बड़ी संख्या में छात्र यहां शिक्षा ग्रहण करने आ रहे हैं। अब अभिभावकों के दिलों में जो असमंजस की स्थिति थी कि यतीम खाने में बच्चों को किस तरह शिक्षा के लिए भेजे वह असमंजस की स्थिति अब समाप्त हो चुकी है।
लगभग 60 बच्चे तो वह है जो आग़ोशे हमीदिया ( पुराना नाम यतीम खाना) में रहते हैं। जिनकी शिक्षा एवं खानपान का इंतजाम प्रबंध समिति के द्वारा किया जाता है। इसके अतिरिक्त आसपास के मोहल्ले के वह छात्र जो दिन में कॉन्वेंट स्कूलों में शिक्षा प्राप्त करते हैं। शाम को आग़ोशे हमीदिया के मदरसे में अरबी और दैनिक शिक्षा भी ग्रहण करने के लिए आते हैं।