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Dec 31 2024, 18:42

योगी और मोदी के राज में आज देश और प्रदेश में आनंद ही आनंद: स्वामी अधोक्षजानंद


 विश्वनाथ प्रताप सिंह

 प्रयागराज में महाकुम्भ का महाआयोजन अब बस चंद दिन दूर है और महाकुम्भनगर में पूज्य संतों का आगमन शुरू हो चुका है। महाकुम्भ के लिए योगी सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं से ये संत भी प्रभावित नजर आ रहे हैं। इन व्यवस्थाओं को लेकर गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ ने योगी सरकार की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सीएम योगी स्वयं एक साधु पुरुष हैं। वो यहां बार-बार आकर व्यवस्थाओं का अवलोकन कर रहे हैं, जिससे धर्मावलंबियों का हौसला और मनोबल प्रबल हो रहा है। ऋषि मुनियों और साधकों को साधना, यज्ञ और तप करने के लिए अनुकूल माहौल मिल रहा है। महाकुम्भ में साधु संतों की पूजा और अनुष्ठान का पुण्य राज्य और स्वयं उनको प्राप्त होगा। सभी संत और महंत मुख्यमंत्री जी की यश, कीर्ति, मान, सम्मान और उज्ज्वल भविष्य के लिए विशेष प्रार्थना करेंगे। 

आज सनातन को मानने वालों का शासन
स्वामी अधोक्षजानंद ने कहा कि कालांतर में भारत में विधर्मी शासन रहा, जिसमें हमारे धार्मिक अनुष्ठानों को महत्व नहीं मिलता था। आज फिर से भारत भूमि में सनातन को मानने वालों का शासन आया है, जिसका असर यहां प्रत्यक्ष दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि तीर्थ क्षेत्र में आने के लिए भक्ति और भक्त होना जरूरी है। कोई अभक्त और अशिष्ट शासक अहंकार से आएगा तो तीर्थ उसे कभी स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए कहा कि जितना मुखर और उदार होकर मुख्यमंत्री ने हमारे मान-सम्मान के लिए व्यवस्था की है तो हम लोग भी राज्य की समृद्धि, कल्याण, आर्थिक उत्थान और उनके खुद के अभ्युदय की विशेष कामना करेंगे। उन्होंने कहा कि राक्षसी प्रवृत्तियां अनादिकाल से ही सनातन को चोट पहुंचाने और भ्रम फैलाने के लिए कार्य करती रही हैं। कभी-कभी वो कामयाब होती भी दिखती हैं। लेकिन जब-जब ऐसा होता है तब परमात्मा अवतार लेते हैं। यह महाकुम्भ सनातन धर्मावलंबियों को शक्ति प्रदान करेगा। सनातन का झंडा पूरे विश्व में लहराने वाला है और इसका शक्तिपात महाकुम्भ से होने वाला है। 

आज के शासक हमारे धर्म के अनुकूल
देश और राज्य में धार्मिक स्थलों के उन्नयन पर उन्होंने कहा कि जब भी कोई सभ्य शासक हुआ है वो यह जानने की कोशिश करता है कि हमारी प्रजा के साथ कहां अन्याय हुआ है और उनकी भावनाएं कहां आहत हुई हैं। देवी, देवता, मठ, मंदिर, गंगा, यमुना, हिमालय यह सब हमारे अराध्य देव हैं। इनका मान सम्मान होता है तो समाज सुखी होता है। वो बुरा समय था जब हमारे मठ मंदिरों को तोड़ा गया। हमारे सांस्कृतिक प्रतीकों को चोट पहुंचाई गई। जब असुरीय शक्तियां हावी होती दिखती हैं तो दैवीय शक्तियां उत्पन्न होती हैं। ये महान लोग महापुरुष, त्यागी, बैरागी,ज्ञानी, आचार्य के साथ ही एक महान शासक के रूप में भी आते हैं। आज आनंद का समय है। हमारा शासक अनुकूल है, हमारा धर्म-कर्म सब अनुकूल है। 



केले के आसन महाकुम्भ का बनेंगे आकर्षण
स्वामी अधोक्षजानंद के शिविर में असम से आए केले के पत्तों के बने आसन महाकुम्भ का प्रमुख आकर्षण बनने जा रहे हैं। सेक्टर 18 में स्थित शिविर में असम से 151 आसन आ चुके हैं। इसके साथ ही, नॉर्थ ईस्ट से बड़ी संख्या में नारियल और कच्ची सुपारी (तांबुल) भी लाई गई है। यह सभी चीजें महाकुम्भ के दौरान यज्ञशाला में हवन में उपयोग में लाई जाएंगी। केले के बने आसन के बारे में स्वामी जी ने बताया कि केले के पेड़ को काटकर और खोलकर सुखाया जाता है। इसके बाद इसे जोड़कर तैयार किया जाता है। उन्होंने बताया कि पहली बार महाकुम्भ में इस तरह के आसन लाए गए हैं। नॉर्थ ईस्ट के अलावा अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में यहां नारियल और सुपारी लाई जा रही है। 

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Dec 31 2024, 10:56

अयोध्या के होटलों में नए वर्ष को लेकर सौ फीसदी रूम बुक, राम मंदिर में उमड़ेगी भारी भीड़ 


अयोध्या। राम नगरी में पर्यटन और तीर्थाटन के समय का रुप बदल गया है। श्री राम जन्मभूमि के भव्य मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद पहली बार पड़ रहे अंग्रेजी नव वर्ष में भी अयोध्या में लोगों का जमावड़ा मंगलवार से लगना शुरु हो गया है। बड़ी ही तेजी से अयोध्या के होटलों में बुकिंग फूल हो गई है। इसमें प्रदेश के ही नहीं बल्कि दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान व दक्षिण से भी आने वाले श्रद्धालू शामिल रहेंगे। 100 फीसदी कमरे लगभग बुक हो चुके हैं। 31 दिसम्बर से दो जनवरी तक के लिए बुकिंग अधिक है। रामनगरी में यूं तो हिंदी नववर्ष चैत्र माह को माना जाता है, लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे भी श्रद्धालु हैं जो अंग्रेजी साल के पहले दिन धार्मिक स्थलों पर पहुंच माथा टेकते हैं। उनकी यह कामना रहती है कि कैलेंडर साल के पहले दिन प्रभु के दर्शन मिल जाएं। वैष्णों देवी, खाटू श्याम, उज्जैन, काशी विश्वनाथ, मथुरा में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच अपनी आस्था निवेदित करते हैं। इस बार रामलला भव्य मंदिर में विराजमान हो चुके हैं। प्रशासन ने इसलिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान जताते हुए अयोध्या राम मंदिर आने वाले रास्तों सहित रामनगरी में यातायात डायवर्सन आज से शुरू हो जाएगा।

सुरक्षा व्यवस्था के भी होंगे पुख्ता इंतजामएसएसपी राजकरन नय्यर ने बताया कि नए वर्ष पर राम मंदिर, हनुमानगढ़ी, लता चौक, गुप्तारघाट व सूर्यकुंड समेत अन्य पर्यटन स्थल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे।

अस्थाई मंदिर में भी पहुंचते थे बड़ी संख्या में भक्त22 जनवरी 2024 के पहले रामलला वर्षों तक तिरपाल में विराजमान रहे। इसके बाद उनका आस्थायी मंदिर बन गया। इसमें आने के बाद दर्शन की अवधि भी बढ़ गई। 2023 में भी अंग्रेजी नववर्ष पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन किया था। इस बार रामलला भव्य मंदिर में विराजमान हो चुके हैं और अयोध्या विश्व के मानचित्र पर छा चुकी है। इसलिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।

व्यापार में भी होगा इजाफाभीड़ बढ़ने के साथ ही अयोध्या के व्यापार में भी इजाफा होगा। महापौर गिरिशपति त्रिपाठी मानते हैं कि रामलला के मंदिर के बाहर टीका लगाने वाला ही प्रतिदिन 800 से एक हजार रुपये की कमाई कर लेता है। भीड़ बढ़ने के बाद पूजन सामग्री व रेस्टोरेंट की आय में भी इजाफा होता है।

जानिए, क्या कहते हैं होटल व होम स्टे संचालकअयोध्या में श्रद्धालु व पर्यटकों की संख्या बढ़ते ही बड़ी संख्या में होटल व होम स्टे का संचालन हो रहा है। धर्मपथ स्थित होटल राम प्रस्थ के मालिक राम जी पाण्डेय ने बताया कि नए वर्ष को लेकर बुकिंग तेज हो गई है हमारे यहां होटल जनवरी व फरवरी माह में लगभग सारे रूम फुल हो चुके। अयोध्या हनुमानगढ़ी के निकट संचालित होटल न्यू श्री राम पैलेस के मालिक श्यामजी गुप्ता ने बताया कि अमूमन बुकिंग 31 दिसम्बर से दो जनवरी के बीच ही हो रही है। जो आज से फूल हैं। महाराष्ट्र, दिल्ली व दक्षिण भारत के लोगों ने भी रूम बुक कराया है। सुरक्षा कारणों से सभी की आईडी जमा कराई जाती है। सप्तसागर कालोनी स्थित कई होम स्टे में नए वर्ष के आस-पास के लिए कमरे पहले से बुक हैं। 

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Dec 31 2024, 10:56

महाकुंभ क्षेत्र में दस जनवरी को धूमधाम से छावनी प्रवेश करेगा श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन निर्वाण 

महाकुंभ नगर/प्रयागराज। अपनी प्राचीन परंपराओं वैदिक मंत्र के साथ श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन निर्वाण 8 जनवरी को धर्म ध्वजा स्थापित करेगा। दस जनवरी को मुट्ठीगंज से नगर भ्रमण के साथ विशाल पेशवाई जुलूस छावनी प्रवेश करेगा। यह जानकारी मंगलवार को अखाड़े के संत सोम मुनि महाराज ने दी।

उन्होंने बताया कि मेरे अखाड़े की स्थापना ब्रह्मा पुत्र संत कुमार ने की। चारों दिशाओं में संचालन के लिए चार संतों की जिम्मेदारी दी। जिसके बाद से यह परम्परा सतत चली आ रही है। सबसे पहले श्री पंचायती बड़ा उदासीन, उसके बाद श्री पंचायती नया उदासीन निर्वाण की स्थापना हुई और बंधुआ संत हैं। उन्होंने बताया कि उज्जैन, नासिक और हरिद्वार में लगने वाले कुंभ में सभी अखाड़े एक साथ रहते हैं। लेकिन प्रयागराज में सभी अखाड़े अलग अलग अपनी धर्म ध्वजा एवं शिविर स्थापित करते हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जखीरा महन्त आकाश मुनि, मुखिया महंत भगतराम महाराज, मुखिया महंत सुरजीत मुनि महाराज, मंगलदास महाराज, अध्यक्ष धुनीदास महराज, सचिव जगतार मुनि और कोठारी महंत नारायण दास महाराज है। पूरे अखाड़े में लाखों संत जुड़े हुए हैं जो देश के विभिन्न क्षेत्रों में रहते हुए तपस्या करते रहते हैं और धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए सभी को आमंत्रण भेजा जाता है तो सभी उसमें शामिल होते हैं। विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुम्भ मेला में हमारे सभी संन्यासी आ रहें हैं।  

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Dec 31 2024, 10:55

इनोवेशन के लिए विकसित किये जाएं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस: सीएम योगी



लखनऊ। मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ ने सोमवार को यूपी इनोवेशन फंड (यूपीआईएफ) को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री योगी ने स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश की तीनों टेक्निकल यूनिवर्सिटी को इनोवेशन से जोड़ने के निर्देश दिये।

उन्हाेंने कहा कि सभी तीनों टेक्निकल यूनिवर्सिटी में इनोवेशन सेंटर बनाए जाएं, जहां पर बच्चों को स्टार्टअप से संबंधित सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। इसके अलावा उन्होंने ग्लोबल और लोकल मार्केट की मैपिंग कराने के निर्देश दिये ताकि वर्तमान की आवश्यकता के अनुसार छात्र इनोवेशन को विकसित कर सकें।

ग्लोबल मार्केट के अनुसार विकसित किये जाएं इनोवेशन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान में तेजी के साथ टेक्नोलॉजी बदल रही है। ऐसे में बदलती हुई टेक्नोलॉजी और ग्लोबल मार्केट के अनुसार इनोवेशन को विकसित किया जाए। इसके लिए जरुरी है कि नये इनोवेशन के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाए। साथ ही सभी तीनों टेक्निकल यूनिवर्सिटी में इनोवेशन की आवश्यकता के अनुसार सेंटर की स्थापना की जाए। इसके लिए सरकार द्वारा उन्हे फंड उपलब्ध कराया जाए।

उन्होंने कहा कि सरकार के पास फंड की कमी नहीं जबकि युवा के पास इनोवेशन तो हैं, लेकिन फंड की कमी है। ऐसे में यूनिवर्सिटी के माध्यम से छात्रों को फंड उपलब्ध कराया जाए। इससे आने वाले समय में नये-नये इनोवेशन सामने आएंगे। इससे जहां प्रदेश का युवा ग्रोथ करेगा, वहीं प्रदेश का भी नाम रौशन होगा। इसके लिए सीएम ने अधिकारियों को एक प्रारुप तैयार करने के निर्देश दिये। सीएम ने निर्देश दिये कि ग्लोबल मैपिंग के बाद उसकी आवश्यकता के अनुसार ट्रेड तैयार करें। उन्होंने वर्तमान की आवश्यकता के अनुसार पुरानी ट्रेडों को आधुनिकीकरण करने के निर्देश दिये।

सीएम ने दिये निर्देश, राज्य सरकार और इंवेस्टमेंट मैनेजर के अंशदान को बराबर करने पर करें विचार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्टार्टअप को इकोसिस्टम से जोड़ना होगा। इसके लिए टेक्निकल यूनिवर्सिटी में मार्डन टेक्नोलॉजी के साथ ओडीओपी के लिए भी स्पेस दिया जाए। उन्होंने आवश्यकता के अनुसार ट्रेड सेलेक्ट करके छात्रों को इनोवेशन के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए यूनिवर्सिटी को भी प्रेरित करने के निर्देश दिये। इसके लिए यूनिवर्सिटी को पूरी तरह से फ्रीडम दिया जाए, तभी नये इनोवेशन सामने आएंगे। मुख्यमंत्री ने इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए यूनिवर्सिटी को आईआईटी से जोड़ने के निर्देश दिये।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर दो वर्ष पहले स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए 400 करोड़ के अंशदान को स्वीकृति दी गयी थी। वहीं इंवेस्टमेंट मैनेजर को 1200 से 3600 करोड़ का अंशदान करना था। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य सरकार और इंवेस्टमेंट मैनेजर के अंशदान को बराबर करने पर विचार होना चाहिए। इससे जहां प्रदेश में इनोवेशन को प्रोत्साहन मिलेगा, वहीं छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा। 

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Dec 31 2024, 10:54

झूठे मुकदमें के विरुद्ध इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की : जियाउर्रहमान बर्क

संभल। जिले में 24 नवंबर को जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद सोमवार को पहली बार समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क संभल पहुंचे हैं। सांसद पर हिंसा भड़काने और बिजली चोरी के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ। सांसद ने पत्रकारों से बताया कि उन्होंने अपने खिलाफ दर्ज झूठे मुकदमें के विरूद्ध इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की है। उच्च न्यायालय जनवरी के पहले सप्ताह में इस याचिका पर सुनवाई कर सकता है।

संभल की निचली अदालत में जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर का दावा पेश करने के बाद एडवोकेट कमिश्नर ने टीम के साथ 19 नवंबर को जामा मस्जिद में सर्वे किया। रात का समय और भीड़ को देख सुरक्षा कारणों से सर्वे कार्य को बीच में ही स्थगित कर दिया था। इसके बाद ही 22 नवम्बर को जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद सांसद जियाउर्ररहमान बर्क ने वहां मौजूद नमाजियोें को संबोधित किया। मस्जिद का सर्वे कराने को लेकर सीधे-सीधे चुनौती दी थी। एक दिन बाद रविवार 24 नवंबर को टीम ने मस्जिद में सर्वे करना प्रारंभ कर दिया था और कुछ देर बाद जामा मस्जिद क्षेत्र में 700-800 लोगों की जुटी भीड़ उग्र हो गई थी। जिसने एक भयानक हिंसा का रूप ले लिया था। इस दौरान गोलीबारी के साथ पथराव हुआ था। हिंसा में जहां पांच युवकों की मौत हो गई थी, वहीं अनेकों पुलिस कर्मी चोटिल भी हो गए थे।

इसके बाद 19 दिसंबर को बिजली विभाग की एक टीम पुलिस बल और रैपिड एक्शन फोर्स के साथ सपा सांसद के आवास पर गई थी। सांसद बर्क और पूर्व सांसद के नाम से दो अलग-अलग मीटर लगे थे। जिनकी क्षमता दो-दो किलोवाट थी। टीम ने घर का लोड और घर में लगे विद्युत उपकरणों को चेक किया था तो उसमें कई अनियमितताएं मिलीं। सांसद के आवास के मीटर की रीडिंग, एसी, पंखे और अन्य बिजली उपकरणों के लोड की भी जांच की गयी। बिजली मीटर का लोड निर्धारित लोड से अधिक था। इस मामले में भी सांसद के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। 

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Dec 31 2024, 10:54

वर्ष 2024: योगी सरकार के प्रयत्न से बेसिक शिक्षा में सुधार व ऐतिहासिक उपलब्धियां

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयास से 2024 में बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में, प्रदेश ने निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार (RTE) के तहत 6-14 आयु वर्ग के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। इस पहल के तहत 1,65,544 गरीब बच्चों को गैर-सहायता प्राप्त विद्यालयों में सीटें आवंटित की गईं और उन्हें 1200 रूपए प्रति छात्र की राशि डीबीटी के माध्यम से दी गई, ताकि वे निःशुल्क यूनिफॉर्म, जूता-मोजा, स्वेटर, स्कूल बैग और स्टेशनरी प्राप्त कर सकें।

इसके अलावा, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों का उच्चीकरण, डिजिटल लर्निंग का विस्तार, दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष प्रावधान और खेलकूद को बढ़ावा देने जैसे कदमों ने प्रदेश में बेसिक शिक्षा को नई दिशा दी है।

इस बार, सरकार ने परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के समग्र विकास के लिए कई योजनाएं लागू की हैं, जिनमें शारदा कार्यक्रम, निपुण आकलन परीक्षण, स्मार्ट क्लासेस और डिजिटल शिक्षा के माध्यम से शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की दिशा में काम किया गया है। इसके साथ ही, दिव्यांग बच्चों के लिए ‘समर्थ’ ऐप और विशेष सहायक उपकरणों का वितरण किया गया है। योगी सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने के साथ-साथ स्कूल इंफ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट क्लास, शिक्षक प्रशिक्षण और डिजिटल साधनों के माध्यम से बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए ठोस प्रयास किए हैं।

1. निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार

- निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अंतर्गत 6-14 वर्ष के सभी बच्चों को निःशुल्क और अनिवार्य प्रारंभिक शिक्षा की व्यवस्था की गयी।

इस योजना के तहत 1,65,544 बच्चों को गैर-सहायित मान्यता प्राप्त विद्यालयों में सीट आवंटित की गयी। समस्त राजकीय, परिषदीय एवं सहायतित विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 1-8 तक समस्त बालक/बालिकाओं को निःशुल्क पाठ्यपुस्तक एवं कार्यपुस्तिका वितरण किया गया।

2. शैक्षिक सामग्रियां और सुविधाएं

- राजकीय, परिषदीय एवं सहायतित विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 1-8 तक के समस्त छात्र-छात्राओं को निःशुल्क यूनिफार्म, जूता मोजा, स्वेटर, स्कूल बैग एवं स्टेशनरी क्रय करने हेतु उनके अभिभावकों के खाते में धनराशि ₹1200/- डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित किए गए।

बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु खेलकूद गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रति प्राथमिक विद्यालय ₹5000/- और प्रति उच्च प्राथमिक विद्यालय ₹10,000/- की दर से खेलकूद सामग्री क्रय करने हेतु धनराशि का प्रावधान किया गया।

3. विशेष कार्यक्रम और योजनाएं

- प्रदेश में समग्र शिक्षा के अंतर्गत 1772 पायलट फेज के 60 उच्च प्राथमिक/कम्पोजिट विद्यालयों और पीएम श्री योजना के अंतर्गत 570 उच्च प्राथमिक/कम्पोजिट विद्यालयों में लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम संचालित करने हेतु 04 दिवसीय अध्यापक प्रशिक्षण आयोजित किया गया। परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों का निपुण लक्ष्य/लर्निंग आउटकम पर आधारित निपुण आकलन परीक्षण का आयोजन हुआ।

4. सुविधाएं और आधारभूत संरचना

- 1350 नए अतिरिक्त कक्षाकक्षों की व्यवस्था हुई।

- 123 जर्जर उच्च प्राथमिक विद्यालयों का पुनर्निर्माण गतिमान है।

- 354 विद्यालयों में वृहद मरम्मत का कार्य किया गया।

- 145 ब्लॉक/नगर संसाधन केंद्रों की वृहद मरम्मत हेतु वित्त पोषण।

- 09 ब्लॉक/नगर संसाधन केंद्रों के पुनर्निर्माण हेतु वित्त पोषण।

- 746 आवासीय कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में बालिकाओं हेतु निःशुल्क आवासीय शिक्षा की व्यवस्था।

- 680 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों को कक्षा 6 से 12 तक उच्चीकरण।

5. शिक्षक प्रशिक्षण और क्षमता संवर्धन

सभी परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों/प्रभारी प्रधानाध्यापकों को दिव्यांगता विषय पर प्रशिक्षण का आयोजन।- प्रत्येक माह न्याय पंचायत स्तर पर एजेंडा आधारित बैठकें।

शिक्षकों की क्षमता संवर्धन एवं पीयर लर्निंग हेतु प्रत्येक माह न्याय पंचायत स्तर पर एजेंडा आधारित बैठकें। 880 विकासखंडों में आईसीटी लैब की स्थापना।

6. दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष प्रबंध

- दिव्यांग बच्चों के लिए ब्रेल पाठ्यपुस्तकें, विस्तारित पाठ्यपुस्तकें, एस्कॉर्ट अलाउंस, स्टाइपेंड, सहायक उपस्कर/उपकरणों का वितरण कराया गया । दिव्यांग बच्चों का शैक्षिक भ्रमण एवं अभिभावकों की ब्लॉक स्तर पर काउंसलिंग का आयोजन।

7. डिजिटल लर्निंग और शिक्षक संसाधन

- दीक्षा एवं रीड एलांग ऐप के माध्यम से बच्चों, शिक्षकों एवं अभिभावकों के उपयोगार्थ डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा दिया। 16,000 से अधिक डिजिटल शैक्षणिक सामग्री विभाग द्वारा अपलोड कराई गई। परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों के 2,09,863 शिक्षकों को टैबलेट उपलब्ध कराए गए। 18,381 परिषदीय उच्च प्राथमिक/कम्पोजिट एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में स्मार्ट क्लास स्थापित किए गए। 

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Dec 31 2024, 10:53

लखनऊ में 31 दिसंबर पर हुड़दंगियों से पुलिस सख्ती से निपटेः सयुंक्त पुलिस आयुक्त

लखनऊ। नव वर्ष की पूर्व संध्या पर 31 दिसंबर को शहर में कई जगहों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम को लेकर सयुंक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) अमित वर्मा ने सोमवार को सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रखने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान शराब पीकर वाहन चलाने वाले व हुड़दंग करने वालों पर पुलिस की नजर रहेगी।

सयुंक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) ने जिलें के सभी पुलिस अधिकारियों, थाना प्रभारी और बीट प्रभारियों को 31 दिसंबर को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नए साल के आगमन को लेकर 31 दिसंबर को लोग होटल, क्लब, बार आदि जगहों पर जश्न मनाते हैं। ऐसे में इन जगहों पर लड़ाई, छेड़छाड़ की घटना होना आम बात है। इसको ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रबंध किए जाएं। सादी वर्दी में महिला व पुरुष पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगायी जाए। सूनसान जगहों पर पीआरवी वाहन गश्त करें। 

बाजारों, शापिंग मॉल में भी चौकसी बरती जाए। चौराहों पर बैरिकेटिंग लगाकर पुलिस चेकिंग करे। शराब पीकर वाहन चलाने और हुड़दंगियों से पुलिस सख्ती से निपटें। वहीं, नव वर्ष की सुबह के समय धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भीड़ होती है। इसको देखते हुए मंदिरों में भी पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगायी जाए। सीसीटीवी कैमरे से नजर रखें। सोशल मीडिया पर नजर रख भ्रामक और अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस सख्त कार्रवाई करें। यातायात मार्ग को भी परिवर्तन किया गया है। 

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Dec 30 2024, 12:29

कन्नौज में बारिश से किसान हुए प्रभावित, अगर और हुई बारिश तो आलू किसान हो जाएगा बर्बाद

पंकज कुमार श्रीवास्तव

यूपी के कन्नौज जिले में मौसम विभाग की चेतावनी के बाद हुई देर रात बारिश का असर सबसे ज्यादा किसानों को प्रभावित कर रहा है। कन्नौज में सबसे ज्यादा आलू की खेती होती है जिससे करीब 90 से 95 प्रतिशत किसान आलू की खेती से जुड़ा हुआ है और अगर बारिश लगातार और हुई तो सबसे ज्यादा नुकसान आलू किसान का ही होगा, क्यों कि आलू में बारिश के नुकसान के साथ-साथ बढ़ रही सर्दी में पाला का प्रकोप भी फसल के लिए घातक है, जिससे आलू किसान डरे और सहमे हुए है किसानों का कहना है कि अगर पानी और गिरता है तो आलू किसान पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा। आलू के अलावा सब्जियों की फसल भी बारिश से प्रभावित हो रही है।

आपको बताते चलें कि इन दिनों बारिश और सर्दी गेंहूॅं की फसल के लिए एक ओर फायदेमंद साबित हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ आलू और मटर जैसी सब्जियों के लिए नुकसानदायक भी है। किसानों का साफ कहना है कि अगर बारिश और हुई तो आलू किसान को सबसे ज्यादा नुकसान होगा। सर्दी में पाला गिरना भी आलू के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदायक है। किसानों का कहना है कि एक तरफ छुट्टा जानवर से फसल को बचानी पड़ रही है तो दूसरी तरफ मौसम की मार को देखते हुए दोहरी परेशानी हो रही है। 25 सालों से खेती कर रहे किसान अविनाश कुशवाहा का कहना है कि बदलते मौसम में हुई अचानक बारिश से गोभी की फसल फूल जाएगी जिससे सस्ती बिक रही है, लेकिन आलू में ज्यादा नुकसान है, क्यों कि आलू में झुलसा रोग की परेशानी है और सब्जियों में कीड़ा लगने का डर रहता है।

 पानी गिरने के दो चार दिन बाद ही अब नुकसान और फायदा का पता चला जाएगा। बीज में गला लगने का डर रहता है बारिश से, नुकसान तो सभी में है मटर में बारिश होने से 80 प्रतिशत मटर चली जाती है, फली में गला भी लग जाता है। चुन्ना किसान ने बताया कि अगर बारिश और हुई तो झुलसा लग जाएगा। सबसे ज्यादा कन्नौज जिले में ही आलू होता है, किसान अनिल कुमार ने बताया कि इस बारिश से आलू और सरसों की फसल में ज्यादा नुकसान है। हरिओम किसान ने बताया कि अगर और बारिश होती है तो आलू में नुकसान है, कन्नौज में आलू 95 प्रतिशत किसान करता है, पानी गिरने से ठंड और बढ़ेगी। 

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Dec 30 2024, 12:18

किसानों के बीच बैठकर संगठन विस्तार को लेकर चर्चा की

संभल । भारतीय किसान यूनियन बी आर एस एस की एक मीटिंग तहसील अमरोहा के गांव नन्हेड़ा कल्याणपुर में आयोजन किया गया जिस मीटिंग को दिशा देने के लिए वरिष्ठ कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अशोक कुमार अधाना प्रदेश सचिव पश्चिम उत्तर प्रदेश इंदर सिंह नागर जिला उपाध्यक्ष मुन्ना सिंह गुर्जर जिला सचिव अमरोहा राजेश शर्मा जी तहसील अमरोहा उपाध्यक्ष दुष्यंत गुर्जर जी ब्लॉक सचिव अमरोहा चंद किशोर नागर जी जिला सलाहका अल्पसंख्यक मोर्चा अमरोहा नफीस अहमद, रविंद्र गुर्जर उपस्थित हुए ।

जिसमें क्षेत्र के किसानों के बीच बैठकर संगठन विस्तार को लेकर चर्चा की संगठन की गतिविधियों से अवगत कराया संगठन की नीति नियम अनुशासन से संतुष्ट होकर डॉक्टर नेतराम सिंह जी को चिकित्सा प्रकोष्ठ से मंडल अध्यक्ष नियुक्त किया गया जिसमें पूरे मुरादाबाद मंडल में श्री नेतराम सिंह जी ने संगठन को विस्तार देने की बात कही संगठन के कार्यकर्ताओं ने मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति करके टोपी व पटके से सम्मान देते हुए स्वागत वंदन अभिनंदन किया व आभार व्यक्त किया । 

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Dec 30 2024, 12:18

काशी के बाबा विश्वनाथ का प्रतिरूप हैं प्रयाग के बाबा लोकनाथ


महाकुम्भनगर/प्रयागराज। सनातन संस्कृति और आस्था की प्राचीनतम् नगरियों में से एक है प्रयागराज। पौराणिक मान्यता है कि समस्त पुरियों और तीर्थों के राजा होने कारण इन्हें तीर्थराज प्रयागराज कहा जाता है। प्रयागराज के मुख्य बाजार चौक के प्रसिद्ध मोहल्ले लोकनाथ का नाम यहां स्थापित बाबा लोकनाथ के नाम पर पड़ा है। माना जाता है कि प्रयाग के बाबा लोकनाथ काशी के बाबा विश्वनाथ का प्रतिरूप हैं। लोकनाथ महादेव की प्राचीनता के बारे में सही तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन यहां के पुजारी बताते हैं कि स्कंद पुराण के रेवा खण्ड और महाभारत के शांतिपर्व में बाबा लोकनाथ का वर्णन आता है। बाबा लोकनाथ के दर्शन और पूजन से समस्त सांसारिक कष्ट दूर होते हैं। महाकुम्भ के दौरान भगवान शिव के भक्त बड़ी संख्या में अपने आराध्य के दर्शन और पूजन के लिए यहां आने वाले हैं। 

 स्कंद पुराण के रेवा खण्ड में मिलता है लोकनाथ महादेव का वर्णन 
तीर्थराज प्रयागराज का लोकनाथ मोहल्ला वैसे तो अपनी खाऊ गली की रबड़ी, मलाई, लस्सी, हरी के समोसों और भारती भवन लाईब्रेरी के लिए जाना जाता है लेकिन इस मोहल्ले का नाम पड़ा है बाबा लोकनाथ महादेव के नाम पर। बाबा लोकनाथ का मंदिर भारती भवन लाइब्रेरी के ठीक पीछे है। चार पीढ़ियों से बाबा लोकनाथ का पूजन कर रहे यहां के पुजारी गौरी शंकर पाण्डेय जी कहना है कि बाबा लोकनाथ स्वयं भू शिवलिंग हैं। इनका वर्णन स्कंद पुराण के रेवा खण्ड में – “वामदेव महादेव देव-देव सुरेश्वरः, लोकनाथ पाहि-पाहि प्राणनाथ कृपाकरः।“ के रूप में मिलता है। इसके अतिरिक्त महाभारत के शांति पर्व में भी प्रयाग के बाबा लोकनाथ का वर्णन आया है। सावन माह, प्रदोष और शिवरात्रि के दिन लोकनाथ महादेव का विशेष रूप से पूजन होता है। न केवल प्रयागराजवासी बल्कि दूर-दूर से संगम आने वाले श्रद्धालु लोकनाथ महादेव का दर्शन करने जरूर आते हैं।

शिवरात्रि के दिन यहां से निकलती है प्रयाग की ऐतिहासिक शिव बारात  
बाबा लोकनाथ के पुजारी गौरी शंकर जी ने बताया कि नाथ संप्रदाय के मछंदरनाथ या मत्स्येंद्रनाथ ने प्रचीनकाल में यहां चतुर्मास पूरा किया था। इस मंदिर में भगवान लोकनाथ के साथ उनकी सवारी नंदी महाराज, भगवान गणेश व भवानी स्वरूप माता पार्वती और शेषनाग की प्राचीन प्रतिमाएं हैं। इसके अतिरिक्त स्थानीय लोगों ने माता दुर्गा, हनुमान जी व अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां भी स्थापित की है। उन्होंने बताया कि प्रयाग की प्रसिद्ध हस्तियां मदन मोहन मालवीय, छुन्नन गुरु, पं श्रीधर पाठक नियमित रूप से मंदिर आते थे। इसके अलावा प्रधानमंत्री रहते हुए इंदिरा गांधी और वी.पी. सिंह ने भी बाबा लोकनाथ का दर्शन और पूजन किया था। उन्होंने बताया कि शिवरात्रि के दिन निकले वाली बाबा लोकनाथ की शिव बारात प्रयागराज की ऐतिहासिक शिव बारात है। इसके अलावा जनप्रिय नेता छुन्नगुरु के समय से होने वाली लोकनाथ चौराहे की होली खेलने और देखने दूर-दूर से लोग आते हैं।