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Nov 24 2024, 18:32

विराट कोहली का ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट शतकों का जलवा: पर्थ में रचा इतिहास, सचिन और ब्रैडमैन को छोड़ा पीछे 


पूरे 6 साल के बाद पर्थ में टेस्ट क्रिकेट खेलने लौटे विराट कोहली ने आखिरकार इस शहर से अपना प्यार बरकरार रखा है. पिछले काफी वक्त से एक बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे विराट ने पर्थ में ये इंतजार भी खत्म कर दिया. ऑप्टस स्टेडियम में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच के तीसरे दिन विराट कोहली ने एक शानदार शतक जमा दिया. दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल से मिली बेहतरीन शुरुआत के बाद विराट ने मोर्चा संभाला और अपने टेस्ट करियर का 30वां शतक जमा दिया. अपने इस शतक से विराट ने सचिन तेंदुलकर और डॉन ब्रैडमैन जैसे महानतम बल्लेबाजों को भी पीछे छोड़ दिया.

पिछले काफी समय से विराट कोहली एक बड़ी पारी का इंतजार कर रहे थे और उन पर सवाल उठ रहे थे. ऐसे में यही उम्मीद जताई जा रही थी कि ऑस्ट्रेलिया में वो ये इंतजार खत्म करेंगे क्योंकि इस जमीन पर उनका बल्ला हमेशा बरसता रहा है. पहली पारी में सिर्फ 5 रन पर आउट होने वाले कोहली ने दूसरी पारी में वापसी की और 491 दिन के बाद टेस्ट क्रिकेट में शतक का सूखा खत्म कर दिया. विराट ने इस पारी के साथ कुछ बेहतरीन रिकॉर्ड भी बनाए हैं.

पर्थ में विराट का परचम
विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर का 30वां शतक लगाया है. इस तरह टेस्ट में 30 या उससे ज्यादा शतक लगाने वाले चौथे भारतीय बन गए हैं. उनसे पहले सचिन तेंदुलकर (51), राहुल द्रविड़ (36) और सुनील गावस्कर (34) ये कमाल कर चुके हैं.

इस शतक के साथ ही विराट कोहली ने महानतम बल्लेबाज सर डॉन ब्रैडमैन को भी पीछे छोड़ दिया. ब्रैडमैन ने 29 शतक लगाए थे. मजेदार बात ये है कि विराट ने ब्रैडमैन के देश ऑस्ट्रेलिया में ही उन्हें पीछे छोड़ा.

साथ ही ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर विराट कोहली का ये 7वां टेस्ट शतक है, जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज की ओर से सबसे ज्यादा है. उन्होंने सचिन (6) का रिकॉर्ड तोड़ा.


विराट कोहली ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले विदेशी खिलाड़ियों के मामले में दूसरे नंबर पर आ गए हैं. उन्होंने इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज वॉली हेमंड (7) की बराबरी की. उनसे आगे इंग्लैंड के ही महान बल्लेबाज जैक हॉब्स (11) हैं.

विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट करियर में अपना 9वां शतक जमा दिया. सचिन तेंदुलकर (11) के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा शतक जमाने वाले दूसरे भारतीय बन गए.

वहीं बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के इतिहास में सबसे ज्यादा शतक मारने के मामले में उन्होंने सचिन के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है. दोनों के नाम अब 9-9 शतक हैं.

ये विराट के इंटरनेशनल करियर का 81वां शतक है और उन्होंने सिर्फ 603 पारियों में ये उपलब्धि हासिल की है.

विराट कोहली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 2000 रन पूरे करने वाले पांचवे भारतीय बल्लेबाज बन गए. उनसे पहले सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और चेतेश्वर पुजारा ऐसा कर चुके हैं. 

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Nov 24 2024, 15:54

घरेलू विवाद में पति-पत्नी ने उठाया खौफनाक कदम, जहर खा दोनो ने दी जान

डेस्क : बिहार के नालंदा जिले से एक बड़ी घटना सामने आई है। जहां पति-पत्नी ने मामूली घरेलू विवाद ने जहर खाकर अपनी जान दे दी है। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। 

मिली जानकारी के अनुसार जिले के नूरसराय थाना क्षेत्र के नदीऔना गांव में आज रविवार को पति-पत्नी ने घरेलू विवाद के चलते जहर खा लिया। मृतकों की पहचान अरुण कुमार और उनकी पत्नी नीलू देवी के रूप में हुई है। परिवार के सदस्यों ने बताया कि सुबह दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद उन्होंने आत्मघाती कदम उठा लिया। दोनों को गंभीर हालत में सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

मृतक के भतीजे संटू ने बताया कि आपसी झगड़ा के बाद चाचा-चाची ने आत्महत्या कर ली। दोनों सुबह-सुबह झगड़ रहे थे लोगों को यह लग रहा था कि पति-पत्नी का झगड़ा है खुद निपट लेंगे। लेकिन जब पता चला कि दोनों ने खुदकुशी कर ली है तब इलाके में हड़कंप मच गया।

मृतका की बेटी ने भी बताया कि मां-बापू जी झगड़ने के दौरान इतना बड़ा कदम उठा लिये हैं। इस घटना से परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है। परिवारजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। 

फिलहाल, विवाद का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

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Nov 24 2024, 15:51

उत्तर प्रदेश के बरेली में बड़ा हादसा: निर्माणाधीन पुल से रामगंगा नदी में गिरी कार, तीन लोगों की मौके पर मौत, जानें क्या थी हादसे की वजह?

उत्तर प्रदेश के बरेली में बड़ा हादसा हो गया, जहां निर्माणाधीन पुल से रामगंगा नदी में अचानक कार जा गिरी, जिसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस बरेली के फरीदपुर थाने और बदायूं के दातागंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने कार को जेसीबी की मदद से नदी से बाहर निकाला.

कार में सवार तीनों लोगों की मौत होने के बाद हड़कंप मच गया. पुलिस ने तीनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है. दरअसल यह हादसा जीपीएस नेविगेशन के चलते हुआ है. बताया जा रहा हैं कि पुल अधूरा है. बाढ़ के चलते पुल का अगला हिस्सा नदी में बह गया था, जिस वजह से तेज रफ्तार कार सीधे पुल से नीचे जा गिरी.

जेसीबी की मदद से निकाले शव
फिलहाल मौके पर भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है. ये हादसा इतना खतरनाक था कि कार सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. कार से शवों को जेसीबी की मदद से बाहर निकाला गया. हादसे की खबर सुनकर आसपास के ग्रामीण भी मौके इकट्ठे हो गए और भारी भीड़ जुड़ गई, जिस वजह से लंबा जाम भी लग गया

गूगल मैप पर गलत डायरेक्शन
हम अक्सर गूगल मैप की मदद से एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं. इस हादसे में भी कार सवार युवक गूगल मैप का इस्तेमाल कर अपने किसी रिश्तेदार के यहां शादी में जा रहे थे. गूगल मैप पर गलत रास्ता दिखाए जाने से उनकी कार पुल से नीचे जा गरी और तीनों लोगों की मौत हो गई. तीनों मृतकों की पहचान हो गई है. इस हादसे में जान गंवाने वाले विवेक और कौशल कुमार दोनों भाई थे और उनके साथ तीसरा शख्स उनका दोस्त था. उनके परिवार वालों को जानकारी दे दी गई है. 

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Nov 24 2024, 15:42

इमरान का ‘‘गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने’’ का ऐलान, पाकिस्तान में तूफान, इस्लामाबाद में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा




डेस्क: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (पीटीआई) ने एक बार फिर से देश में बड़े आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। इससे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। इमरान खान की ओर से यह संदेश दिया गया है कि अब गुलामी की बेड़ियों को नहीं सहन करेंगे और इसे उखाड़ फेकेंगे। इससे इस्लामाबद में प्रस्तावित प्रदर्शन के मद्देनजर सरकार ने रविवार को सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।

इमरान खान ने जनता से ‘‘गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने’’ के लिए एकजुट होने का आह्वान किया है। पाकिस्तान सरकार ने ‘पीटीआई’ द्वारा इस्लामाबाद में रविवार को किए जाने वाले प्रदर्शन को रोकने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की ओर जाने वाले राजमार्गों को शनिवार को ही बंद कर दिया, इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं को आंशिक रूप से निलंबित कर दिया, सार्वजनिक परिवहन पर रोक लगा दी तथा महत्वपूर्ण सड़कों को कंटेनर खड़े कर अवरुद्ध कर दिया। इसके साथ ही भारी संख्या में सुरक्षाबलों को भी तैनात किया गया है। ‘

पीटीआई’ के नेतृत्व ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि योजनानुसार रविवार को प्रदर्शन किया जाएगा तथा इसे न तो स्थगित किया जाएगा और न ही लक्ष्य हासिल होने से पहले इसे समाप्त किया जाएगा। जियो न्यूज की खबर के मुताबिक, ‘पीटीआई’ के नेताओं ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री आवास पर रविवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें प्रदर्शन करने के लिए रणनीति को अंतिम रूप दिया गया। खबर में बताया गया कि खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने कहा कि वह प्रस्तावित प्रदर्शन की तैयारियों का निरीक्षण करने और इस्लामाबाद तक पार्टी के मार्च का नेतृत्व करने के लिए अपराह्न तीन बजे स्वाबी पहुंचेंगे।

मुख्यमंत्री ने मार्च में शामिल होने के इच्छुक पार्टी कार्यकर्ताओं को अपराह्न तीन बजे तक स्वाबी पहुंचने का भी निर्देश दिया है। पीटीआई दो महीने में दूसरी बार प्रदर्शन करने जा रही है। प्रदर्शन स्थगित करने के सरकार के आह्वान को नजरअंदाज करते हुए पार्टी ने इस्लामाबाद की ओर बढ़ने की घोषणा की है। वहीं, अधिकारियों ने इस प्रदर्शन के दौरान संभावित खतरे की चेतावनी जारी की है। 

इमरान खान की पार्टी ने अपनी तीन मांगों को लेकर इस्लामाबाद तक एक लंबा मार्च करने की पिछले सप्ताह घोषणा की थी। पार्टी जेल में बंद खान और अन्य नेताओं को रिहा करने, आठ फरवरी के चुनावों में पीटीआई की जीत को मान्यता देने के अलावा 26वें संविधान संशोधन को निरस्त करने की मांग कर रही है। 26वें संविधान संशोधन ने न्यायाधीशों और मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति की प्रक्रिया को बदल दिया था।

पाकिस्तानी न्यूज चैनल ‘एक्सप्रेस न्यूज टीवी’ की खबर के अनुसार, राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक प्राधिकरण (एनएसीटीए) ने इस्लामाबाद में पीटीआई के प्रदर्शन के दौरान संभावित आतंकवादी हमले की चेतावनी देते हुए सुरक्षा अलर्ट जारी किया है। इसने चेतावनी दी कि पीटीआई की सार्वजनिक सभा को आतंकवादी निशाना बना सकते हैं। 

इस्लामाबाद में 18 नवंबर से धारा-144 लागू है, जिसके तहत लोग एकत्र नहीं हो सकते। दूसरी ओर, पंजाब सरकार ने भी 23 नवंबर से 25 नवंबर तक पूरे प्रांत में धारा 144 लागू कर दी है, जिसके तहत विरोध प्रदर्शन, सार्वजनिक सभाएं, रैलियां और धरने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। कड़ी सुरक्षा और प्रतिबंधों के बावजूद, पीटीआई अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने पर अड़ी हुई है। 

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Nov 24 2024, 15:38

पर्थ टेस्ट में यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल की शतकीय साझेदारी ने बदल दिया मैच का रुख.

टेस्ट मैच में कैसे एक सेशन या एक दिन के अंदर स्थिति बदल जाती है, इसका सबसे ताजा उदाहरण पर्थ में देखने को मिला है. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच के पहले ही दिन तेज गेंदबाजों का कहर देखने को मिला और बल्लेबाजों की शामत आ गई थी. भारत और ऑस्ट्रेलिया ने मिलकर 17 विकेट गंवा दिए थे लेकिन दूसरे दिन ही स्थिति बिल्कुल बदल गई और बल्लेबाजी आसान हो गई. इसका फायदा टीम इंडिया के ओपनर यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने उठाया और एक शानदार शतकीय साझेदारी कर डाली.

पर्थ टेस्ट के दूसरे दिन टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को 104 रन पर ही समेट दिया था और इस तरह 46 रन की बढ़त हासिल कर ली थी. इसके बाद नजरें टीम इंडिया की ओपनिंग जोड़ी पर थी कि क्या वो दूसरी पारी में बेहतर शुरुआत दिला पाएंगे. पहली पारी में तो ऐसा नहीं हो सका था, क्योंकि यशस्वी जायसवाल खाता खोले बिना आउट हो गए थे. ऐसे में इस बार बड़े स्कोर के लिए अच्छी ओपनिंग पार्टनरशिप की जरूरत थी और दोनों बल्लेबाजों ने निराश नहीं किया.

जायसवाल-राहुल के अर्धशतक

ऑप्टस स्टेडियम की पिच दूसरे दिन बैटिंग के लिए अच्छी तो हो ही गई थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया की बेहतरीन तेज गेंदबाजी से पार पाना फिर भी आसान नहीं था. नई गेंद के सामने धैर्य की जरूरत थी और जायसवाल-राहुल की जोड़ी ने बिल्कुल ऐसा ही किया. दोनों ने किसी भी तरह की आक्रामकता दिखाने के बजाए सब्र के साथ बल्लेबाजी की और ऑस्ट्रेलिया को विकेट के लिए तरसा दिया. इस दौरान यशस्वी जायसवाल ने ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला अर्धशतक भी जमा दिया. साथ ही राहुल के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी भी पूरी कर ली. वहीं कुछ देर बाद राहुल ने भी अपना अर्धशतक पूरा कर लिया और पहली पारी के दमदार अंदाज को ही यहां भी जारी रखा.

20 साल बाद दिखा ये दिन
इसके साथ ही भारत का 20 साल का इंतजार भी खत्म हो गया. पूरे 20 साल के बाद ऑस्ट्रेलिया में किसी टेस्ट मैच में भारत की ओर से ओपनिंग जोड़ी ने शतकीय साझेदारी की है. इससे पहले 2003 और 2004 में वीरेंद्र सहवाग और आकाश चोपड़ा ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मेलबर्न और सिडनी टेस्ट में शतकीय साझेदारियां की थी. मेलबर्न में दोनों ने 141 और सिडनी में 123 रन की साझेदारी हुई थी. इसके बाद भारत की ओर से सबसे बड़ी साझेदारी 71 रन की थी, जो पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रोहित शर्मा और शुभमन गिल के बीच हुई थी. 

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Nov 24 2024, 15:38

आईपीएल 2025 ऑक्शन: जेद्दा में होगी दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग की नीलामी, 577 खिलाड़ियों पर लगेगी बोली,जानें ऑक्शन की 5 बड़ी बातें



मंच तैयार है, टीमें तैयार हैं और रचने वाला है इतिहास…सऊदी अरब के शहर जेद्दा में दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग आईपीएल की धमक दिखने वाली है. आईपीएल 2025 की मेगा ऑक्शन जेद्दा में होने वाली है. ये ऑक्शन 24 और 25 नवंबर यानि दो दिन चलेगी. इस ऑक्शन में कई खिलाड़ियों के भाग्य का फैसला होने वाला है. इस ऑक्शन में 10 टीमों का फैसला होने वाला है. इसी ऑक्शन से तय होगा कि कौन सी टीम सबसे बेस्ट है और कौन इस बार चैंपियन बनेगी. आइए आपको बताते हैं आईपीएल ऑक्शन की पांच बड़ी बातें.

कहां होगी आईपीएल 2025 ऑक्शन?
आईपीएल ऑक्शन का आयोजन जेद्दा के अबादी अल जौहर एरेना में होने वाली है. ये एरेना 14 हजार स्क्वायर मीटर एरिया में फैली है जिसमें 15000 लोग बैठ सकते हैं. इस एरेना में भारतीय समय के मुताबिक दोपहर 3.30 बजे ऑक्शन शुरू होगी. पहले दिन इसका समापन रात 10.30 बजे होगा. ऑक्शन दो दिन तक चलेगी और इसका सीधा प्रसारण स्टार स्पोर्ट्स और जियो सिनेमा पर होगा.

आईपीएल 2025 ऑक्शन की टीमों का पर्स कितना है?

आईपीएल की दस टीमों के पास 641 करोड़, 50 लाख रुपये का पर्स है. सबसे ज्यादा पैसा पंजाब किंग्स के पास है. इस टीम ने सिर्फ 2 अनकैप्ड खिलाड़ियों को रिटेन किया था इसलिए पंजाब के पास सबसे ज्यादा 110 करोड़ 50 लाख रुपये बचे हैं. इसके बाद आरसीबी के पास 83 करोड़, दिल्ली कैपिटल्स- 73 करोड़, गुजरात टाइटंस-69 करोड़, लखनऊ सुपरजायंट्स-69 करोड़ आते हैं. चेन्नई सुपरकिंग्स के पास 55 करोड़, केकेआर-51 करोड़, सनराइजर्स हैदराबाद-45 करोड़, मुंबई इंडियंस-45 करोड़ और राजस्थान रॉयल्स के पास सबसे कम 41 करोड़ रुपये हैं.

आईपीएल ऑक्शन में कितने खिलाड़ियों पर लगेगी बोली?
आईपीएल ऑक्शन के लिए 1574 खिलाड़ियों ने रजिस्ट्रेशन किया था लेकिन बाद में कुल 574 खिलाड़ी छांटे गए. बाद में जोफ्रा आर्चर समेत 3 और नाम इसमें जोड़े गए मतलब कुल 577 खिलाड़ियों की बोली इस ऑक्शन में लगनी है. बड़ी बात ये है कि इनमें से 373 या उससे ज्यादा खिलाड़ियों को निराशा झेलनी पड़ सकती है क्योंकि सभी फ्रेंचाइजियां कुल मिलाकर ज्यादा से ज्यादा 204 खिलाड़ी ही खरीद सकती हैं.

आईपीएल ऑक्शन के 12 मार्की खिलाड़ी कौन हैं?

आईपीएल 2025 ऑक्शन में 12 खिलाड़ी मार्की हैं. इनमें से 11 खिलाड़ियों का बेस प्राइस 2 करोड़ है जबकि डेविड मिलर का बेस प्राइस डेढ़ करोड़ रुपये है. मार्की खिलाड़ियों में ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर, बटलर, अर्शदीप सिंह, कैगिसो रबाडा, मिचेल स्टार्क, केएल राहुल, युजवेंद्र चहल, लियम लिविंगस्टन, डेविड मिलर, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज शामिल हैं.

आईपीएल ऑक्शन की प्रक्रिया?
सबसे पहले नीलामी मार्की खिलाड़ियों के दोनों सेटों की बोली के साथ शुरू होगी. इसके बाद कैप्ड खिलाड़ियों के पहले सेट की बोली लगेगी. इसमें बल्लेबाज, तेज गेंदबाज, स्पिनर, ऑलराउंडर, विकेटकीपर शामिल होंगे. अगले दौर में इन्हीं अलग-अलग कैटेगिरी में अनकैप्ड खिलाड़ियों की बोली लगेगी. 

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Nov 24 2024, 15:37

कर्नाटक: दहेज उत्पीड़न से तंग आकर गर्भवती महिला ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में बता गई दर्द

कर्नाटक के बेंगलुरु में दहेज उत्पीड़न से तंग आकर एक महिला ने आत्महत्या कर ली. महिला ने जिस समय आत्महत्या की, तब वह प्रेग्नेंट भी थी. यानी एक साथ दो जानें चली गईं. महिला की शादी को महज दो साल हुए थे. मामला बेंगलुरु के डोड्डाबल्लापुर से सामने आया है, जहां रूपा नाम की महिला की दो साल पहले तालुक के गुम्मनहल्ली निवासी सुरेश से शादी हुई थी.

रूपा और सुरेश ने पसंद से शादी की थी. शादी के कुछ दिन बाद ही रूपा के ससुराल वालों ने उसे परेशान करना शुरू कर दिया था. बार-बार उससे अपने घर से पैसे मांगने के लिए कहा जाता. रूपा को उसके सास-ससुर के साथ साथ उसका पति भी पैसों के लिए प्रताड़ित करता था. रूपा से उसका पति सुरेश कहता था कि अगर किसी और से शादी की होती तो ज्यादा दहेज मिलता.

महिला का पति गिरफ्तार

रूपा ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट लिखा और फोटो खींचकर अपने भाई को भेजी, जिसमें उसने दहेज उत्पीड़न की बात लिखी. उसने लिखा कि उसकी मौत के जिम्मेदार उसके ससुराल वाले हैं, जिन्होंने उसे इतना तंग किया कि उसने अपनी कोख में पल रहे बच्चे समेत अपने आप को खत्म कर लिया. मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रूपा के पति सुरेश को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है. रूपा के ससुर एक सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी हैं और उन्होंने दहेज उत्पीड़न के आरोप से इनकार कर दिया.

मेरी जिंदगी नरक…”

रूपा ने सुसाइड नोट में लिखा, “नमस्कार भाई, मैंने आपकी बात न मानकर गलती की और शादी कर ली. मेरी शादी को 2 साल हो गए हैं. मैं यहां सही नहीं हूं. मेरी जिंदगी नरक हो गई है. मैं अब जीना नहीं चाहती. हो सके तो मुझे माफ कर देना. अगले जन्म में, मैं आपका कर्ज चुकाऊंगी. मेरे पिता, माता और दादी को मेरा आखिरी प्रणाम. मेरी मौत के लिए मेरी सास, ससुर, मेरे पति और मेरे पति का परिवार जिम्मेदार है. मेरी सास देवम्मा, चाचा नरसिम्हा मूर्ति और पति सुरेश को सजा मिलनी चाहिए.” 

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Nov 24 2024, 15:36

रणथंभौर टाइगर रिजर्व में भालुओं की बढ़ती संख्या से ग्रामीणों में दहशत, रात में गांवों में घूमने वाले भालूओं से ग्रामीण परेशान।

राजस्थान के सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर टाइगर रिजर्व में टाइगर के साथ पैंथर, लेपर्ड और भालुओं की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है. रणथंभौर से सटे गांवों में जहां कई बार टाइगर मूवमेंट देखी जाती है. वहीं अब टाईगर के बाद पैंथर, लेपर्ड और भालुओं की मूवमेंट भी आबादी वाले क्षेत्रों देखी जाने लगी है. रणथंभौर से सटे खंडार क्षेत्र के तलावड़ा , गोठ बिहारी, निमली, जैतपुर, बहरावंडा, नायपुर समेत कई गांवों में भालू रात के समय रणथंभौर के जंगलों से निकल कर आबादी वाले क्षेत्र में घुस आते हैं, जिससे गांव वालों में दहशत बनी रहती है.

पिछले करीब 10-15 दिनों से रणथंभौर से सटे खंडार क्षेत्र के तलावड़ा के गोठ बिहारी गांव में भालू के भ्रमण से ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है. तलावड़ा और गोठ बिहारी गांव में तकरीबन हर रात भालू आ जाता है और दुकानों, घरों के दरवाजे तोड़ने की कोशिश करता है. गांव के आबादी वाले क्षेत्र में भालू की मूवमेंट की ग्रामीणों ने कई बार वन अधिकारियों को जानकारी दी है, लेकिन फिर भी कोई एक्शन नहीं लिया गया है.

गांव की गलियों में घूम रहा भालू

नीरज, कैलाश, मुकेश और बाकी गांव वालों ने बताया कि रात होते ही भालू रणथंभौर के जंगलों से निकलकर गांव के आबादी वाली क्षेत्र में आ जाता है और गांव की गलियों में घूमता रहता है. इससे गांव वालों में हर वक्त भय का माहौल बना रहता है. यही नहीं भालू रात को खाने पीने की तलाश में लोगों के घरों के दरवाजे तोड़ने की भी कोशिश करता है. भालू ने गांव के मुकेश योगी की दुकान का दरवाजा तोड़ दिया था और दुकान में रखी मिठाईयां, गुड़ समेत खाने का बाकी सामान खा गया था.

वन अधिकारियों से शिकायत
इसी तरह भालू गांव के भैरूजी के मंदिर का दरवाजा तोड़ कर मंदिर में घुस गया और मंदिर में रखा घी, गुड़ और मिठाईयां चट कर गया. गांव वालों का कहना है कि उन्होंने वन अधिकारियों से भालू को पकड़कर कहीं और छोड़ने की कई बार मांग की, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया. इसी तरह रणथंभौर दुर्ग स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर परिसर में बनी दुकानों में भी रात के समय भालू आ जाते हैं. कई बार दुकानों और गोदामों का दरवाजा तोड़कर भालू मिठाईयां, घी और अन्य खाद्द सामग्री खा जाता है.

दुकानों के अंदर घुस रहा भालू
दुकानदार रोज रात को रणथंभौर दुर्ग स्थित मिठाइयों और प्रसाद की दुकानों के दरवाजे मजबूती से बंद करते हैं. ऐसे में अगर किसी भी दुकान का दरवाजा थोड़ा भी कमजोर रह जाता है, तो रात को भालू उसे तोड़ देता है और मिठाईयां और घी चट कर जाता है. इतना ही नहीं भालू घी और मिठाईयां खाने के लिए कई बार कच्ची दुकान और गोदाम की दीवार में भी छेद कर देता है.

लोहे के ड्रम में रख रहे मिठाइयां

रणथंभौर दुर्ग स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर परिसर में भालुओं का मूवमेंट हमेशा बना रहता है. इससे परेशान होकर दुकानदार शाम होते ही मिठाईयां ओर घी गुड़ जैसी खाद्द सामग्री को लोहे के बक्सों, आलमारियों या लोहे के ड्रम में रखकर जाते हैं. ताकी भालुओं से बचाई जा सके. रणथंभौर दुर्ग में तो यह सिलसिला इसी तरह सालों से चल रहा है लेकिन रणथंभौर से सटे ग्रामीण इलाकों में अब धीरे धीरे भालूओं का मूवमेंट बढ़ने लगा है, जिससे ग्रामीणों में हमेशा दहशत बनी रहती है. 

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Nov 24 2024, 15:36

नांदेड़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस के रवींद्र चव्हाण की रोमांचक जीत, हारते-हारते आखिर में BJP से जीत दर्ज की।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे कल सामने आए, इसके साथ ही देश की कई विधानसभा सीटों और 2 लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के भी नतीजे आए. महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रविन्द्र वसंतराव चव्हाण ने 1457 वोटों से जीत हासिल की है. बीजेपी के प्रत्याशी संतुकराव हंबर्डे एक समय तक 35000 वोटों की लीड लिए हुए थे, लेकिन आखिरी के कुछ राउंड ने पूरे चुनाव का पाला ही पलट गया. कांग्रेस को 586788 वोट मिले, जबकि बीजेपी प्रत्याशी हंबर्डे को 585331 वोट प्राप्त हुए.

दरअसल यह सीट कांग्रेस सांसद वसंतराव चव्हाण के निधन से खाली हो गई थी. लोकसभा चुनाव के 2 महीनों के बाद ही कांग्रेस सांसद वसंतराव चव्हाण का निधन हो गया था. उपचुनाव में कांग्रेस ने यहां से उनके बेटे को मैदान में उतारा था. बीजेपी ने यहां से संतुकराव मारोतराव को अपना प्रत्याशी बनाया था. हालांकि दोनों प्रत्याशियों के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिला.

पीएम मोदी के दावे के बाद हार गई बीजेपी
दिल्ली बीजेपी मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नांदेड़ लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव का भी जिक्र किया. उन्होंने भाषण के दौरान दावा कि महाराष्ट्र की नांदेड़ में जीत के साथ महाराष्ट्र में बीजेपी के लोकसभा सीटों का आंकड़ा 9 से बढ़कर 10 हो गया है. हालांकि तब तक इस सीट का फाइनल रिजल्ट सामने नहीं आया था. पीएम की स्पीच की कुछ समय बाद रिजल्ट आया जिसमें बीजेपी यह सीट हार चुकी थी, पीएम मोदी के दावे के पीछे की वजह ये भी थी कि इस सीट पर बीजेपी एक समय पर बड़े मार्जिन से आगे चल रही थी.

कैसा था वसंतराव चव्हाण का राजनीतिक सफर
नांदेड़ जिले के नायगांव में जन्मे वसंतराव चव्हाण लंबे समय तक ग्राम पंचायत सदस्य रहे और बाद में 1990 और 2002 में जिला परिषद सदस्य बने थे. वे 2002 में महाराष्ट्र विधान परिषद के लिए चुने गए और नायगांव विधानसभा सीट से राज्य विधानसभा के सदस्य बने. वे 2009 से 2014 तक विधायक भी रहे, वे 2021 से 2023 तक नांदेड़ जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी रहे.69 साल की उम्र में साल 2024 के लोकसभा चुनाव में नांदेड़ लोकसभा सीट से जीतकर संसद पहुंचे थे, लेकिन चुनाव के दो महीने बाद ही किडनी की बीमारी के चलते उनका निधन हो गया था. अब इस लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में उनके बेटे रवींद्र चव्हाण ने जीत दर्ज की है.

नांदेड़ में घट गया कांग्रेस के जीत का मार्जिन
लोकसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस ने वसंतराव चव्हाण को मैदान उतारा था, उस चुनाव में चव्हाण ने बीजेपी उम्मीदवार प्रतापराव चिखलीकर को 59 हजार से अधिक वोटों से चुनाव में शिकस्त दी थी, लेकिन यहां हुए उपचुनाव में कांग्रेस की जीत का मार्जिन सिमट गया. इस सीट से वसंतराव चव्हाण के बेटे रविन्द्र चव्हाण महज 1457 वोटों से चुनाव जीत पाए. मतगणना के दौरान एक समय ऐसा माना जा रहा था कि यह सीट कांग्रेस के हाथों से निकल गईं, लेकिन शाम होते होते यहां से कांग्रेस ने मामूली अंतर से जीत दर्ज कर ली.

क्या है नांदेड़ लोकसभा सीट का इतिहास
साल 2014 में नांदेड लोकसभा सीट पर बीजेपी के निवर्तमान सांसद प्रतापराव पाटिल चिखलीकर और कांग्रेस के प्रत्याशी वसंत चह्वाण के बीच मुकाबला था. वसंत चह्वाण ने 59,442 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी. वसंत को चुनाव में 5,28,894 वोट मिले थे, जबकि प्रतापराव पाटिल चिखलीकर को 4,69,452 वोट आए थे. नांदेड़ राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से एक होने के साथ एक जिला भी है.

साल 2019 के संसदीय चुनाव में यह सीट बीजेपी के खाते में चली गई और प्रतापराव गोविंदराव चिखलीकर सांसद बने. चिखलीकर को 486,806 वोट मिले जबकि कांग्रेस के अशोक चव्हाण को 4,46,658 वोट मिले.

नांदेड़ के तहत विधानसभा की 6 सीटें आती हैं. इस सीट पर 1952 में पहली बार लोकसभा चुनाव कराए गए थे, तब कांग्रेस के उम्मीदवार शंकरराव टेलकीकर को जीत हासिल हुई थी. फिर 1957 के चुनाव में कांग्रेस ने देवराव नामदेवराव कांबले को टिकट दिया और वो विजयी हुए. 1962 में कांग्रेस के तुलसीदास जाधव को जीत हासिल हुई. 1967 के चुनाव में कांग्रेस ने यहां से अपना प्रत्याशी बदला और वेंकटराव तिरोडकर को मैदान में उतारा और वह भी विजयी रहे. 

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Nov 24 2024, 15:36

रुद्राक्ष धारण करने से पहले जानें ये जरूरी बातें, वरना हो सकते हैं नुकसान

हिन्दू धर्म में रुद्राक्ष को शिवजी का प्रतीक माना जाता है और इसे धारण करने से व्यक्ति को कई तरह के लाभ मिलते हैं, लेकिन रुद्राक्ष को धारण करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. क्योंकि देवों के देव महादेव को रुद्राक्ष बहुत प्रिय है. इसी कारण वे अपने शरीर पर इसे धारण करते हैं. महादेव की कृपा पाने के लिए जो भी उन्हें रुद्राक्ष (Rudraksha) अर्पित करता है उसे हर काम में सफलता मिलने लगती है.


माना जाता है कि रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को रक्तचाप, हृदय रोग से जुड़ी बीमारियां आसानी से नहीं जकड़ती. रुद्राक्ष अलग-अलग आकार और धारियों के होते हैं जिनकी अलौकिकता भी अगल होती है. क्योंकि रुद्राक्ष को बेहद ही पवित्र और शुभ माना है इसलिए इसे धारण करने के भी कुछ विशेष नियम हैं. यदि आप इसका पालन नहीं करेंगे तो इसके परिणाम आपको भुगतने पड़ सकते हैं.

सोते समयन पहनें रुद्राक्ष
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रुद्राक्ष को सोने से पहले उतार देना चाहिए. माना जाता है कि रुद्राक्ष धारण करके सोने पर वह अशुद्ध हो जाता है. इसको अगर दूसरे तौर पर देखा जाए तो सोते वक्त रुद्राक्ष टूटने का डर भी रहता है, इसलिए सोने से पहले इसको उतारने का विधान है. सुबह स्नान करने के बाद ही इसको दोबारा धारण करना चाहिए.

न करें मांस-मदिरा का सेवन
रुद्राक्ष को बेहद पवित्र माना जाता है इसलिए मांस-मदिरा का सेवन करते समय इसे नहीं पहनना चाहिए. मान्यता है कि रुद्राक्ष भगवान शिव का प्रसाद होता है इसलिए इसकी पवित्रता खंडित करना व्यक्ति को विपरीत परिणाम दे सकता है.

बच्चे के जन्म पर न पहनें रुद्राक्ष
हिंदू धर्म में मान्यता है कि किसी भा नवजात के जन्म के बाद सूतक लग जाता है, जिससे कुछ दिनों तक चीजें अपवित्र रहती हैं. ऐसें में बच्चे के जन्म के बाद मां और बच्चे को रुद्राक्ष पहनने से बचना चाहिए.

राशि के अनुसार पहनें रुद्राक्ष
ज्योतिष के अनुसार सुख-समृद्धि और सौभाग्य की कामना को पूरा करने के लिए हमेशा अपनी राशि के अनुसार ही रुद्राक्ष धारण करना चाहिए. आइए जानते हैं कि 12 राशियों के लिए कौन सा रुद्राक्ष मंगलकारी रहेगा.


मेष राशि – एक मुखी, तीन मुखी या फिर पांच मुखी रुद्राक्ष

वृष राशि – चार मुखी, छह मुखी या फिर चौदह मुखी रुद्राक्ष

मिथुन राशि – चार मुखी, पांच मुखी और तेरह मुखी रुद्राक्ष

कर्क राशि – तीन मुखी, पांच मुखी या फिर गौरी-शंकर रुद्राक्ष

सिंह राशि – एक मुखी, तीन किया मुखी और पांच मुखी रुद्राक्ष

कन्या राशि – चार मुखी, पांच मुखी और तेरह मुखी

तुला राशि – चार मुखी, छह मुखी या फिर चौदह मुखी रुद्राक्ष

वृश्चिक राशि – तीन मुखी, पांच मुखी या फिर गौरी-शंकर रुद्राक्ष
धनु राशि – एक मुखी, तीन मुखी या पांच मुखी रुद्राक्ष

मकर राशि – चार मुखी, छह मुखी अथवा चौदह मुखी रुद्राक्ष

कुंभ राशि – चार मुखी, छह मुखी या फिर चौदह मुखी रुद्राक्ष

मीन राशि – तीन मुखी, पांच मुखी या फिर गौरी-शंकर रुद्राक्ष